अकबर अपडेट-
अकबर का बयान आया है। उन्होंने तय किया है कि क़ानूनी रास्ता अपनाएँगे। न्यूज़ एजेंसी ANI से कहा है कि “Lies do not have legs, but they do contain poison, which can be whipped into a frenzy. This is deeply distressing. I will be taking appropriate legal action” । मतलब यह कह रहे हैं कि झूठ के पाँव नहीं होते हैं लेकिन उनमें ज़हर होता है जिससे दौरे पड़ने लग सकते हैं। उन्माद फैल सकता है। यह बहुत निराशाजनक है। मैं उचित क़ानूनी कार्रवाई करूँगा।
“ कुछ तबक़ों में बिना सबूत के आरोप लगाना वायरल फीवर बन गया है। जो भी मामला हो, मैं वापस आ गया हूँ, मेरे वकील इन बेबुनियाद आरोपों को देखेंगे और क़ानूनी कार्रवाई का रास्ता तय करेंगे। आम चुनावों से कुछ महीने पहले ये तूफ़ान क्यों खड़ा किया गया है? क्या कोई एजेंडा है? ये सब झूठ है। मेरी प्रतिष्ठा और नेकनामी को अपूरणीय क्षति पहुँची है”
“ प्रिया रमानी ने एक साल पहले अभियान शुरू की थी। तब मेरा नाम भी नहीं लिया था क्योंकि उन्हें पता है कि स्टोरी गश्त है। हाल में जब पूछा गया कि नाम क्यों नहीं लिया तो एक ट्वीट में जवाब दिया कि उसने कुछ किया नहीं। “
अगर मैंने कुछ नहीं किया, तब स्टोरी हैं कहाँ? कोई स्टोरी नहीं है। लेकिन इसके आधार पर बेबुनियाद आरोपों की झड़ी लगा दी गई। जो कभी नहीं हुआ। इधर उधर की बातें सुनकर कहा गया। “
अकबर का बयान अंग्रेज़ी में है। मैंने उसका अनुवाद हिन्दी में पेश किया है। पूरा पेश नहीं किया है। बयान में और भी बातें हैं। जो यहाँ लिखूँगा।
अकबर का बयान आया है। उन्होंने तय किया है कि क़ानूनी रास्ता अपनाएँगे। न्यूज़ एजेंसी ANI से कहा है कि “Lies do not have legs, but they do contain poison, which can be whipped into a frenzy. This is deeply distressing. I will be taking appropriate legal action” । मतलब यह कह रहे हैं कि झूठ के पाँव नहीं होते हैं लेकिन उनमें ज़हर होता है जिससे दौरे पड़ने लग सकते हैं। उन्माद फैल सकता है। यह बहुत निराशाजनक है। मैं उचित क़ानूनी कार्रवाई करूँगा।
“ कुछ तबक़ों में बिना सबूत के आरोप लगाना वायरल फीवर बन गया है। जो भी मामला हो, मैं वापस आ गया हूँ, मेरे वकील इन बेबुनियाद आरोपों को देखेंगे और क़ानूनी कार्रवाई का रास्ता तय करेंगे। आम चुनावों से कुछ महीने पहले ये तूफ़ान क्यों खड़ा किया गया है? क्या कोई एजेंडा है? ये सब झूठ है। मेरी प्रतिष्ठा और नेकनामी को अपूरणीय क्षति पहुँची है”
“ प्रिया रमानी ने एक साल पहले अभियान शुरू की थी। तब मेरा नाम भी नहीं लिया था क्योंकि उन्हें पता है कि स्टोरी गश्त है। हाल में जब पूछा गया कि नाम क्यों नहीं लिया तो एक ट्वीट में जवाब दिया कि उसने कुछ किया नहीं। “
अगर मैंने कुछ नहीं किया, तब स्टोरी हैं कहाँ? कोई स्टोरी नहीं है। लेकिन इसके आधार पर बेबुनियाद आरोपों की झड़ी लगा दी गई। जो कभी नहीं हुआ। इधर उधर की बातें सुनकर कहा गया। “
अकबर का बयान अंग्रेज़ी में है। मैंने उसका अनुवाद हिन्दी में पेश किया है। पूरा पेश नहीं किया है। बयान में और भी बातें हैं। जो यहाँ लिखूँगा।