इतिहास
November 25, 2020
हिंदी की महत्वपूर्ण पत्रिका उदभावना में पिछले दिनों छपे इस इंटरव्यू की काफ़ी चर्चा हुई है। यह भारत में बारह सौ वर्षों से अधिक समय से साथ-साथ रह रहे हिंदुओं और मुसलमानों के आपसी रिश्तों को एक नये नज़रिए से देखने की कोशिश है। विभूति नारायण राय ने सीनियर पुलिस अफ़सर की हैसियत से भारतीय राज्य द्वारा मुसलमानों के साथ की जाने वाले ज़्यादतियों को नज़दीक से देखा है। अपनी अकादमिक दिलचस्पियों के चलते वे...
November 21, 2020
कर्नाटक के मैसूर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां कथित तौर पर दलितों के बाल काटने से खफा गांववालों ने एक नाई पर पचास हजार रूपये का जुर्माना लगाया। यहीं गांववालों के द्वारा उनके परिवार का भी सामाजिक बहिष्कार किया गया।
नानजनगुगु इलाके के हल्लारे गांव में रहने वाले मल्लिकार्जुन शेट्टी पेशे से नाई हैं। उन्होंने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं है जब गांववालों...
November 7, 2020
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार को आदिवासी महानायक बिरसा मुंडा का अपमान कर बैठे। इस बात को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
अमित शाह दो दिनों के बंगाल दौरे पर हैं। दौरे के पहले दिन गुरुवार को आदिवासियों को लुभाने की इस कोशिश में शाह का पहला कार्यक्रम बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर फूल चढ़ाने का था लेकिन वहां मूर्ति को लेकर विवाद हो गया। जिस मूर्ति पर...
October 18, 2020
चुनाव का मौसम हर दिन बातचीत में 'वोट बैंक की राजनीति', 'अल्पसंख्यक तुष्टिकरण' और जाति, वर्ग और सांप्रदायिक विभाजन से जुड़े कई अन्य शब्दों को वापस लाता है। तथाकथित 'मुस्लिम वोट बैंक' का विश्लेषण कई राजनीतिक पंडितों द्वारा किया जाता है, जिसके कारण वोट स्विंग करने की क्षमता होती है। इस चुनावी मौसम में आइए हम बिहार में मुसलमानों की जमीनी हकीकत पर एक नज़र डालें।
बिहार...
October 9, 2020
इस वर्ष गांधी जयंती (2 अक्टूबर 2020) पर ट्विटर पर ‘नाथूराम गोडसे जिन्दाबाद‘ के संदेशों का सैलाब आ गया और इसने इसी प्लेटफार्म पर गांधीजी को दी गई श्रद्धांजलियों को पीछे छोड़ दिया. इस वर्ष गोडसे पर एक लाख से ज्यादा ट्वीट किए गए जबकि पिछले वर्ष इनकी संख्या करीब बीस हजार थी. इस वर्ष बहुसंख्यक ट्वीट, बाट एकाउंटस से भेजे गए. इन्हीं बाट्स से पिछले कुछ हफ्तों से ‘जस्टिस फॉर सुशांत...
September 28, 2020
कल फांसी का दिन मुकर्रर था और आज भगत सिंह अपने साथियों को खत लिख रहे थे। सोचिए, जब मौत सामने खड़ी हो तो ऐसे में कोई रणबांकुरा ही मुस्कुरा सकता है। कोई मतवाला ही आजादी का परचम लेकर मुस्कुराते हुए मातृभूमि पर खुद को न्योछावर कर पाएगा। ऐसा जज्बा रखने वाले शहीद-ए-आजम भगत सिंह का आज जन्मदिन है। तो आइए जानें कि उन्होंने अपनी शहादत से ठीक कुछ घंटे पहले ऐसा क्या लिखा जो इंकलाब की आवाज बन गया। यहां पेश है...
September 28, 2020
शहीद-ए-आजम भगत सिंह एक ऐसा नाम जो अपनी छोटी सी उम्र में ब्रिटिश साम्राज्यवादी उपनिवेशवाद के ख़िलाफ़ राजनैतिक और वैचारिक दृढ़ता के साथ खड़े रहे जिसकी धमक आज भी देश के तरक्की पसंद युवाओं की आवाज में सुनाई और दिखाई देती है. आज आरएसएस और उससे जुड़े संगठन, अम्बेडकर, पटेल, भगत सिंह सहित तमाम दुसरे क्रांतिकारियों के नाम के साथ खुद को जोड़ने करने की पुरजोर कोशिश में लगे हैं. “इतिहास न खुद को कभी दुहराता...
September 14, 2020
भारतीय उपमहाद्वीप, सांस्कृतिक, धार्मिक, सांप्रदायिक, और भाषाई विविधता वाला क्षेत्र है। हिंदी का प्रचलित मुहावरा ‘कोस-कोस पर बदले पानी, चार कोस पर बदले वाणी’, केवल मुहावरा नहीं है, यही सच्चाई है।
विश्व भर में यहाँ की सभ्यता और संकृति ने कुछ न कुछ छाप छोड़ी है, और विश्व भर की सभ्यता और संस्कृति के आदान प्रदान ने यहाँ के समाज को एक अत्यंत ही सुन्दर और सुसज्जित धरोहर वाला समाज बना...
August 17, 2020
आरएसएस के प्रचारक, धुर-संघी नरेन्द्र मोदी के निजी नेतृत्व में चल रही आरएसएस-भाजपा की मौजूदा सरकार 138 करोड़ भारतीयों (जिनमें से लगभग 80 प्रतिशत हिंदू हैं) को रोजगार, शिक्षा, सुरक्षा और शांति देने में तो बुरी तरह से नाकामयाब है, लेकिन देशवासियों का मन बहलाने के लिए 5 (2020) अगस्त को उसके पास एक शुभ समाचार था। किसी मध्यकालीन राजा की वेशभूषा में, एक हिन्दू ऋषी दिखने की कामना लिए, केसरिया लबादा लपेटे...
August 15, 2020
सबसे पहले ये समझना आवश्यक है कि, स्वाधीनता दिवस, या आज़ादी का दिन क्यों मनाया जाता है? आखिर ऐसा क्या था जिस से आज़ादी पाने के लिए भारतीय उपमहाद्वीप के लोगों को सदियों संघर्ष करना पड़ा? जबतक हम ये नहीं समझेंगे, तब तक पंद्रह अगस्त का महत्व नहीं समझ सकते हैं.
लोग कहते हैं अंग्रेज़ों से आजादी मिल गई, परन्तु अंग्रेज़ों के समय में क्या बुरा था जो समाप्त हो गया? उस समय भी रेलवे, पोस्ट ऑफिस, बैंक...