यूपी: गाय चुराने के आरोप में भीड़ ने मुस्लिम युवक को पीट-पीटकर मार डाला

Published on: March 23, 2017
लखनऊ। साल 2015 में यूपी के दादरी के बिसाहड़ा गांव में भीड़ ने गोमांस रखने के आरोप में मोहम्मद अखलाक की पीट-पीटकर मार डाला था। उस रात भीड़ का कहर इतना था कि भीड़ अखलाक के घर की आबरू लूटने पर उतारू थी। सोच के ही डर लगता है कि वह मंजर कितना खतरनाक रहा होगा। अब एक ऐसी ही खबर यूपी के अमरोहा से आई है जहां भीड़ ने सिर्फ गाय चुराने के आरोप में एक मुस्लिम युवक को पीट-पीटकर मार डाला।

muslim beaten to death

उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में गांववालों ने गाय चोरी के आरोप में एक मुस्लिम युवक की पीट-पीटकर जान ले ली। मामला अमरोहा जिले के हसनपुर इलाके के डगरौली गांव का है। जहां गांव वालों का कहना है कि बदमाश पशु चोरी करने के लिए गांव में घुसे थे। पुलिस के मुताबिक गांव में रहने वाले ब्रह्मपाल और उसकी पत्नी को गाड़ी की आवाज सुनाई दी। गाड़ी की आवाज से दोनों जाग गए। उन्होंने घर से बाहर आकर देखा तो चार युवक गाय को गाड़ी में ले जाने का प्रयास कर रहे थे।
 
जिसके बाद दोनों ने शोर मचाया और एक युवक को पकड़ लिया। शोर सुनकर आस-पास के लोग समेत गांववाले एकत्र हो गए। गांववालों को देख युवकों ने भागने का प्रयास किया। गांव वालों का कहना है कि चोरों ने खुद को घिरता हुआ देखकर फायरिंग करना शुरू कर दिया। फायरिंग में 6 ग्रामीण घायल हो गए। ग्रामीणों ने झड़प के दौरान एक युवक को दबोच लिया। बाकी के तीन युवक फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
 
जिसके बाद पकड़े गए युवक को गांववालों ने पीट-पीटकर मार डाला। घटना की सूचना मिलने के बाद जब पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुंची, तब तक युवक की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। मृतक का नाम नासिर बताया जा रहा है। वह रामपुर का रहने वाला है।
 
आपको बता दें कि योगी आदित्य नाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाने के बाद यूपी पुलिस को गायों की तस्करी पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के आदेश दिए हैं। साथ ही राज्य में चल रहे बूचड़खाने बंद करने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने के लिए कहा है। रविवार को योगी के शपथ ग्रहण करने के बाद पुलिस ने सोमवार को इलाहाबाद में दो और मंगलवार को वाराणसी में एक तथा गाजियाबाद में 15 बूचड़खानों को बंद किया है। बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में अवैध बूचड़खानों को बंद करने की बात कही थी।
 
संपादन- भवेंद्र प्रकाश

Courtesy: National Dastak
 

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