छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ छेड़खानी की बढ़ती घटनाओं के बीच पुलिस ने एक और नया कारनामा किया है। महासमुंद में बैडमिंटन की खिलाड़ियों के साथ छेड़छाड़ की शिकायत करने गए निर्दलीय विधायक विमल चोपड़ा की पुलिस ने पिटाई कर दी।
विधायक विमल चोपड़ा के शरीर पर चोट के निशान Image Courtesy: Bhaskar
विधायक के साथ गईं पीड़ित खिलाड़ियों को भी पुलिस ने नहीं छोड़ा और उन पर भी लाठीचार्ज किया। पिटाई में विधायक विमल चोपड़ा गंभीर रूप से घायल हो गए।
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक नाराज लोगों ने थाने का घेराव किया जिसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। कोतवाली परिसर और आसपास के इलाके में धारा 144 भी लगानी पड़ी।
घटना के विरोध में बुधवार को महासमुंद बंद का ऐलान किया गया। सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर निकल आए और बाजार बंद कराने लगे। दुकानदारों ने भी महिला बैडमिंटन खिलाड़ियों के साथ छेड़खानी और फिर पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में बंद का समर्थन किया। बंद के दौरान बाजारों में सन्नाटा छाया रहा और पुलिस के जवान गश्त करते रहे।
दैनिक भास्कर के मुताबिक, दरअसल महासमुंद के मिनी स्टेडियम में प्रेक्टिस कर रही बैडमिंटन खिलाड़ियों से कुछ बदमाशों ने छेड़खानी की और जब बैडमिंटन संघ के लोग पुलिस में शिकायत करने गए तो आईपीएस उदय किरण ने उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें थाने से भगा दिया।
आईपीएस उदय किरण वही अधिकारी है जिसे बिलासपुर में आंदोलन के बाद हटाना पड़ा था। पुलिस ने शिकायत करने पहुंचे बैडमिंटन संघ के पदाधिकारियों के ही खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
पूरे मामले की जानकारी विधायक विमल चोपड़ा को मिली तो उन्होंने अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचे जहां सब इंस्पेक्टर समीर डुमडुम ने उन्हें अंदर ही नहीं जाने दिया। इसके बाद विधायक और उनके समर्थकों ने थाने का घेराव कर दिया तो पुलिस ने जमकर लाठियां भांजीं।
फिलहाल पुलिस स्थिति को नियंत्रण में बता रही है, लेकिन स्थानीय लोगों में घटना को लेकर काफी नाराजगी है।