लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत के साथ ही सांप्रदायिक विवाद बढ़ने लगे हैं। चुनावों का रिजल्ट आने के बाद सांप्रदायिक विवाद के कई मामले सामने आ चुके हैं। बुलंदशहर में एक मस्जिद में भाजपा का झंडा फहराया गया। अभी तक के मामलों में सामने आ रहा है कि जीत की खुमारी में भाजपा समर्थक विवादों को हवा देने पर तुले हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 14 मार्च यानी नतीजे आने की अगली रात को करीब 9.30 बजे कुछ लोगों ने इलाके में एक जुलूस निकाला। उस जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने ही रास्ते में पड़ी मस्जिद की छत पर चढ़कर भाजपा का झंडा लगा दिया।

बुलंदशहर में ही एक और जगह पर झंडा फहराने की बात सामने आई है। अगली घटना मेरठ की बताई जा रही है। वहां पर गुरुवार (16 मार्च) को टोपी को लेकर विवाद हो गया। खबरों के मुताबिक, वहां एक सब्जी बेचने वाला शख्स टोपी पहनकर आया हुआ था। इसपर बाइक सवार कुछ लोगों ने उसकी टोपी उतरवा दी। जब सब्जी वाले ने टोपी दोबारा पहनी तो उसको पीटा गया।
इसके अलावा मुजफ्फरनगर जो कि हिंसा की घटनाओं को लेकर पहले भी चर्चा में रहा है वहां भी भाजपा सरकार बनने के बाद छोटी-छोटी बातों पर विवाद बढ़ने लगा है। खबरों के मुताबिक, एक विवाद किसी पुरानी दुश्मनी को लेकर हुआ। वहीं दूसरा विवाद तो सिर्फ खिड़की लगाने की वजह से हो गया। बरेली के एक गांव में मुसलमानों को गांव छोड़ने के अल्टीमेटम के पर्चे लगाए गए। वहीं दलित उत्पीड़न के भी कई जगह से मामले सामने आए हैं।
आपको बता दें कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी को 312 सीटों पर जीत मिली। वहीं सपा-कांग्रेस के गठबंधन को 54 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा। भाजपा की यह जीत इसलिए भी खास रही क्योंकि उसकी तरफ से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया था। बावजूद इसके पार्टी देवबंद जैसे मुस्लिम बहुल कई इलाकों में भी जीत गई।
Courtesy: National Dastak

बुलंदशहर में ही एक और जगह पर झंडा फहराने की बात सामने आई है। अगली घटना मेरठ की बताई जा रही है। वहां पर गुरुवार (16 मार्च) को टोपी को लेकर विवाद हो गया। खबरों के मुताबिक, वहां एक सब्जी बेचने वाला शख्स टोपी पहनकर आया हुआ था। इसपर बाइक सवार कुछ लोगों ने उसकी टोपी उतरवा दी। जब सब्जी वाले ने टोपी दोबारा पहनी तो उसको पीटा गया।
इसके अलावा मुजफ्फरनगर जो कि हिंसा की घटनाओं को लेकर पहले भी चर्चा में रहा है वहां भी भाजपा सरकार बनने के बाद छोटी-छोटी बातों पर विवाद बढ़ने लगा है। खबरों के मुताबिक, एक विवाद किसी पुरानी दुश्मनी को लेकर हुआ। वहीं दूसरा विवाद तो सिर्फ खिड़की लगाने की वजह से हो गया। बरेली के एक गांव में मुसलमानों को गांव छोड़ने के अल्टीमेटम के पर्चे लगाए गए। वहीं दलित उत्पीड़न के भी कई जगह से मामले सामने आए हैं।
आपको बता दें कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी को 312 सीटों पर जीत मिली। वहीं सपा-कांग्रेस के गठबंधन को 54 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा। भाजपा की यह जीत इसलिए भी खास रही क्योंकि उसकी तरफ से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया था। बावजूद इसके पार्टी देवबंद जैसे मुस्लिम बहुल कई इलाकों में भी जीत गई।
Courtesy: National Dastak