पश्चिम बंगाल में रिकॉर्ड तोड़ कोरोना संक्रमण में चुनाव पर उठ रहे सवालों के बीच राहुल गांधी के बाद टीएमसी प्रमुख व बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने भी ऐलान कर दिया है कि वह बाकी चरणों के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगी। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि ममता बनर्जी अब कोलकाता में चुनाव प्रचार नहीं करेंगी। टीएमसी प्रमुख की अगले एक सप्ताह में कुल 17 रैलियां होनी थी, जिसमें से उन्होंने कोलकाता की सारी रैलियों को रद्द कर दिया है। अब वह प्रतीकात्मक तौर से चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सिर्फ एक बैठक करेंगी। यही नहीं, बाकी के जिलों में भी उन्होंने चुनावी रैलियों का समय घटा दिया है। अब वह सिर्फ 30 मिनट की रैली करेंगी। बता दें कि सीएम ममता बनर्जी ने इससे पहले यह मांग की थी कि बंगाल के बाकी चरणों के चुनाव एक साथ कराए जाएं।
ममता बनर्जी से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐलान किया था कि कोरोना संक्रमण की वजह से बंगाल में अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर रहे हैं। राहुल ने बंगाल में सिर्फ दो ही रैलियां की थीं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, 'कोविड संकट को देखते हुए, मैंने पश्चिम बंगाल की अपनी सभी रैलियां रद्द करने का निर्णय लिया है। राजनैतिक दलों को सोचना चाहिए कि ऐसे समय में इन रैलियों से जनता व देश को कितना खतरा है। यही नहीं, सीपीएम पहले ही बड़ी रैलियां न करने की घोषणा कर चुका है। लिहाजा ऐसे में नैतिक दबाव में शर्मायी सकुचाई भाजपा ने भी अब झेंप मिटाने को ''अपना बूथ कोरोना मुक्त'' अभियान चलाने का आह्वान किया है।
खास है कि बंगाल में रविवार को कोरोना वायरस के कुल 8,419 नए मामले रिपोर्ट किए गए। यह आंकड़ा चुनाव की तारीखों की घोषणा वाले दिन यानी 26 फरवरी की तुलना में 40 गुना ज्यादा है। यही नहीं, राज्य में महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक कोरोना के इतने मामले सामने नहीं आए थे। अकेले कोलकाता में ही रविवार को 2200 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच विधानसभा चुनाव के अभी तीन चरण की वोटिंग बाकी है। राज्य में छठे चरण के लिए 22 अप्रैल, सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल और आठवें चरण के लिए 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। यही नहीं, अगले आठ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 6 और अमित शाह की 8 रैलियां प्रस्तावित हैं। साथ ही बीजेपी सहित अन्य पार्टी के अन्य नेताओं की जनसभाएं, रोड शो और बैठकें होनी हैं।
बंगाल में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए बड़े पैमाने पर चुनाव प्रचार को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। सभी रैलियों में बड़ी तादाद में भीड़ जुट रही है, जहां कोरोना प्रोटोकॉल का कोई पालन नहीं किया जा रहा है। चुनावी रैलियों में बड़ी संख्या में लोग मास्क लगाए नहीं नजर आ रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग पालन किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को आसनसोल में जनसभा की थी। प्रधानमंत्री 22 और 24 अप्रैल को फिर से राज्य का दौरा करने वाले हैं। पीएम मोदी 22 अप्रैल को छठे चरण के मतदान के दिन मालदा और मुर्शिदाबाद में सभाएं करेंगे, वहीं 24 अप्रैल को वो बोलपुर और दक्षिण कोलकाता में रैलियां करेंगे।
बीजेपी का 'अपना बूथ कोरोना मुक्त' अभियान की बाबत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी को देखते हुए 'अपना बूथ कोरोना मुक्त' अभियान चलाएं। पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और राज्य इकाई के प्रमुखों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि सहायता डेस्क बनाएं और लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करें। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराने के उपाय करने चाहिए। साथ ही बीजेपी सदस्यों को मास्क और सैनिटाइजर बांटना चाहिए और प्लाज्मा दान करने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करना चाहिए।
ममता बनर्जी से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐलान किया था कि कोरोना संक्रमण की वजह से बंगाल में अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर रहे हैं। राहुल ने बंगाल में सिर्फ दो ही रैलियां की थीं। राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, 'कोविड संकट को देखते हुए, मैंने पश्चिम बंगाल की अपनी सभी रैलियां रद्द करने का निर्णय लिया है। राजनैतिक दलों को सोचना चाहिए कि ऐसे समय में इन रैलियों से जनता व देश को कितना खतरा है। यही नहीं, सीपीएम पहले ही बड़ी रैलियां न करने की घोषणा कर चुका है। लिहाजा ऐसे में नैतिक दबाव में शर्मायी सकुचाई भाजपा ने भी अब झेंप मिटाने को ''अपना बूथ कोरोना मुक्त'' अभियान चलाने का आह्वान किया है।
खास है कि बंगाल में रविवार को कोरोना वायरस के कुल 8,419 नए मामले रिपोर्ट किए गए। यह आंकड़ा चुनाव की तारीखों की घोषणा वाले दिन यानी 26 फरवरी की तुलना में 40 गुना ज्यादा है। यही नहीं, राज्य में महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक कोरोना के इतने मामले सामने नहीं आए थे। अकेले कोलकाता में ही रविवार को 2200 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच विधानसभा चुनाव के अभी तीन चरण की वोटिंग बाकी है। राज्य में छठे चरण के लिए 22 अप्रैल, सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल और आठवें चरण के लिए 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। यही नहीं, अगले आठ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 6 और अमित शाह की 8 रैलियां प्रस्तावित हैं। साथ ही बीजेपी सहित अन्य पार्टी के अन्य नेताओं की जनसभाएं, रोड शो और बैठकें होनी हैं।
बंगाल में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए बड़े पैमाने पर चुनाव प्रचार को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। सभी रैलियों में बड़ी तादाद में भीड़ जुट रही है, जहां कोरोना प्रोटोकॉल का कोई पालन नहीं किया जा रहा है। चुनावी रैलियों में बड़ी संख्या में लोग मास्क लगाए नहीं नजर आ रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग पालन किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को आसनसोल में जनसभा की थी। प्रधानमंत्री 22 और 24 अप्रैल को फिर से राज्य का दौरा करने वाले हैं। पीएम मोदी 22 अप्रैल को छठे चरण के मतदान के दिन मालदा और मुर्शिदाबाद में सभाएं करेंगे, वहीं 24 अप्रैल को वो बोलपुर और दक्षिण कोलकाता में रैलियां करेंगे।
बीजेपी का 'अपना बूथ कोरोना मुक्त' अभियान की बाबत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी को देखते हुए 'अपना बूथ कोरोना मुक्त' अभियान चलाएं। पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और राज्य इकाई के प्रमुखों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि सहायता डेस्क बनाएं और लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करें। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराने के उपाय करने चाहिए। साथ ही बीजेपी सदस्यों को मास्क और सैनिटाइजर बांटना चाहिए और प्लाज्मा दान करने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करना चाहिए।