"अपनी मांगों को लेकर किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। मांगे पूरी नहीं होने पर दिल्ली कूच की तैयारी की गई, लेकिन अधिकारियों ने 7 दिन का समय मांगा।"
नोएडा से बड़ी खबर है। दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलन कर रहे करीब 200 किसानों को पुलिस ने जबरदस्ती गिरफ्तार कर लिया है। सभी को गिरफ्तार कर सूरजपुर में स्थित पुलिस डीडीलाइन ले जाया जाएगा। मौके पर हजारों पुलिसकर्मी तैनात है। किसानों को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 163 के उल्लंघन पर गिरफ्तार किया गया और उन्हें बसों में भर कर जिला जेल भेज दिया गया। पुलिस प्रशासन का कहना है कि नियमों के उल्लंघन करने की वजह से उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता सुनील प्रधान ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। मांगे पूरी नहीं होने पर दिल्ली कूच की तैयारी की गई, लेकिन अधिकारियों ने 7 दिन का समय मांगा। इस दौरान किसानों ने फैसला लिया कि रास्ते में दलित प्रेरणा स्थल में अब आगे 7 दिनों तक आंदोलन किया जाएगा। वहां से अब पुलिस ने जबरदस्ती किसानों को उठा लिया है। सभी को गिरफ्तार कर ले जाया जा रहा है।
खास है कि किसान अपनी 10 अहम मांगों को लेकर फिर से सड़क पर उतर गए हैं। किसान नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर कल सोमवार से ही अनिश्चितकालीन धरने पर थे। लेकिन पुलिस ने आज मंगलवार को यहां पर बैठे करीब 200 से अधिक किसानों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले प्रेरणा स्थल पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। इस बीच किसानों के आंदोलन की वजह से ग्रेटर नोएडा हाइवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
नोएडा के सेक्टर 95 स्थित दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे किसानों के बीच तब अचानक हड़कंप मच गया, जब भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने धरना दे रहे किसानों को जबरन उठाकर गिरफ्तार कर लिया। किसानों को बसों में भरकर गिरफ्तार कर लुक्सर जेल पर भेज दिया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। उनकी गाड़ियों को भी धरनास्थल से हटा दिया गया है।
भाकियू ने शाम में बुलाई आपात पंचायत
पुलिस ने बताया कि भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा, भारतीय किसान यूनियन (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) के प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना, किसान नेता सुनील फौजी, उदल यादव, सुनील प्रधान, रूपेश वर्मा और अमन भाटी समेत कई किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच किसानों को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने मुजफ्फरनगर में आज शाम चार बजे पंचायत बुलाई है जिसमें उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भी शामिल होंगे।
राकेश टिकैत के ऐलान से गरमाया माहौल
"नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर किसान धरना दे रहे हैं। हालांकि प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। किसानों को यहां से जबरन हटाया जा रहा है। इसकी वजह से सड़क पर लंबा जाम भी लग गया है। जैसे ही किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया, उसके बाद राकेश टिकैत ने ऐलान कर दिया कि वह नोएडा पहुंच रहे हैं। पुलिस प्रदर्शनकारी किसानों को हिरासत में लेकर ग्रेटर नोएडा की लुक्सर जेल भेज रही है। करीब पांच बसों में किसानों को जेल ले जाया गया है। किसान यहां पर अपना धरना जारी रखे हुए हैं। इस बीच नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू हो गई है। किसानों के दिल्ली चलो मार्च को लेकर विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था पर संयुक्त सीपी संजय कुमार ने कहा, “संसद सत्र को देखते हुए नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू की गई है।"
सोमवार को किसानों ने किया था हाई-वे जाम
बता दें कि सोमवार को किसानों के प्रदर्शन के कारण दिल्ली और ग्रेटर नोएडा के बीच एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक पूरी तरह से ठप पड़ा रहा था। दिल्ली और नोएडा के सभी बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं। हालांकि प्रशासन को थोड़ी बहुत कामयाबी मिली और वह किसान नेताओं को सड़क से हटने के लिए मनाने में कामयाब रहे। 1 दिसंबर को अथॉरिटी के साथ किसानों की बातचीत हुई थी। लेकिन यह सफल नहीं रही।
इसके बाद किसानों ने ऐलान कर दिया कि वह 2 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। 2 दिसंबर को किसान बड़ी संख्या में दिल्ली नोएडा बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। हालांकि इसके बाद प्रशासन ने उन्हें मनाने का प्रयास किया तो इसके बाद किसान नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर धरना देने को तैयार हो गए।"
किसानों से वादा किया गया है कि मुख्य सचिव स्तर की वार्ता इसी हफ्ते होगी और तब तक वह सड़क से हटकर दलित प्रेरणा स्थल के अंदर अपना धरना दें। किसान और अधिकारियों के बीच सहमति बनी कि अगले एक हफ्ते में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव से उनकी बातचीत होगी। वहीं किसानों ने कहा है कि अगर बातचीत सफल रही तो अपने घर लौट जाएंगे और नहीं बनी तो दोबारा दिल्ली कूच करेंगे। उधर, दलित प्रेरणा स्थल धरने पर रात होते-होते बड़ी संख्या में किसान पहुंच गए और वहीं पर डेरा जमा लिया। किसानों ने वहां पर लोगों के लिए खाना बनाने की व्यवस्था की और ठंड से बचने के लिए रजाई और कंबल आदि की व्यवस्था कराई। रात में किसानों ने रागिनी गाकर और जोशीले भाषण के जरिए एक-दूसरे का मनोबल बढ़ाया।
नोएडा से बड़ी खबर है। दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलन कर रहे करीब 200 किसानों को पुलिस ने जबरदस्ती गिरफ्तार कर लिया है। सभी को गिरफ्तार कर सूरजपुर में स्थित पुलिस डीडीलाइन ले जाया जाएगा। मौके पर हजारों पुलिसकर्मी तैनात है। किसानों को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 163 के उल्लंघन पर गिरफ्तार किया गया और उन्हें बसों में भर कर जिला जेल भेज दिया गया। पुलिस प्रशासन का कहना है कि नियमों के उल्लंघन करने की वजह से उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता सुनील प्रधान ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। मांगे पूरी नहीं होने पर दिल्ली कूच की तैयारी की गई, लेकिन अधिकारियों ने 7 दिन का समय मांगा। इस दौरान किसानों ने फैसला लिया कि रास्ते में दलित प्रेरणा स्थल में अब आगे 7 दिनों तक आंदोलन किया जाएगा। वहां से अब पुलिस ने जबरदस्ती किसानों को उठा लिया है। सभी को गिरफ्तार कर ले जाया जा रहा है।
खास है कि किसान अपनी 10 अहम मांगों को लेकर फिर से सड़क पर उतर गए हैं। किसान नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर कल सोमवार से ही अनिश्चितकालीन धरने पर थे। लेकिन पुलिस ने आज मंगलवार को यहां पर बैठे करीब 200 से अधिक किसानों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले प्रेरणा स्थल पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। इस बीच किसानों के आंदोलन की वजह से ग्रेटर नोएडा हाइवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
नोएडा के सेक्टर 95 स्थित दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे किसानों के बीच तब अचानक हड़कंप मच गया, जब भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने धरना दे रहे किसानों को जबरन उठाकर गिरफ्तार कर लिया। किसानों को बसों में भरकर गिरफ्तार कर लुक्सर जेल पर भेज दिया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। उनकी गाड़ियों को भी धरनास्थल से हटा दिया गया है।
भाकियू ने शाम में बुलाई आपात पंचायत
पुलिस ने बताया कि भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा, भारतीय किसान यूनियन (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) के प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना, किसान नेता सुनील फौजी, उदल यादव, सुनील प्रधान, रूपेश वर्मा और अमन भाटी समेत कई किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच किसानों को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने मुजफ्फरनगर में आज शाम चार बजे पंचायत बुलाई है जिसमें उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भी शामिल होंगे।
राकेश टिकैत के ऐलान से गरमाया माहौल
"नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर किसान धरना दे रहे हैं। हालांकि प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। किसानों को यहां से जबरन हटाया जा रहा है। इसकी वजह से सड़क पर लंबा जाम भी लग गया है। जैसे ही किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया, उसके बाद राकेश टिकैत ने ऐलान कर दिया कि वह नोएडा पहुंच रहे हैं। पुलिस प्रदर्शनकारी किसानों को हिरासत में लेकर ग्रेटर नोएडा की लुक्सर जेल भेज रही है। करीब पांच बसों में किसानों को जेल ले जाया गया है। किसान यहां पर अपना धरना जारी रखे हुए हैं। इस बीच नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू हो गई है। किसानों के दिल्ली चलो मार्च को लेकर विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था पर संयुक्त सीपी संजय कुमार ने कहा, “संसद सत्र को देखते हुए नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू की गई है।"
सोमवार को किसानों ने किया था हाई-वे जाम
बता दें कि सोमवार को किसानों के प्रदर्शन के कारण दिल्ली और ग्रेटर नोएडा के बीच एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक पूरी तरह से ठप पड़ा रहा था। दिल्ली और नोएडा के सभी बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रहीं। हालांकि प्रशासन को थोड़ी बहुत कामयाबी मिली और वह किसान नेताओं को सड़क से हटने के लिए मनाने में कामयाब रहे। 1 दिसंबर को अथॉरिटी के साथ किसानों की बातचीत हुई थी। लेकिन यह सफल नहीं रही।
इसके बाद किसानों ने ऐलान कर दिया कि वह 2 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। 2 दिसंबर को किसान बड़ी संख्या में दिल्ली नोएडा बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। हालांकि इसके बाद प्रशासन ने उन्हें मनाने का प्रयास किया तो इसके बाद किसान नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर धरना देने को तैयार हो गए।"
किसानों से वादा किया गया है कि मुख्य सचिव स्तर की वार्ता इसी हफ्ते होगी और तब तक वह सड़क से हटकर दलित प्रेरणा स्थल के अंदर अपना धरना दें। किसान और अधिकारियों के बीच सहमति बनी कि अगले एक हफ्ते में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव से उनकी बातचीत होगी। वहीं किसानों ने कहा है कि अगर बातचीत सफल रही तो अपने घर लौट जाएंगे और नहीं बनी तो दोबारा दिल्ली कूच करेंगे। उधर, दलित प्रेरणा स्थल धरने पर रात होते-होते बड़ी संख्या में किसान पहुंच गए और वहीं पर डेरा जमा लिया। किसानों ने वहां पर लोगों के लिए खाना बनाने की व्यवस्था की और ठंड से बचने के लिए रजाई और कंबल आदि की व्यवस्था कराई। रात में किसानों ने रागिनी गाकर और जोशीले भाषण के जरिए एक-दूसरे का मनोबल बढ़ाया।