भोपाल : मध्य प्रदेश के भोपाल शहर के पीरगेट इलाक़े में साम्प्रदायिक तनाव की ख़बर है.
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक़ क़रीब दर्जन भर लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में दाख़िल करा दिया गया है. पुलिस बल भारी संख्या में तैनात है. स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ इस विवाद का असल जड़ हमीदिया हॉस्पीटल के परिसर में निर्माण कार्य के दौरान निकला एक धार्मिक स्थल है, जिसे एक मस्जिद बताया जा रहा है. लेकिन दूसरा वर्ग इसे मंदिर बता रहा है. बल्कि कुछ लोगों के मुताबिक़ आज शाम वहां किसी नेता ने वहां मूर्ति रखने की कोशिश की गई, वहीं कुछ लोग वहां नमाज़ अदा करने भी आ गए, जिसको लेकर स्थिति तनावपूर्ण हो गया और दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए.
इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों माहौल बिगाडऩे के लिए वाहनों में तोडफ़ोड़ भी की. मौक़े पर पहुंचे पुलिस फोर्स ने स्थिति को संभालने के लिए आंसू गैस के गोले छोडक़र भीड़ को तितर-बितर कर दिया. मौक़े पर भारी पुलिस फोर्स बुला लिया गया है.
यहां यह भी स्पष्ट रहे कि जिसे धार्मिक स्थल बताया जा रहा है उस जगह पर प्रशासन को कुछ विश्व युद्ध के सैनिकों से जुड़े अभिलेख भी मिले हैं, जो बताते हैं कि यहां उनकी याद में ज़रूर कुछ न कुछ किया गया होगा. इस वजह से वहां शिलालेख मिले हैं.
बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह से वहां तनाव की स्थिति थी. शाम को कुछ लोग वहां आरती करने गए तो उन्हें पुलिस प्रशासन ने रोक दिया और वहां से हटा दिया. इधर दूसरे समुदाय के लोग भी वहां जमा हो गए. मामला बढ़ता देख एक बार फिर से मौके पर ज़िला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंच गए हैं.
Courtesy: Two Circles
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक़ क़रीब दर्जन भर लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में दाख़िल करा दिया गया है. पुलिस बल भारी संख्या में तैनात है. स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ इस विवाद का असल जड़ हमीदिया हॉस्पीटल के परिसर में निर्माण कार्य के दौरान निकला एक धार्मिक स्थल है, जिसे एक मस्जिद बताया जा रहा है. लेकिन दूसरा वर्ग इसे मंदिर बता रहा है. बल्कि कुछ लोगों के मुताबिक़ आज शाम वहां किसी नेता ने वहां मूर्ति रखने की कोशिश की गई, वहीं कुछ लोग वहां नमाज़ अदा करने भी आ गए, जिसको लेकर स्थिति तनावपूर्ण हो गया और दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए.
इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों माहौल बिगाडऩे के लिए वाहनों में तोडफ़ोड़ भी की. मौक़े पर पहुंचे पुलिस फोर्स ने स्थिति को संभालने के लिए आंसू गैस के गोले छोडक़र भीड़ को तितर-बितर कर दिया. मौक़े पर भारी पुलिस फोर्स बुला लिया गया है.
यहां यह भी स्पष्ट रहे कि जिसे धार्मिक स्थल बताया जा रहा है उस जगह पर प्रशासन को कुछ विश्व युद्ध के सैनिकों से जुड़े अभिलेख भी मिले हैं, जो बताते हैं कि यहां उनकी याद में ज़रूर कुछ न कुछ किया गया होगा. इस वजह से वहां शिलालेख मिले हैं.
बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह से वहां तनाव की स्थिति थी. शाम को कुछ लोग वहां आरती करने गए तो उन्हें पुलिस प्रशासन ने रोक दिया और वहां से हटा दिया. इधर दूसरे समुदाय के लोग भी वहां जमा हो गए. मामला बढ़ता देख एक बार फिर से मौके पर ज़िला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंच गए हैं.
Courtesy: Two Circles