नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा हमले को लेकर भारत के आरोपों पर सवाल उठाया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका देश स्थिरता चाहता है ना कि आतंकवाद।
एएनआई के अनुसार, इमरान खान ने कहा, “मेरा बयान भारत सरकार के लिए है। आपने (भारत सरकार) बिना किसी सबूत के पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाया है। यह हमारे हित में है कि हमारी धरती से कोई भी हिंसा न फैलाए। मैं भारत सरकार को यह बताना चाहता हूं कि यदि पाकिस्तान के किसी व्यक्ति के खिलाफ सबूत मिलता है तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”
इमरान ने कहा कि उनका देश आतंक पर बात के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, 'जब कभी हम भारत से बातचीत के लिए ऑफर करते हैं तो वह कहता है कि पहले आतंकवाद को खत्म करो। हम आतंक पर बात करने के लिए तैयार हैं। हम चाहते हैं कि इस क्षेत्र में आतंक खत्म हो। आतंकवाद से हमें सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। 15 साल में 70 हजार पाकिस्तानी आतंक के कारण मारे गए हैं।'
इमरान ने कहा कि मैं दो बातें कहना चाहता हूं कि एक नई सोच आनी चाहिए। यह सोचना चाहिए कि क्या वजह है कि कश्मीर के युवा उस हद तक पहुंच गए हैं कि उन्हें अपनी मौत का खौफ नहीं है। इमरान खान ने भारत पर मिलिट्री के जरिए कश्मीर का मसला हल करने की कोशिश का आरोप लगाया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने हमले को लेकर आगे कहा, “पाकिस्तान को इससे क्या फायदा है? क्यों पाकिस्तान करेगा इस स्टेज के उपर जब हमारा देश स्थिरता की तरफ जा रहा है? यदि भारत सरकार यह सोचती है कि आप हमारे उपर हमला करेंगे और हम बदला लेने के लिए नहीं सोचेंगे, हम बदला लेंगे। हम सब यह जानते हैं कि हम सभी जानते हैं कि युद्ध शुरू करना मनुष्यों के हाथ में है, जहां यह हमें ले जाएगा वो केवल उपरवाले (ईश्वर) जानते हैं। इस समस्या का समाधान बातचीत से होना चाहिए।”
इमरान खान ने यह भी कहा, “अगर पुलवामा हमले पर भारत के पास सबूत है या खुफिया जानकारी है तो वह मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि हम कार्रवाई करेंगे। वहीं, अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करने के बारे में सोच रहा है तो हम निश्चित रूप से इसका जवाब देंगे। कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। जंग शुरू करना आसान है लेकिन इसे खत्म करना मुश्किल है ।”
एएनआई के अनुसार, इमरान खान ने कहा, “मेरा बयान भारत सरकार के लिए है। आपने (भारत सरकार) बिना किसी सबूत के पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाया है। यह हमारे हित में है कि हमारी धरती से कोई भी हिंसा न फैलाए। मैं भारत सरकार को यह बताना चाहता हूं कि यदि पाकिस्तान के किसी व्यक्ति के खिलाफ सबूत मिलता है तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”
इमरान ने कहा कि उनका देश आतंक पर बात के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, 'जब कभी हम भारत से बातचीत के लिए ऑफर करते हैं तो वह कहता है कि पहले आतंकवाद को खत्म करो। हम आतंक पर बात करने के लिए तैयार हैं। हम चाहते हैं कि इस क्षेत्र में आतंक खत्म हो। आतंकवाद से हमें सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। 15 साल में 70 हजार पाकिस्तानी आतंक के कारण मारे गए हैं।'
इमरान ने कहा कि मैं दो बातें कहना चाहता हूं कि एक नई सोच आनी चाहिए। यह सोचना चाहिए कि क्या वजह है कि कश्मीर के युवा उस हद तक पहुंच गए हैं कि उन्हें अपनी मौत का खौफ नहीं है। इमरान खान ने भारत पर मिलिट्री के जरिए कश्मीर का मसला हल करने की कोशिश का आरोप लगाया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने हमले को लेकर आगे कहा, “पाकिस्तान को इससे क्या फायदा है? क्यों पाकिस्तान करेगा इस स्टेज के उपर जब हमारा देश स्थिरता की तरफ जा रहा है? यदि भारत सरकार यह सोचती है कि आप हमारे उपर हमला करेंगे और हम बदला लेने के लिए नहीं सोचेंगे, हम बदला लेंगे। हम सब यह जानते हैं कि हम सभी जानते हैं कि युद्ध शुरू करना मनुष्यों के हाथ में है, जहां यह हमें ले जाएगा वो केवल उपरवाले (ईश्वर) जानते हैं। इस समस्या का समाधान बातचीत से होना चाहिए।”
इमरान खान ने यह भी कहा, “अगर पुलवामा हमले पर भारत के पास सबूत है या खुफिया जानकारी है तो वह मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि हम कार्रवाई करेंगे। वहीं, अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करने के बारे में सोच रहा है तो हम निश्चित रूप से इसका जवाब देंगे। कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। जंग शुरू करना आसान है लेकिन इसे खत्म करना मुश्किल है ।”