तेलंगाना में दो आदिवासी महिलाओं को बंधक बनाकर रेप

Written by sabrang india | Published on: September 30, 2019
तेलंगाना में महिलाओं के साथ जघन्यतम अपराध के दो मामले सामने आए हैं। दो अलग अलग मामलों में राज्य में महिलाओं को यौन हिंसा का सामना करना पड़ा। धारपल्लीमंडल के सालपबांथथंडा में 26 वर्षीय व्यक्ति ने एक 22 वर्षीय महिला को अगवा कर उसे हवस का शिकार बनाया। पीड़िता गांव के बाहरी इलाके में मवेशी चरा रही थी। उसने पीड़िता को एक अलग क्षेत्र में ले जाकर बलात्कार किया।


प्रतीकात्मक तस्वीर

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि हैदराबाद के बाहरी इलाके में एक आदिवासी महिला के गैंगरेप और हमले के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि नौ अन्य लोगों को आरोपी को बचाने के लिए अदालत से बाहर मामला सुलझाने व महिला के पति को समझौता करने के लिए मजबूर करने के लिए गिरफ्तार किया गया है।  

पिछले हफ्ते मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि नागरकुर्नूल जिले की एक प्रवासी मजदूर महिला को एक मुर्गी फार्म के मालिक ने वेतन मांगने पर हैदराबाद के बाहरी इलाके में पहाड़ी शरीफ में एक फार्महाउस में सामूहिक बलात्कार किया। मुख्य आरोपी एम. प्रशांत रेड्डी ने महिला और उसके पति को अपने मुर्गी फार्म पर 15,000 रुपये प्रति महीने की पगार पर काम दिया था। लेकिन दो महीने बाद उन्हें पगार का भुगतान करना बंद कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी ने महिला के पति को पीटा भी।
 
मुर्गी फार्म मालिक ने दंपति पर आरोप लगाया कि वे मुर्गियों को खाना कम देते थे और बचे हुए राशन को अन्य लोगों को बेच देते थे। आरोप है कि यह जानकारी मिलने के बाद फार्म मालिक प्रशांत रेड्डी ने दंपति को गुमराह किया और लगभग दो सप्ताह पहले उन्हें एक फार्महाउस पर ले गया। 30 वर्षीय महिला और उसके पति को अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया गया। वहां पांच लोगों ने महिला के साथ बलात्कार किया। उसके पति पर भी शारीरिक हमला किया गया था। महिला ने कहा कि उसके साथ बलात्कार और दोनों की पिटाई का सिलसिला दो दिन तक जारी रहा। इसके बाद उसे और उसके पति को फार्महाउस पर छोड़ दिया गया। उन्होंने 21 सितंबर को भागने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उन्हें ढूंढ लिया और पुलिस के पास जाने पर जान से मारने की धमकी दी।

दंपति 26 सितंबर को भागने में सफल रहे और उन्होंने 28 सितंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मीडिया रिपोर्टों ने एलबी नगर के पुलिस उपायुक्त सूर्यप्रीत सिंह के हवाले से कहा कि आरोपियों पर गैंगरेप और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए थे।

रविवार को पांचों आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया। नौ अन्य “गाँव के बुजुर्ग” जिन्होंने महिला के पति को 2.5 लाख रुपये देकर मामले को “निपटाने” की कोशिश की, उन्हें भी पुलिस ने पकड़ लिया। इस मामले में मुख्य आरोपी मुचा प्रशांत रेड्डी (30), मुचा अनिल रेड्डी (26), आर. भारथ (26), देवर्षि पावन कुमार (29) और सी. हंमंथु (25) को गिरफ्तार किया गया है।

समाचार रिपोर्टों के अनुसार, जिन नौ अन्य लोगों को पकड़ा गया है, उनमें रविंदर, वेंकट रेड्डी, जटावत रविंदर, चारलापल्ली यदैया, जर्पुला राजू, बेगारी सुरेश, अनुगू लोकेश, विजय कुमार और मुचा जनार्दन रेड्डी शामिल हैं। एक अन्य व्यक्ति चंद्रशेखर रेड्डी, जिस पर समझौता करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है वह फरार है।  

एक अन्य मामले में आदिवासी महिला का शनिवार शाम तेलंगाना में यौन उत्पीड़न किया गया। खबरों के मुताबिक, हैदराबाद से करीब 200 किलोमीटर दूर निजामाबाद जिले के सालपबांठठंडा में एक 26 वर्षीय व्यक्ति ने एक आदिवासी महिला का अपहरण कर लिया और उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया।

आरोपी की पहचान डबक गांव के नागेश के रूप में हुई। उसने शनिवार शाम को मवेशी चरा रही महिला का कार में अपहरण कर लिया था। वह महिला को गांव से दूर ले गया उसका यौन उत्पीड़न किया।

महिला के पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की। नागेश को हिरासत में ले लिया गया और उस पर अपहरण और बलात्कार का आरोप लगाया गया है।

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