लखनऊ। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी पर धार्मिक भावना आहत करने के आरोप में केस दर्ज कराया है है। सहाबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल वाहिद फारूकी की ओर से चौक कोतवाली में दर्ज कराए गए केस की पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है।
फारूकी की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि बीते नवंबर में रिजवी ने एक फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया था। इसके लेखक, निर्माता स्वयं वसीम रिजवी हैं। ट्रेलर लॉन्चिग के बाद से ही यू-ट्यूब पर चल रहा है। फिल्म में सुन्नी समुदाय के खलीफाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इससे सुन्नी समुदाय की भावना आहत हुई है। फारूकी ने आशंका जताई है कि इससे राजधानी में दंगा भड़क सकता है।
उन्होंने फिल्म के ट्रेलर पर प्रतिबंध लगाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है। इस पर हाईकोर्ट ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से रिपोर्ट तलब की है। बाद में पता चला कि इस पर मुंबई हाईकोर्ट ने प्रतिबंध लगा रखा है।
एफआईआर में यह भी कहा गया है कि वसीम रिजवी ने फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी के लिए सेंसर बोर्ड में आवेदन तक नही किया है। फिल्म "राम जन्मभूमि" पर बाम्बे हाईकोर्ट पहले ही रोक लगा चुका है, कोर्ट ने फिल्म के ट्रेलर को यू ट्यूब से भी हटाए जाने का आदेश दिया है।
बताते चलें कि वहीद फारुकी ने भी फिल्म "राम जन्मभूमि" पर रोक लगाये जाने की मांग के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दाखिल की थी। कोर्ट ने उनसे कहा था कि याचिका दाखिल करने से पहले शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी इसी के बाद आज वहीद फारुकी ने चौक कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया जिस पर वसीम रिजवी के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।
चौक थाना प्रभारी निरीक्षक उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि सहाबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। फिल्म का ट्रेलर भी अब्दुल वाहिद ने उपलब्ध कराया है। इसकी फोरेंसिक जांच कराई जा रही है।
वसीम रिजवी फिल्म के अलावा भी विवादित बयान देते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने मदरसों को आतंकी फंडिंग की बात कहते हुए पीएम से मदरसे बंद करने की मांग की थी। इससे पहले वे कहते रहे हैं कि भगवान राम उनके सपने में आए थे औऱ राम मंदिर बनवाने के लिए कह रहे थे।
फारूकी की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि बीते नवंबर में रिजवी ने एक फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया था। इसके लेखक, निर्माता स्वयं वसीम रिजवी हैं। ट्रेलर लॉन्चिग के बाद से ही यू-ट्यूब पर चल रहा है। फिल्म में सुन्नी समुदाय के खलीफाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इससे सुन्नी समुदाय की भावना आहत हुई है। फारूकी ने आशंका जताई है कि इससे राजधानी में दंगा भड़क सकता है।
उन्होंने फिल्म के ट्रेलर पर प्रतिबंध लगाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है। इस पर हाईकोर्ट ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से रिपोर्ट तलब की है। बाद में पता चला कि इस पर मुंबई हाईकोर्ट ने प्रतिबंध लगा रखा है।
एफआईआर में यह भी कहा गया है कि वसीम रिजवी ने फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी के लिए सेंसर बोर्ड में आवेदन तक नही किया है। फिल्म "राम जन्मभूमि" पर बाम्बे हाईकोर्ट पहले ही रोक लगा चुका है, कोर्ट ने फिल्म के ट्रेलर को यू ट्यूब से भी हटाए जाने का आदेश दिया है।
बताते चलें कि वहीद फारुकी ने भी फिल्म "राम जन्मभूमि" पर रोक लगाये जाने की मांग के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दाखिल की थी। कोर्ट ने उनसे कहा था कि याचिका दाखिल करने से पहले शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी इसी के बाद आज वहीद फारुकी ने चौक कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया जिस पर वसीम रिजवी के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।
चौक थाना प्रभारी निरीक्षक उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि सहाबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। फिल्म का ट्रेलर भी अब्दुल वाहिद ने उपलब्ध कराया है। इसकी फोरेंसिक जांच कराई जा रही है।
वसीम रिजवी फिल्म के अलावा भी विवादित बयान देते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने मदरसों को आतंकी फंडिंग की बात कहते हुए पीएम से मदरसे बंद करने की मांग की थी। इससे पहले वे कहते रहे हैं कि भगवान राम उनके सपने में आए थे औऱ राम मंदिर बनवाने के लिए कह रहे थे।