पश्चिम बंगाल का कांकिनारा: जहां हिंदू पड़ोसियों की वजह से घर खाली कर रहे मुसलमान

Written by sabrang india | Published on: July 16, 2019
पश्चिम बंगाल के प्रख्यात स्तंभकार मुदर पथरेया ने राज्य के उत्तर 24 परगना के कांकिनारा की यात्रा की जहां से वैमनस्यता की विस्तृत जानकारी सामने आई है। दमदम से 35 किलोमीटर दूर स्थित कांकिनारा में 20 मई 2019 को दंगे हुए, जिसमें दो की मौत हो गई और चार गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद यहां के हालात बिगड़ गए।  

मुदर पथरेया ने इस जगह पर विजिट किया जिसके बाद एक वॉयस नोट छोड़ा है जिसमें, पथरेरा कांकिनारा में बड़े पैमाने पर मुस्लिमों की स्थिति का वर्णन कर रहे हैं। इस वॉइस नोट में पथरेरा ने बताया है कि यहां का अल्पसंख्यक समुदाय अपनी सुरक्षा को लेकर अपने पड़ोसियों तक से बेहद डरा हुआ है।

उन्होंने कांकिनारा जूट मिलों के बाहर स्थित दारमा लाइन्स नामक एक मुस्लिम कॉलोनी की स्थिति का भी उल्लेख किया है, जहां से दंगों के दौरान हर एक निवासी को उनके घरों से जबरन बाहर निकाल दिया गया था। हालांकि पुलिस आयुक्त उनके पुनर्वास का आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन लोगों को वापस लौटने में बहुत डर लगता है क्योंकि वे अपने लंबे समय से अपने हिंदू पड़ोसियों द्वारा किए जा रहे व्यवहार और घटनाओं से भयभीत रहे हैं।

दिल दुखाने वाली बात यह है कि इन प्रभावित परिवारों को वापस लाने के लिए अब सिर्फ यह दलील है कि वे अपने बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए वापस आएं। पथरेरा और उनके दोस्त यहां से विस्थापित लोगों के बच्चों की पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए धन जुटा रहे हैं ताकि उनकी फीस, स्टेशनरी, पाठ्यक्रम की किताबें और ड्रेस उपलब्ध कराई जा सके। 

मुदर पथरेया शहरवासियों व अन्य नागरिकों से कांकिनारा के दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा करने का अनुरोध करते हैं जहां मुस्लिम होने के कारण लोग अपने घर, अपनी नौकरी खो रहे हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर लोगों के अंदर संवेदना नहीं जागी तो अगले पांच या दस वर्षों में यह एक देशव्यापी घटना हो सकती है। कांकिनारा से वर्तमान में अर्जुन सिंह सांसद हैं जो कि पहले टीएमसी विधायक थे।  

पैथरीया के पूरे वॉयस नोट को यहां सुनें।



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