धर्मांतरण के नाम पर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने चर्च में की तोड़फोड़, सांप्रदायिक तनाव का माहौल

Written by Sabrangindia Staff | Published on: October 4, 2018
मंगलवार को जब देश महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा था तभी प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सांप्रदायिक शक्तियां अपने काम को अंजाम देने में जुटी थीं। हिंदूवादी संगठन के लोग बनारस में गोधालिया स्थित एक पुराने चर्च के अंदर हंगामा और तोड़-फोड़ कर रहे थे। इस दौरान चर्च के पादरी के साथ बदसलूकी भी गई। हिंदुवादी संगठन के लोग चर्च के फादर से बदसलूकी इसलिए कर रहे थे क्योंकि ये अफवाह थी कि धर्मपरिवर्तन का काम चर्च मे हो रहा था। 



इस घटना के बाद से पवित्र शहर काशी में तनाव का माहौल है। संदिग्ध और उत्तेजक फेसबुक पोस्ट से स्पष्ट मालूम चलता है कि इस हमले की योजना बनाने के पीछे कौन लोग हैं। हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता इस हमले से पहले सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर सरेआम हमले की योजना भी बता रहे हैं। हिंदू संगठन का  कार्यकर्ता प्रवीण दुबे अपने फेसबुक लाइव वीडियो में कहता है कि आज शाम पांच बजे हिंदू युवा वाहिनी गिरिजाघर चौराहे से उन्हें भगाएंगे। 



राकेश छेत्री की फेसबुक पोस्ट में अपलोड की गई तस्वीरें इस हमले की खुद पोल खोलती हैं। फेसबुक दुष्प्रचार के लिए प्लेग्राउंड बन गया है। 

इस बीच स्थानीय मीडिया आज एक्सप्रेस ने वीडियो के साथ इस घटना की रिपोर्ट प्रकाशित की है। 

''वाराणसी। जहां एक और तमाम धर्म गुरु जाति-धर्म से ऊपर उठ कर आपसी भाईचारे के साथ रहने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं, वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में मंगलवार को युवक और युवती को फुसलाकर धर्म परिवर्तन करने के लिए करने के लिए डाइवर्ट किए जाने मामला सामने आया।

शहर केएक चर्च में पांडेयपुर निवासी युवक को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया गया। जब युवक ने इस बात की जानकारी अपने घर वालों को दी मौके पर उसके परिजन और हिंदू संगठन से जुड़े कुछ लोग पहुंचे। सारा मामला जानने के बाद लोगों ने चर्च के बाहर जमकर हंगामा किया। मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी प्रकार लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया।

इस बीच पता चला कि दो दिन पहले दो युवतियों को भी माइंड वास कर धर्म परिवर्तन कराया गया है। धर्म परिवर्तन कराने के एवज में युवाओं को पैसे की लालच भी दी जा रही है। हालांकि इस मामले पर पुलिस अधिकारी फिलहाल कुछ भी करने को तैयार नहीं है। पांडेयपुर निवासी युवक घर पर झगड़ा होने के बाद गिरजाघर चौराहे पर एक चाय की दुकान पर बैठा था। युवक ने बताया कि इस दौरान उसके पास एक व्यक्ति आया और उससे बातचीत करने के बाद धर्म परिवर्तन करने की बात कही। धर्म परिवर्तन के एवज में उसे 20 हजार नकद और अच्छी जिंदगी जीने की सलाह दी। युवक ने जब इस बात की जानकारी अपने परिजनों को दी तो उसके परिवार के साथ अन्य लोग वहां पहुंचे।

युवक को धर्म परिवर्तन करने के लिए प्रेरित करने वाला व्यक्ति वहां से चला गया। मामले की जानकारी लेने के बाद लोग वही हंगामा करने लगे। इस मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि शाम 6:00 बजे तक थाने पर तहरीर नहीं दी गई थी। यदि कोई मुकदमा दर्ज कराता है तो करवाई की जाएगी।''

आज एक्सप्रेस का दावा है कि इसी तरह के हमले आज़मगढ़ और जौनपुर में भी हुए हैं-

''जौनपुर, आजमगढ़ में भी इस तरह का मामला आ चुका है सामने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में इस तरह का मामला सामने आने से पहले सूबे के जौनपुर और आजमगढ़ जिले में इस तरह का मामला सामने आ चुका है। आजमगढ़ वाले प्रकरण में जांच अभी जारी है जबकि जौनपुर वाले मामले में एक थानेदार को थाना प्रभारी के पद से लापरवाही बरतने पर हटा दिया गया था।

इस मामले में चर्च के फादर एन स्टीवन ने दशाश्वमेध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत चालीस अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।'' 





इस मामले में चर्च के फादर एन स्टीवन ने दशाश्वमेध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत चालीस अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। 

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