नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच जारी गतिरोध समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार के साथ अगले दौर की बातचीत के पहले आज किसान संगठन शक्ति प्रदर्शन करेंगे। किसान संगठन आज सुबह 11 बजे सिंघु, टिकरी, गाजीपुर और शाहजहांपुर (हरियाणा-राजस्थान सीमा) से कुंडली-मानेसर-पलवल केएमपी एक्सप्रेस-वे के लिए ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे।

एक्सप्रेसवे पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च से पहले पंजाब के कई शहरों में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। ट्रैक्टर मार्च के लिए महिलाओं का बड़ा जत्था ट्रैक्टर पर सवार होकर पहले ही टिकरी बॉर्डर पहुंच चुका है। दरअसल, 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली का ऐलान किया है। उसके पहले यह किसानों का शक्ति प्रदर्शन है।
किसान संगठनों और सरकार के बीच इससे पहले 4 जनवरी को 8वें दौर की हुई बातचीत बेनतीजा रही थी। किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर अड़े हुए है, वहीं सरकार लगातार नए कानून के फायदे गिनाने में लगी हुई है। अब दोनों पक्षों के बीच अगले दौर की बातचीत कल यानी 8 जनवरी को होगी।
संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में गाजीपुर बॉर्डर से पलवल तक किसानों की ट्रैक्टर यात्रा निकलेगी, जो भारतीय किसान यूनियन राजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में निकाली जाएगी।
ट्रैक्टर यात्रा ईस्टर्न पेरीफेरल रोड पर दुहाई ,डासना बील अकबरपुर, सिरसा होते हुए पलवल जाएगी और वहां से वापस आएगी। इस दौरान बील अकबरपुर और सिरसा कट से पलवल की तरफ जाने वाले वाहन 12 बजे दिन से दोपहर 3 तक पेरिफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे, इनको डाइवर्ट किया जाएगा।
सिरसा कट से तिलपता की ओर व बील अकबरपुर से सोनीपत की तरफ जाने वाले वाहन 2 बजे से 5 बजे तक पेरिफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे। एवं सिरसा कट से तिलपता की ओर व बीलअकबरपुर से दादरी की ओर आवश्यकतानुसार डाइवर्ट किया जाएगा।
सिंघु बॉर्डर पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। गाजियाबाद प्रशासन भी अलर्ट पर है।

एक्सप्रेसवे पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च से पहले पंजाब के कई शहरों में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। ट्रैक्टर मार्च के लिए महिलाओं का बड़ा जत्था ट्रैक्टर पर सवार होकर पहले ही टिकरी बॉर्डर पहुंच चुका है। दरअसल, 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली का ऐलान किया है। उसके पहले यह किसानों का शक्ति प्रदर्शन है।
किसान संगठनों और सरकार के बीच इससे पहले 4 जनवरी को 8वें दौर की हुई बातचीत बेनतीजा रही थी। किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर अड़े हुए है, वहीं सरकार लगातार नए कानून के फायदे गिनाने में लगी हुई है। अब दोनों पक्षों के बीच अगले दौर की बातचीत कल यानी 8 जनवरी को होगी।
संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में गाजीपुर बॉर्डर से पलवल तक किसानों की ट्रैक्टर यात्रा निकलेगी, जो भारतीय किसान यूनियन राजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में निकाली जाएगी।
ट्रैक्टर यात्रा ईस्टर्न पेरीफेरल रोड पर दुहाई ,डासना बील अकबरपुर, सिरसा होते हुए पलवल जाएगी और वहां से वापस आएगी। इस दौरान बील अकबरपुर और सिरसा कट से पलवल की तरफ जाने वाले वाहन 12 बजे दिन से दोपहर 3 तक पेरिफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे, इनको डाइवर्ट किया जाएगा।
सिरसा कट से तिलपता की ओर व बील अकबरपुर से सोनीपत की तरफ जाने वाले वाहन 2 बजे से 5 बजे तक पेरिफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे। एवं सिरसा कट से तिलपता की ओर व बीलअकबरपुर से दादरी की ओर आवश्यकतानुसार डाइवर्ट किया जाएगा।
सिंघु बॉर्डर पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। गाजियाबाद प्रशासन भी अलर्ट पर है।