लॉकडाउन का पालन न करने के चलते यूपी के उन्नाव में पुलिस ने एक सब्जी विक्रेता युवा फैसल को इतना पीटा कि उसकी जान चली गई। अब यूपी से ही पुलिस की क्रूरता का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रंजीत नामक युवक को मास्क नहीं लगाने के चलते पुलिस ने उसके हाथ और पैर में कीलें ठोक दीं। उसके भगवे चोले तक का लिहाज नहीं किया।
घटना बरेली जिले के बारादरी इलाके में बारादरी थाने के जोगी नवादा चौकी की है।
वहीं SSP रोहित सजवाण ने आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि युवक ने 24 मई को बिना मास्क के घूम रहा था रोकने टोकने पर इसने पुलिस के साथ अभद्रता की थी। इसी मामले में उसके खिलाफ़ FIR दर्ज़ हुई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह साजिश रच रहा है। उसने खुद से ही कील ठोंक ली है।
बरेली पुलिस के मीडिया बयान के मुताबिक रंजीत नामक युवक 24 मई की रात बिना मास्क के घूम रहा था और रोकने टोकने पर पुलिस से अभद्रता करने लगा। इसके खिलाफ़ 323, 332, 353, 504, 506 व 188, 269, 270 आईपीसी के तहत मुक़दमा दर्ज़ किया गया उसके बाद ये वहां से भाग गया था। कल रात पुलिस इसके घर दबिश देने गयी थी लेकिन वो मिला नहीं था।
इससे पहले साल 2019 में 899/19 धारा 295 ए, 332, 353 और 427 में एक मंदिर में मूर्ति तोड़ने के बाद ये व्यक्ति गिरफ्तार होके जेल गया था। ये सिर्फ़ गिरफ्तारी से बचने के लिये ये साजिश रच रहा है। घटना 24 तारीख की है और आज 26 तारीख को ये अपने हाथ और पैर में कील ठोककर आया है और पुलिस पर आरोप लगा रहा है जबकि ये 24 तारीख को मौके से ही फरार हो गया था और पुलिस इसकी तलाश में दबिश दे रही है।
वहीं पीड़ित और आरोपित रंजीत की मां शीला ने पुलिस पर बेटे रंजीत के हाथ पैर में कीलें ठोकने का आरोप लगाया है। शीला का आरोप है कि उसका बेटा रंजीत 24 मई की रात को सड़क किनारे बैठा था। इसी दौरान बारादरी थाने के तीन सिपाही पहुंच गए और उसे मास्क नहीं लगाने के आरोप में पकड़ लिया इसी बात को लेकर पुलिस और उसके बेटे में कहा सुनी हो गई। पुलिस उसके बेटे को पकड़कर चौकी जोगी नवादा ले गई। जब उसे मामले की जानकारी हुई तो वह चौकी जोगी नवादा पहुंची। वहां उसे बताया गया कि बेटे को पुलिस ने किसी काम से भेजा है।
कुछ देर में उसे जानकारी हुई उसका बेटा खेड़ा की तरफ देखा गया है। जब वह वहां पहुंची तो देखा कि उसके बेटे के दाएं हाथ और दाएं पैर पर कील गड़ी है और वह मरणासन्न हालत में पड़ा है। जब उसने पुलिस से मामले की जानकारी लेना चाही तो बेटे को जेल भेजने की धमकी देने लगे। महिला बुधवार को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची।
घटना बरेली जिले के बारादरी इलाके में बारादरी थाने के जोगी नवादा चौकी की है।
वहीं SSP रोहित सजवाण ने आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि युवक ने 24 मई को बिना मास्क के घूम रहा था रोकने टोकने पर इसने पुलिस के साथ अभद्रता की थी। इसी मामले में उसके खिलाफ़ FIR दर्ज़ हुई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह साजिश रच रहा है। उसने खुद से ही कील ठोंक ली है।
बरेली पुलिस के मीडिया बयान के मुताबिक रंजीत नामक युवक 24 मई की रात बिना मास्क के घूम रहा था और रोकने टोकने पर पुलिस से अभद्रता करने लगा। इसके खिलाफ़ 323, 332, 353, 504, 506 व 188, 269, 270 आईपीसी के तहत मुक़दमा दर्ज़ किया गया उसके बाद ये वहां से भाग गया था। कल रात पुलिस इसके घर दबिश देने गयी थी लेकिन वो मिला नहीं था।
इससे पहले साल 2019 में 899/19 धारा 295 ए, 332, 353 और 427 में एक मंदिर में मूर्ति तोड़ने के बाद ये व्यक्ति गिरफ्तार होके जेल गया था। ये सिर्फ़ गिरफ्तारी से बचने के लिये ये साजिश रच रहा है। घटना 24 तारीख की है और आज 26 तारीख को ये अपने हाथ और पैर में कील ठोककर आया है और पुलिस पर आरोप लगा रहा है जबकि ये 24 तारीख को मौके से ही फरार हो गया था और पुलिस इसकी तलाश में दबिश दे रही है।
वहीं पीड़ित और आरोपित रंजीत की मां शीला ने पुलिस पर बेटे रंजीत के हाथ पैर में कीलें ठोकने का आरोप लगाया है। शीला का आरोप है कि उसका बेटा रंजीत 24 मई की रात को सड़क किनारे बैठा था। इसी दौरान बारादरी थाने के तीन सिपाही पहुंच गए और उसे मास्क नहीं लगाने के आरोप में पकड़ लिया इसी बात को लेकर पुलिस और उसके बेटे में कहा सुनी हो गई। पुलिस उसके बेटे को पकड़कर चौकी जोगी नवादा ले गई। जब उसे मामले की जानकारी हुई तो वह चौकी जोगी नवादा पहुंची। वहां उसे बताया गया कि बेटे को पुलिस ने किसी काम से भेजा है।
कुछ देर में उसे जानकारी हुई उसका बेटा खेड़ा की तरफ देखा गया है। जब वह वहां पहुंची तो देखा कि उसके बेटे के दाएं हाथ और दाएं पैर पर कील गड़ी है और वह मरणासन्न हालत में पड़ा है। जब उसने पुलिस से मामले की जानकारी लेना चाही तो बेटे को जेल भेजने की धमकी देने लगे। महिला बुधवार को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची।