झारखंड में मुस्लिम युवक की मॉब लिंचिंग की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। इस घटना से एक और जहां भारत की पूरी दुनिया में बदनामी हुई है। वहीं अब यह मामला अमेरिका भी पहुंच गया है। अमेरिका के अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक आजादी आयोग (USCIRF) ने झारखंड की घटना की कड़ी निंदा की और भारत सरकार से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है।
मालूम हो, बीते दिनों झारखंड में सरायकेला जिले के धातकीडीह गांव में चोरी के शक में भीड़ में 24 साल के तबरेज अंसारी को पीट-पीटकर मार डाला था। इस घटना का वीडियो वायरल हुआ था। लोग अंसारी को 'जय श्रीराम' और 'जय हनुमान' के नारे लगाने के लिए मजबूर कर रहे थे। गंभीर चोट के कारण तबरेज की गत शनिवार को मौत हो गई थी।
USCIRF के चेयरमैन टोनी पार्किंस ने कहा, 'हम इस नृशंस हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। सुनने में आया है कि घंटों मारने-पिटने के दौरान उसे हिदू नारे लगाने के लिए विवश किया गया था। हम भारत सरकार से यह अपील करते हैं कि इस तरह की हिसा को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए।'
मालूम हो, बीते दिनों झारखंड में सरायकेला जिले के धातकीडीह गांव में चोरी के शक में भीड़ में 24 साल के तबरेज अंसारी को पीट-पीटकर मार डाला था। इस घटना का वीडियो वायरल हुआ था। लोग अंसारी को 'जय श्रीराम' और 'जय हनुमान' के नारे लगाने के लिए मजबूर कर रहे थे। गंभीर चोट के कारण तबरेज की गत शनिवार को मौत हो गई थी।
USCIRF के चेयरमैन टोनी पार्किंस ने कहा, 'हम इस नृशंस हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। सुनने में आया है कि घंटों मारने-पिटने के दौरान उसे हिदू नारे लगाने के लिए विवश किया गया था। हम भारत सरकार से यह अपील करते हैं कि इस तरह की हिसा को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए।'