जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर बिहार में एक बार फिर हमला हुआ है। ईंट-पत्थर से किए गए हमले में कन्हैया की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है। बताया जा रहा है कि कन्हैया आरा के रमना मैदान में सभा करने पहुंचे थे। इसी दौरान असामाजिक तत्वों ने उनके काफिल पर हमला कर दिया। उनके साथ के लोगों का कहना है कि हाल के समय में बिहार में कन्हैया कुमार के काफिले पर यह आठवां हमला है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कन्हैया का काफिला सभा स्थल की तरफ बढ़ रहा था, तभी बाइक से आए असामाजिक तत्वों ने ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इसके बाद काफिले के साथ चल रही पुलिस ने कन्हैया को दूसरी गाड़ी में बिठाकर रमना मैदान के लिए रवाना किया। इस हमले में कन्हैया को कोई क्षति नहीं पहुंची है। इससे पहले 12 फरवरी को भी कन्हैया के काफिले पर हमला हुआ था। कन्हैया फिलहाल जन गण मन यात्रा पर हैं। पिछले महीने शुरू हुई यह यात्रा एक पखवाड़े बाद पटना में विशाल रैली के साथ समाप्त होगी।
5 फरवरी को सुपौल में कन्हैया कुमार के काफिले पर पथराव किया गया। पथराव में काफिले में मौजूद एक वाहन में सवार एक युवती सहित तीन लोगों को चोटें आईं थीं। सुपौल में जनसभा को संबोधित करने के बाद पूर्व छात्र नेता काफिले के साथ सहरसा के लिए निकले थे। पथराव में दो वाहनों के शीशे टूट गए। जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की किशनपुर प्रखंड के सिसौनी नेमनमा में सभा थी।
शहर के सदर थाना के पास मल्लिक चौक पर पहले से 25-30 की संख्या में खड़े युवक सीएए, एनआरसी के समर्थन में नारे लगा रहे थे। जैसे ही कन्हैया कुमार का वाहन आया, पहले कुछ लोगों ने उस पर काली स्याही फेंक दी। वहीं इसी महीने 2 फरवरी को बिहार में ही छपरा में भी पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर पथराव हुआ था। वे सभा में भाग लेने जा रहे थे कि कोपा बाजार के पास 20 से 25 की संख्या में लोगों ने उनके काफिले पर पथराव कर दिया था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कन्हैया का काफिला सभा स्थल की तरफ बढ़ रहा था, तभी बाइक से आए असामाजिक तत्वों ने ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इसके बाद काफिले के साथ चल रही पुलिस ने कन्हैया को दूसरी गाड़ी में बिठाकर रमना मैदान के लिए रवाना किया। इस हमले में कन्हैया को कोई क्षति नहीं पहुंची है। इससे पहले 12 फरवरी को भी कन्हैया के काफिले पर हमला हुआ था। कन्हैया फिलहाल जन गण मन यात्रा पर हैं। पिछले महीने शुरू हुई यह यात्रा एक पखवाड़े बाद पटना में विशाल रैली के साथ समाप्त होगी।
5 फरवरी को सुपौल में कन्हैया कुमार के काफिले पर पथराव किया गया। पथराव में काफिले में मौजूद एक वाहन में सवार एक युवती सहित तीन लोगों को चोटें आईं थीं। सुपौल में जनसभा को संबोधित करने के बाद पूर्व छात्र नेता काफिले के साथ सहरसा के लिए निकले थे। पथराव में दो वाहनों के शीशे टूट गए। जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की किशनपुर प्रखंड के सिसौनी नेमनमा में सभा थी।
शहर के सदर थाना के पास मल्लिक चौक पर पहले से 25-30 की संख्या में खड़े युवक सीएए, एनआरसी के समर्थन में नारे लगा रहे थे। जैसे ही कन्हैया कुमार का वाहन आया, पहले कुछ लोगों ने उस पर काली स्याही फेंक दी। वहीं इसी महीने 2 फरवरी को बिहार में ही छपरा में भी पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर पथराव हुआ था। वे सभा में भाग लेने जा रहे थे कि कोपा बाजार के पास 20 से 25 की संख्या में लोगों ने उनके काफिले पर पथराव कर दिया था।