बिहार: मजदूरी मांगने पर दलित व्यक्ति को पीटा, चेहरे पर थूका और पेशाब किया  

Written by sabrang india | Published on: October 11, 2024
पीड़ित रिंकू मांझी की शिकायत के अनुसार, यह घटना 4 अक्टूबर को हुई जब उसने दो दिनों के काम के लिए मजदूरी मांगने के लिए आरोपी रमेश पटेल के पोल्ट्री फार्म गया था।



बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक दलित व्यक्ति को बाप-बेटे ने इसलिए पीटा क्योंकि उसने पोल्ट्री फार्म में काम के लिए बकाया मजदूरी की मांग की थी। आरोप है कि दलित व्यक्ति को न सिर्फ पीटा गया, बल्कि उसके चेहरे पर थूका गया और उस पर पेशाब भी किया गया।  

पीड़ित रिंकू मांझी की शिकायत के अनुसार, यह घटना 4 अक्टूबर को हुई जब उसने दो दिनों के काम के लिए मजदूरी मांगने के लिए आरोपी रमेश पटेल के पोल्ट्री फार्म गया था।

शिकायत में कहा गया है कि मजदूरी की मांग करने से नाराज होकर रमेश पटेल, उसके भाई अरुण पटेल और बेटे गौरव कुमार ने रिंकू की पिटाई की। साथ ही, रमेश पटेल और गौरव कुमार ने पीड़ित पर पेशाब भी किया और उसके चेहरे पर थूका।

8 अक्टूबर को दर्ज कराई गई शिकायत में रिंकू मांझी ने आरोपी के खिलाफ सबूत के तौर पर घटना का एक वीडियो भी पुलिस के साथ साझा किया है।

शिकायत मिलने पर आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और एससी/एसटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और मामले की जांच शुरू की गई।

मुज़फ़्फ़रपुर की पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) विधा सागर ने घटना के बारे में बात करते हुए कहा, "करपुर उत्तर में रहने वाले रमेश पटेल नामक एक दिहाड़ी मजदूर को जातिसूचक गालियां दी गईं। रिंकू नामक व्यक्ति भी रमेश के यहां काम करता था और जब उसने अपनी मजदूरी मांगी, तो यह सब हुआ। मामला दर्ज कर लिया गया है और कार्रवाई की जा रही है।"

अधिकारी ने कहा, "हमने पीड़ित द्वारा उपलब्ध कराए गए वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली है और जांच के बाद उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।"

इससे पहले, मुज़फ़्फ़रपुर में एक अन्य मामले में दो दलित व्यक्तियों को मोटरसाइकिल चोरी करने के आरोप में कुछ लोगों ने बुरी तरह पीटा और उन पर पेशाब किया था। यह घटना उस समय हुई जब पीड़ित ग्रामीण मेले में जा रहे थे। घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।

यह ज्ञात हो कि दलितों के साथ बदसलूकी का यह कोई पहला मामला नहीं है। आए दिन उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के बहराइच के एक गांव में दो पोल्ट्री फार्म मालिकों ने कथित तौर पर दलित समुदाय के तीन लड़कों की पिटाई की। उन पर 5 किलो गेहूं चोरी करने का शक था। इस आरोप में फार्म मालिकों ने दलित बच्चों का सिर मुंडाकर और चेहरे पर कालिख पोतकर उन्हें गांव में घुमाया। इतना ही नहीं, उनके हाथ पर 'चोर' भी लिख दिया गया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों के परिवारों ने दावा किया कि दोनों ने लड़कों को प्रताड़ित किया क्योंकि वे काम के लिए पोल्ट्री फार्म पर नहीं आए थे।

वहीं उत्तर प्रदेश में ही रामलीला में कुर्सी पर बैठने पर कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर लात-घूंसे मारे जाने और अपमानित किए जाने से एक 48 वर्षीय दलित व्यक्ति सदमे में आ गया था। उसने रात को सोरोन थाने के सलेमपुर विवि गांव में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों और दलित समुदाय के लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया था।

कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में एक दलित युवक के साथ मनचलों ने मारपीट कर उस पर पेशाब कर दिया था। उसने इस घटना का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना शक्तिनगर थाना इलाके की थी। पीड़ित युवक ने इस घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अंकित भारती को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में सात-आठ युवकों पर मुकदमा दर्ज किया।

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