स्थानीय लोगों और दुकानदारों का कहना है कि इस इलाके से दिन भर में कई बार पुलिस की गाड़ी गुजरती है। कई दुकानदारों का आरोप है कि पुलिस की जिप्सी में सवार पुलिसकर्मियों द्वारा अभद्रता की जाती है।
वाराणसी के दालमंडी में अतिक्रमण हटाने को लेकर पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। इस बीच, इस कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। स्थानीय लोगों और नेताओं का आरोप है कि केवल इसी इलाके को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि काशीपुरा और राज दरवाजा जैसे अन्य क्षेत्रों में यहां से ज्यादा अतिक्रमण है, लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। उनका कहना है कि दालमंडी इलाके में न के बराबर अतिक्रमण है, फिर भी उन्हें परेशान किया जा रहा है।
एक यूट्यूब चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय लोगों और दुकानदारों का कहना है कि इस इलाके से दिन भर में कई बार पुलिस की गाड़ी गुजरती है। कई दुकानदारों का आरोप है कि पुलिस की जिप्सी में सवार पुलिसकर्मियों द्वारा अभद्रता की जाती है। चैनल ने हालांकि इन आरोपों की पुष्टि नहीं की, लेकिन उस इलाके से गुजर रही पुलिस की जिप्सी का वीडियो दिखाया गया, जिसमें गाड़ी चला रहा सिपाही ड्राइवर पास से गुजर रहे बच्चे को थप्पड़ मारता दिखाई दे रहा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव आदिल खान ने चैनल से बात करते हुए कहा कि अतिक्रमण हटाया जाए, लेकिन इसके नाम पर किसी का उत्पीड़न न किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी सड़कें बिल्कुल चौड़ी हैं और कोई दुकानदार अपनी जगह से आगे निकला हुआ नहीं है। कुछ दुकानदार अपनी दुकान पर सामान लटकाए होते हैं, और पुलिस वाले उनका सामान डंडा मारकर गिरा देते हैं। उनका कहना है कि काशीपुरा में अतिक्रमण नहीं दिख रहा, बल्कि सारा अतिक्रमण दालमंडी में ही दिखाई दे रहा है।
आदिल खान ने कहा कि वे अतिक्रमण हटाने के पक्ष में हैं, लेकिन किसी के साथ अभद्रता करना उचित नहीं है। उन्होंने एक बच्चे का जिक्र करते हुए कहा कि जब पुलिस की जिप्सी गुजर रही थी, तो उसमें बैठा सिपाही बच्चे को थप्पड़ मारता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसका वीडियो भी है।
दालमंडी की पूर्व पार्षद नजमी सुलतान ने कहा कि पिछले कुछ समय से इस इलाके में अतिक्रमण हटाने का जो काम चल रहा है, वह सबके लिए फायदेमंद है। इससे आने-जाने में सुविधा हो रही है और सारी फालतू चीजें हट गई हैं। उन्होंने कहा कि उनका पूरा सहयोग प्रशासन के साथ है, लेकिन किसी का भी उत्पीड़न न हो और उन्हें बेवजह परेशान न किया जाए। पुलिस की गाड़ी के आने-जाने के दौरान हूटर बजने से अफरा-तफरी मच जाती है और लोग इधर-उधर भागने लगते हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब हम आपका सहयोग न करें, तो हमारी गलती है, लेकिन जब हम पूरा सहयोग कर रहे हैं, तो हमारा उत्पीड़न क्यों किया जा रहा है? ऐसा सिर्फ हमारे ही साथ क्यों हो रहा है? उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से निवेदन किया कि इस पर गौर करें कि केवल दालमंडी पर आपकी नजर क्यों है।
वाराणसी के दालमंडी में अतिक्रमण हटाने को लेकर पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। इस बीच, इस कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। स्थानीय लोगों और नेताओं का आरोप है कि केवल इसी इलाके को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि काशीपुरा और राज दरवाजा जैसे अन्य क्षेत्रों में यहां से ज्यादा अतिक्रमण है, लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। उनका कहना है कि दालमंडी इलाके में न के बराबर अतिक्रमण है, फिर भी उन्हें परेशान किया जा रहा है।
एक यूट्यूब चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय लोगों और दुकानदारों का कहना है कि इस इलाके से दिन भर में कई बार पुलिस की गाड़ी गुजरती है। कई दुकानदारों का आरोप है कि पुलिस की जिप्सी में सवार पुलिसकर्मियों द्वारा अभद्रता की जाती है। चैनल ने हालांकि इन आरोपों की पुष्टि नहीं की, लेकिन उस इलाके से गुजर रही पुलिस की जिप्सी का वीडियो दिखाया गया, जिसमें गाड़ी चला रहा सिपाही ड्राइवर पास से गुजर रहे बच्चे को थप्पड़ मारता दिखाई दे रहा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव आदिल खान ने चैनल से बात करते हुए कहा कि अतिक्रमण हटाया जाए, लेकिन इसके नाम पर किसी का उत्पीड़न न किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी सड़कें बिल्कुल चौड़ी हैं और कोई दुकानदार अपनी जगह से आगे निकला हुआ नहीं है। कुछ दुकानदार अपनी दुकान पर सामान लटकाए होते हैं, और पुलिस वाले उनका सामान डंडा मारकर गिरा देते हैं। उनका कहना है कि काशीपुरा में अतिक्रमण नहीं दिख रहा, बल्कि सारा अतिक्रमण दालमंडी में ही दिखाई दे रहा है।
आदिल खान ने कहा कि वे अतिक्रमण हटाने के पक्ष में हैं, लेकिन किसी के साथ अभद्रता करना उचित नहीं है। उन्होंने एक बच्चे का जिक्र करते हुए कहा कि जब पुलिस की जिप्सी गुजर रही थी, तो उसमें बैठा सिपाही बच्चे को थप्पड़ मारता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसका वीडियो भी है।
दालमंडी की पूर्व पार्षद नजमी सुलतान ने कहा कि पिछले कुछ समय से इस इलाके में अतिक्रमण हटाने का जो काम चल रहा है, वह सबके लिए फायदेमंद है। इससे आने-जाने में सुविधा हो रही है और सारी फालतू चीजें हट गई हैं। उन्होंने कहा कि उनका पूरा सहयोग प्रशासन के साथ है, लेकिन किसी का भी उत्पीड़न न हो और उन्हें बेवजह परेशान न किया जाए। पुलिस की गाड़ी के आने-जाने के दौरान हूटर बजने से अफरा-तफरी मच जाती है और लोग इधर-उधर भागने लगते हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब हम आपका सहयोग न करें, तो हमारी गलती है, लेकिन जब हम पूरा सहयोग कर रहे हैं, तो हमारा उत्पीड़न क्यों किया जा रहा है? ऐसा सिर्फ हमारे ही साथ क्यों हो रहा है? उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से निवेदन किया कि इस पर गौर करें कि केवल दालमंडी पर आपकी नजर क्यों है।