अब धीरे-धीरे सामने आता जा रहा है कि नोटबंदी के नाम पर भाजपा नेताओं ने किस तरह का घोटाला किया और अपनी काली कमाई सफेद कर ली।
गुजरात में अहमदाबाद कोऑपरेटिव बैंक में तो 5 दिन के अंदर 750 करोड़ रुपए की नोटबंदी का सनसनीखेज मामला सामने आया ही है जिसके डायरेक्टर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हैं, लेकिन साथ में भाजपा शासित छत्तीसगढ़ में भी कोऑपरेटिव बैंकों में नोटबंदी के दौरान बहुत कम समय में करोड़ों रुपए की बदली होने की बात सामने आई है।
नईदुनिया की खबर के मुताबिक, बिलासपुर के जिला कोऑपरेटिव बैंक में 5 दिनों के अंदर 50 करोड़ 29 लाख रुपए के पुराने नोट बदले गए। बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर-चांपा और कोरबा में 51 शाखाओं में पुराने नोटों की जमकर बदली हुई।
ये सारी बदली 10 नवंबर 14 नवंबर के बीच हुई जबकि बीते दो सालों से जिले में बारिश बहुत कम होने के कारण सूखे की स्थिति थी और सरकार को किसानों को मुआवजे का भी वितरण करना पड़ा था। सवाल ये उठ रहा है कि उस तंगी के दौरान किसानों के पास तो कोई ज्यादा रकम थी नहीं तो फिर इतनी ज्यादा रकम बदलवाने वाले कौन थे।
बिलासपुर जिले की 18 शाखाओं में ही 5 दिनों के अंदर 23 करोड़ रुपए के पुराने नोट बदले गए। जांजगीर-चांपा जिले में 17 करोड़ रुपए बदले गए।
बिलासपुर कोऑपरेटवि बैंक के सीईओ का कहना है कि किस खाताधारक ने कितने नोट बदले, इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती। इस बात से भी संदेह के बादल गहरा रहे हैं।
गुजरात में अहमदाबाद कोऑपरेटिव बैंक में तो 5 दिन के अंदर 750 करोड़ रुपए की नोटबंदी का सनसनीखेज मामला सामने आया ही है जिसके डायरेक्टर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हैं, लेकिन साथ में भाजपा शासित छत्तीसगढ़ में भी कोऑपरेटिव बैंकों में नोटबंदी के दौरान बहुत कम समय में करोड़ों रुपए की बदली होने की बात सामने आई है।
नईदुनिया की खबर के मुताबिक, बिलासपुर के जिला कोऑपरेटिव बैंक में 5 दिनों के अंदर 50 करोड़ 29 लाख रुपए के पुराने नोट बदले गए। बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर-चांपा और कोरबा में 51 शाखाओं में पुराने नोटों की जमकर बदली हुई।
ये सारी बदली 10 नवंबर 14 नवंबर के बीच हुई जबकि बीते दो सालों से जिले में बारिश बहुत कम होने के कारण सूखे की स्थिति थी और सरकार को किसानों को मुआवजे का भी वितरण करना पड़ा था। सवाल ये उठ रहा है कि उस तंगी के दौरान किसानों के पास तो कोई ज्यादा रकम थी नहीं तो फिर इतनी ज्यादा रकम बदलवाने वाले कौन थे।
बिलासपुर जिले की 18 शाखाओं में ही 5 दिनों के अंदर 23 करोड़ रुपए के पुराने नोट बदले गए। जांजगीर-चांपा जिले में 17 करोड़ रुपए बदले गए।
बिलासपुर कोऑपरेटवि बैंक के सीईओ का कहना है कि किस खाताधारक ने कितने नोट बदले, इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती। इस बात से भी संदेह के बादल गहरा रहे हैं।