पुडुचेरी में मंदिर निर्माण फिर से शुरू करने के लिए दलित समुदाय ने सरकार से दखल की मांग की

Written by sabrang india | Published on: March 1, 2025
दलित समुदाय ने विरोध को दूर करने और मंदिर निर्माण पूरा करने के लिए सरकार से मदद की अपील की।


फोटो साभार : द मूकनायक

मन्नादीपेट कम्यून के विनयगाम पट्टू गांव में दलित समुदाय के सदस्यों ने सरकार से दखल करने और मंदिर निर्माण को पूरा करने में मदद करने का आग्रह किया है, जो गैर-दलित लोगों के एक वर्ग के विरोध के कारण रुका हुआ था। मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और जिला कलेक्टर को याचिकाएं दी गई हैं।

द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ गैर-दलित ग्रामीणों के विरोध के बाद निर्माण कार्य को रोक दिया गया था। दलित समुदाय ने 18 साल पहले बने मुथुमारीअम्मन मंदिर के हाल ही में आई बाढ़ के कारण खराब होने के बाद इसकी शुरुआत की थी। इसके अलावा, सड़क के बीच में स्थित पुराना मंदिर यातायात की भीड़ और आपातकालीन सेवाओं में रूकावट पैदा कर रहा है। 

वेबसाइट ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि दलित लोगों ने अनुसूचित जाति (एससी) के सदस्यों और गैर-दलितों दोनों के वित्तीय मदद से क्षतिग्रस्त संरचना के पीछे स्थित सरकारी स्वामित्व वाली भूमि पर एक नया मंदिर बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि, गैर-दलित लोगों के एक वर्ग के विरोध के कारण गांव में तनाव पैदा हो गया।
1 फरवरी को दर्ज की गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक ने आदि द्रविड़ समुदाय के सदस्यों को बुलाया और उन्हें तनाव से बचने और किसी भी खतरे की सूचना देने की सलाह दी। इसके बाद, स्थानीय अधिकारियों ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने की आवश्यकता का हवाला देते हुए निर्माण को रोकने का आदेश दिया।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) [सीपीआई (एम)] के नेताओं सहित अन्य नेताओं ने निर्माण को रोकने की निंदा करते हुए कहा कि दलित समुदाय को पूजा स्थल बनाने के अधिकार से वंचित करना अन्यायपूर्ण है।

सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एस. रामचंद्रन ने सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि सभी समुदायों के समर्थन से निर्माण शांतिपूर्ण तरीके से फिर से शुरू हो। पार्टी ने तनाव भड़काने के लिए कथित रूप से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है।

अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं, उनका लक्ष्य ऐसा समाधान निकालना है जो सामाजिक सद्भाव और समुदाय के धार्मिक अधिकारों दोनों को बरकरार रखे।

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