कन्हैया कुमार ने लखनऊ लिट् फेस्ट में अभिव्यक्ति की आज़ादी का झंडा लहराया

Published on: November 12, 2017

कन्हैया कुमार लखनऊ लिट् फेस्ट में ४५ मिनट बोलें मगर कही जगह media ने चाप दिया कि लखनऊ लिट् फेस्ट कैंसिल हो गया। 

कन्हैया कुमार: इंसान बड़ा अपने सोच से होता है।  गाली देना मुझे बिलकुल पसंद नहीं है क्यों की यह समाज के गालियां माँ बहनों की होती  है।  में आलोचना करता हूँ गाली नहीं देता।  गाली गलोच की राजनीती के खिलाफ हम है। 

कन्हैया कुमार: मुझे बिहार से तिहार तक के लिए बुलाया गया है।
 
कन्हैया कुमार: यह देश को नारे से तोडा नहीं जा सकता है।

कन्हैया कुमार: में एक स्वतंत्र सैनिकों के परिवारों से आया हूँ
 
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