मध्यप्रदेश में चुनावी साल में भी किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। हालात यही हैं कि किसान आज भी अपनी फसल के उचित दामों के लिए परेशान हो रहे हैं और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
यही हाल है रायसेन जिले का जहां धान की उपज का सही दाम न मिलने से नाराज़ किसानों ने मंडी परिसर के बाहर भोपाल-सागर मार्ग पर करीब डेढ़ घंटे तक चक्काजाम किया।
गुस्साए किसानों का कहना था कि व्यापारी धान की बोली 2600 से 2700 रुपए प्रति क्विंटल लगा रहे हैं, जो कम से कम 2800 से 3000 रुपए प्रति क्विंटल होना चाहिए।
इस बात पर किसानों और व्यापारियों में बहस भी हो गई।
किसानों ने मंडी कार्यालय के सामने भी प्रदर्शन किया। दोपहर लगभग 12 बजे से भोपाल-सागर मार्ग पर करीब डेढ़ घंटे तक चक्काजाम किया जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम में सैकड़ों वाहन फंसे होने की सूचना मिलने पर एसडीएम संजय उपाध्याय और पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर, चक्काजाम खत्म कराया।
मंडी कार्यालय पर भी किसानों से चर्चा के दौरान काफी हंगामा हुआ।
रायसेन मंडी में अन्य जिलों के किसान भी धान लेकर आ रहे हैं जिससे व्यवस्था भी गड़बड़ा रही है।
चुनावी माहौल में किसानों की ये नाराजगी भाजपा को भारी पड़ सकती है।
यही हाल है रायसेन जिले का जहां धान की उपज का सही दाम न मिलने से नाराज़ किसानों ने मंडी परिसर के बाहर भोपाल-सागर मार्ग पर करीब डेढ़ घंटे तक चक्काजाम किया।
गुस्साए किसानों का कहना था कि व्यापारी धान की बोली 2600 से 2700 रुपए प्रति क्विंटल लगा रहे हैं, जो कम से कम 2800 से 3000 रुपए प्रति क्विंटल होना चाहिए।
इस बात पर किसानों और व्यापारियों में बहस भी हो गई।
किसानों ने मंडी कार्यालय के सामने भी प्रदर्शन किया। दोपहर लगभग 12 बजे से भोपाल-सागर मार्ग पर करीब डेढ़ घंटे तक चक्काजाम किया जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम में सैकड़ों वाहन फंसे होने की सूचना मिलने पर एसडीएम संजय उपाध्याय और पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर, चक्काजाम खत्म कराया।
मंडी कार्यालय पर भी किसानों से चर्चा के दौरान काफी हंगामा हुआ।
रायसेन मंडी में अन्य जिलों के किसान भी धान लेकर आ रहे हैं जिससे व्यवस्था भी गड़बड़ा रही है।
चुनावी माहौल में किसानों की ये नाराजगी भाजपा को भारी पड़ सकती है।