किसान महापंचायत: 20 मार्च को दिल्ली रामलीला मैदान में जुटेंगे अन्नदाता, CBI छापों से भड़की SKM की पंजाब इकाई

Written by Navnish Kumar | Published on: March 11, 2023
"भाकियू नेता राकेश टिकैत ने मेरठ से केंद्र सरकार के खिलाफ हुंकार भरी और 20 मार्च को दिल्ली रामलीला मैदान में जुटने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 20 मार्च को दिल्ली में देश भर के किसान जुटेंगे और सरकार को जगाने का कार्य करेंगे। मेरठ से इसकी शुरुआत हो चुकी है। सरकार किसानों के साथ छल कर रही है जो अब और अधिक बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उधर, किसान नेताओं पर सीबीआई के छापों से संयुक्त मोर्चा की पंजाब इकाई भी भड़क उठी है और 13 मार्च से राज्यव्यापी धरने प्रदर्शन का ऐलान किया है।"



BKU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को मेरठ में आयोजित किसान महापंचायत में कहा कि किसानों के साथ छल हो रहा है। उनके नलकूपों पर जबरन मीटर लगाये जा रहे हैं जिससे भविष्य में किसान की उपज की कीमत से अधिक बिजली का बिल वसूला जा सके। भूमि अधिग्रहण के मामले में भी किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है। आगामी 20 मार्च का दिल्ली के रामलीला मैदान में पूरे देश के किसान अपने मुद्दों को लेकर जुटेंगे और  सरकार को जगाने का काम करेंगे। इस दौरान टिकैत सरकार के खिलाफ खूब गरजे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण जिले मेरठ में किसानों ने योगी सरकार के खिलाफ हुंकार भर कर यह साफ कर दिया है कि न तो किसान आंदोलन बंद होगा और ना सरकार के खिलाफ हुंकार और घेराबंदी।

वहीं, महापंचायत में टिकैत परिवार को धमकी देने का मामला भी गरमाया रहा। राकेश टिकैत के परिवार को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद से किसानों में गुस्सा दिखा। बुलंदशहर के भटौना गांव से किसान ढोल नगाड़े लेकर महापंचायत में पहुंचे। उनके समर्थकों ने प्रशासन को अलग अंदाज में अल्टीमेटम दिया। उन्होंने कहा कि कहा कि बम का जवाब हम ढोल वाले बम से देने आए हैं और चेतावनी देकर जा रहे हैं। किसानों ने साफ साफ कहा कि अगर टिकैत परिवार को धमकी देने वाले गिरफ्तार नहीं हुए तो आर पार की लड़ाई होगी।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे परिवार को बम से उड़ाने की धमकी दी जा रही है। लेकिन किसी भी कीमत पर किसान आंदोलन नहीं रुकेगा। मारने की धमकी मिलने पर टिकैत ने कहा, 'डरूंगा नहीं आंदोलन जारी रखूंगा, टिकैत परिवार आंदोलन के लिए जाना जाता है। इस तरह की धमकी देने वाले मानसिक रूप से बीमार हैं। महात्मा गांधी अहिंसा के पुजारी थे उन्हें गोली मार दी गई, मैं डरूंगा नहीं और आंदोलन जारी रखा जाएगा।'

किसानों के साथ छल हो रहा 
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार चुनाव के दौरान घोषणा पत्र में किए गए वादों को भी भूल गई है। किसानों के साथ छल हो रहा है। जबरदस्ती किसानों के नलकूपों पर मीटर लगाने का काम किया जा रहा है, ताकि आने वाले समय में किसान की उपज की कीमत से अधिक बिजली का बिल वसूला जा सके। 

उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण के मामले में भी सरकार किसानों के साथ अत्याचार कर रही हैं, जिसको किसी भी कीमत पर किसान बर्दाश्त नहीं करेगा। टिकैत ने कहा कि आगामी 20 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में पूरे देश के किसान पहुंचेंगे। जहां भूमि अधिग्रहण से लेकर किसानों की उपज का उचित दाम, स्वामीनाथन की रिपोर्ट समेत अनेक मुद्दों पर सरकार को जगाने का काम किया जाएगा। 

इस दौरान उन्होंने बकाया चीनी मिलों को चेतावनी दी कि वह समय से किसानों का बकाया भुगतान कर दें, अन्यथा किसान अपना निर्णय लेंगे। उन्होंने गन्ना विभाग के अधिकारियों से कहा कि जो चीनी मिल किसानों का बकाया भुगतान नहीं कर रही है, उसका गन्ना दूसरे चीनी मिल को हस्तांतरित कर दिया जाए। ताकि किसानों को उनकी फसल का उचित दाम समय पर मिल सके। वहीं नरेश टिकैत ने गन्ना विभाग और बिजली विभाग के अधिकारियों को मंच पर बुलाया। साथ ही उनसे कहा कि अगर किसानों के साथ ज्यादती की तो किसान चुप बैठने वाले नहीं हैं। 

सम्मानजनक जिंदगी जीनी है तो बड़ा आंदोलन करना होगा 
उन्होंने दो टूक कहा कि अब अगर किसानों को सम्मानजनक जिंदगी जीनी है तो पूरे देश के किसानों को एक मंच पर आकर बड़ा आंदोलन करना होगा। राकेश टिकैत ने कहा कि आज हमारे परिवार को बम से उड़ाने की धमकी देने वालों को समझना चाहिए कि हम किसी भी कीमत पर किसान आंदोलन बंद नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि टिकैत परिवार में जो भी पैदा होगा वह किसान आंदोलनों के लिए ही पैदा होगा। उन्होंने कहा कि आज मेरठ की धरती से किसानों ने हुंकार भर दी है। अब यह हुंकार पूरे भारत में जाएगी। उन्होंने 30 साल पहले बाबा टिकैत के आंदोलन को भी याद किया। इस दौरान अन्य किसान नेताओं ने खुले मन से चेतावनी दी कि अगर एक सप्ताह के भीतर टिकैत परिवार को बम से उड़ा देने की धमकी देने वालों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो सरकार से भी आर-पार की लड़ाई होगी। किसान नेताओं ने यहां तक कह दिया कि 20 मार्च को दिल्ली में होने वाली महापंचायत में आने वाले सभी किसान ट्रेनों पर कब्जा करेंगें। कहा कि भारतीय किसान यूनियन का झंडा लगाए और दिल्ली पहुंचे किसी भी किसान को रेल का टिकट लेने की जरूरत नहीं है।

‘इनके खूंटे उखाड़ने पड़ेंगे…आएगा इनका भी टाइम’, BJP पर बरसे टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत बीजेपी पर जमकर बरसे। मेरठ महापंचायत में बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ये सबको गिरफ्तार करा रहे हैं, इसलिए इन्हें सत्ता से बेदखल करना होगा। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा, “ये सबको एक-एक करके खूंटे में बांध रहे हैं। इनके खूंटे उखाड़ने पड़ेंगे…आएगा इनका भी टाइम। गांवों में शहरों में ढूंढे नहीं पावेंगे।”

भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आने वाले समय में वैचारिक क्रांति ही देश को पार लगाएगी। उन्होंने कहा, “ये पकड़-धकड़ कर रहे हैं सबके साथ में। एक दिल्ली का मंत्री पकड़ रखा है, जब तक वह केजरीवाल का नाम नहीं लेगा कि वो भी घोटाले में था, तब तक उसे नहीं छोड़ेंगे।” बता दें कि दिल्‍ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को CBI ने नई शराब नीति में कथित अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद ED ने इसी से जुड़े धन शोधन के एक मामले में तिहाड़ जेल में मनीष सिसोदिया से पूछताछ की और गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। आज कोर्ट ने उन्हें 7 दिनों के लिए ED की कस्टडी में भेज दिया।

अपने खेत में काम करो, नशे से दूर रहो, आपस में झगड़े ना करो, इनका काम है झगड़े कराना
ट्रैक्टर- ट्राली पर सवारी बैठाने पर रोक लगने की बात पर भड़के राकेश टिकैत ने कहा कि सब पहले की तरह ही चलेंगे। इस दौरान किसानों से अपील करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि अपने खेत में काम करो, नशे से दूर रहो, आपस में झगड़े ना करो, इनका काम है झगड़े कराना। दिल्‍ली में 20 मार्च को होने वाली महापंचायत में अधिक से अधिक किसानों के पहुंचने का आह्वान करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि गन्ने के भुगतान और छुट्टा पशुओं की समस्या दूर करने समेत अपनी सभी मांगों का ज्ञापन अधिकारियों को दे दिया है। इससे पहले महापंचायत में शामिल होने के लिए राकेश टिकैत ट्रैक्टर चलाकर पहुंचे। यहां पर टिकैत ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह व सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। 

इस मौके पर जेवर क्षेत्र के रन्हेरा गांव के लोगों ने भाकियू नेता राकेश टिकैत को 73 मीटर लंबी पगड़ी बांधी। महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष गौरव टिकैत ने किसानों के गन्ना भुगतान का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार का दावा 14 दिन में गन्ना भुगतान कराने का था, लेकिन, ऐसा हुआ नहीं। पुलिस ने किसानों के जमावड़े को देखते हुए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम कर रखे थे।


पंजाब: सीबीआई ने दी दबिश तो SKM नेताओं ने 13 से राज्यव्यापी धरना-प्रदर्शन का किया ऐलान
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के दो नेताओं के परिसरों पर CBI की छापेमारी के विरोध में सयुंक्त किसान मोर्चा SKM की पंजाब इकाई गुस्से में है। शुक्रवार दोपहर लुधियाना में हुई 32 किसान यूनियनों की बैठक में SKM की पंजाब इकाई ने कहा कि वह 13 मार्च को पंजाब के सभी जिलों में केंद्र सरकार के पुतले जलाएगी। दूसरी ओर, किसानों की मांग पूरी होने में हो रही देर के चलते भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने 20 मार्च को दिल्ली में संसद भवन के पास धरना देने का ऐलान कर रखा है। 

क्यों गुस्से में है संयुक्त किसान मोर्चा?
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार संयुक्त किसान मोर्चा अपने नेताओं पर सीबीआई की रेड के रहते खासे गुस्से में नजर आ रहे हैं। सीबीआई ने 21 फरवरी को अपनी राज्यव्यापी छापेमारी में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष अजमेर सिंह लाखोवाल के विभिन्न परिसरों की तलाशी ली थी। जिन संपत्तियों पर छापेमारी की गई, उनमें समाला का एक पेट्रोल पंप, उनके बेटे हरिंदर सिंह लखोवाल का मोहाली स्थित घर और पटियाला में रहने वाले भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष सतनाम सिंह बेहरू से जुड़ी संपत्तियां शामिल हैं। हरिंदर सिंह लाखोवाल बीकेयू की लाखोवाल इकाई के महासचिव हैं, जबकि उनके पिता 2012-2017 से अकाली-भाजपा सरकार के दौरान मंडी बोर्ड के अध्यक्ष थे।

सूत्रों ने खुलासा किया है कि छापेमारी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच का एक हिस्सा थी, जिन्होंने चावल मिल मालिकों, अधिकारियों और अन्य व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए घटिया गुणवत्ता वाले अनाज की खरीद की थी। इस संबंध में सीबीआई ने जनवरी में एक प्राथमिकी दर्ज की थी। अधिकारियों ने दोनों नेताओं के कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं।

क्या कह रहे हैं भारतीय किसान यूनियन के नेता?
सीबीआई की इस कार्रवाई को लेकर हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा “केंद्र सरकार इस कार्रवाई के माध्यम से हमें डराने की कोशिश कर रही है, जबकि वे हमारे वादों को पूरा नहीं कर रहे हैं। हमने 20 मार्च को संसद की ओर मार्च करने की योजना बनाई है” बीकेयू की दकौंदा इकाई के महासचिव जगमोहन सिंह पटियाला ने कहा कि एसकेएम के बैनर तले पंजाब के सभी 32 किसान संघों द्वारा पुतला दहन किया जाएगा।

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