इतिहास
November 5, 2019
जयपुर में जनवादी लेखक संघ और जन संस्कृति मंच के साझे प्रयास के अंतर्गत 15 से 17 नवंबर, तीन दिन का 'जन साहित्य पर्व' मनाया जा रहा है.
इस बार जलियांवाला बाग जनसंहार के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं. जलियांवाला के शहीदों को समर्पित तीन दिन के इस आयोजन में पिछले सौ बरसों के भारत के विकास का लेखा जोखा लेने की कोशिश की जाएगी. साहित्य, सियासत, सिनेमा, अर्थशास्त्र, विज्ञान, पत्रकारिता अलग अलग...
November 1, 2019
आरएसएस भारत में अल्पसंख्यकों को दो श्रेणियों में विभाजित करने से कभी नहीं थकता है। प्रथम श्रेणी में हैं जैन, बौद्ध तथा सिख जो भारत में ही स्थापित धर्मों का अनुसरण करते हैं। दूसरी श्रेणी में है मुस्लिम एवं ईसाई जो ‘विदेशी’ धर्मों के अनुयायी हैं। उसका दावा है कि वास्तविक समस्या दूसरी श्रेणी के साथ है जिनका हिन्दूकरण करने की जरूरत है जबकि प्रथम श्रेणी को अल्पसंख्यकों के लेकर कोई समस्या...
October 21, 2019
अंग्रेज़ों भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत: 7 अगस्त 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने बम्बई में अपनी बैठक में एक क्रांतिकारी प्रस्ताव पारित किया जिसमें अंग्रेज शासकों से तुरंत भारत छोड़ने की मांग की गयी थी। कांग्रेस का यह मानना था कि अंग्रेज सरकार को भारत की जनता को विश्वास में लिए बिना किसी भी जंग में भारत को झोंकने का नैतिक और कानूनी अधिकार नहीं है।
अंग्रेजों से भारत तुरंत छोड़ने का यह...
October 14, 2019
इन दिनों देश राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का 150वां जन्मदिन मना रहा है. इस मौके पर गांधीजी के बारे में मीडिया में बहुत कुछ लिखा और कहा जा रहा है. कुछ लोग तो ईमानदारी से गांधीजी की शिक्षाओं और उनके दिखाए रास्ते को याद कर रहे हैं और आज की दुनिया में उनकी प्रासंगिकता पर जोर दे रहे हैं परन्तु कुछ अन्य लोग, इस अवसर का इस्तेमाल अपनी को छवि चमकाने और अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए कर रहे हैं. इसके लिए बड़ी...
October 5, 2019
1915 में गांधीजी दक्षिण अफ्रीका छोड़कर फिर वापस न जाने के लिए भारत आ गए. उस दिन से 30 जनवरी 1948 को मारे जाने के बीच, उनकी सुनियोजित हत्या की पांच कोशिशें हुईं.
पहली कोशिश (1934)
तब पुणे हिंदुत्व का गढ़ माना जाता था. पुणे की नगरपालिका ने महात्मा गांधी का सम्मान समारोह आयोजित किया था और उस समारोह में जाते वक्त उनकी गाड़ी पर बम फेंका गया. नगरपालिका के मुख्य अधिकारी और पुलिस के दो जवानों...
October 4, 2019
अमरीका के ह्यूस्टन में आयोजित ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम एक से अधिक कारणों से चर्चा का विषय बन गया है. जिस समय मोदी फरमा रहे थे कि “आल इज़ वेल इन इंडिया”, उसी समय हजारों प्रदर्शनकारी, भारत के असली हालात के बारे में बात कर रहे थे. अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सिर पर महाभियोग का खतरा मंडरा रहा है. वे अगले चुनाव में अपनी स्थिति मज़बूत करना चाहते हैं. अपने कूटनीतिक लक्ष्यों...
October 2, 2019
गाँधी 1 अगस्त 1947 को पहली और आख़िरी बार कश्मीर गए। असल में शेख़ अब्दुल्ला की रिहाई में हो रही देरी और कश्मीर की अनिश्चितता को देखकर जवाहरलाल नेहरू ख़ुद कश्मीर जाना चाहते थे। लेकिन हालात की नाज़ुकी देखते हुए माउंटबेटन नहीं चाहते थे कि वह कश्मीर जाएँ और कोई नया तनाव पैदा हो। महाराजा भी नेहरू की यात्रा को लेकर सशंकित थे।
ऐसे में माउंटबेटन के आग्रह पर महात्मा गाँधी ने कश्मीर जाने का निर्णय लिया।...
October 2, 2019
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती स्वच्छ भारत दिवस के तौर पर मनाई जा रही है. इस अवसर पर राष्ट्रपिता की धरती से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित करेंगे. लेकिन मोदी जी अपनी पार्टी के नेताओं पर रोक नही लगाएंगे जो सरेआम मुँह से शौच करते दिखाई देते हैं...
आज दिन भर मोदी जी गाँधी इतने महान हैं, गाँधी तो महात्मा हैं जैसी बातें करेंगे और कल से फिर वही गोड़से के...
October 2, 2019
एक
किसी भी व्यक्ति या विचार का मूल्यांकन करने का सही तरीका उसे उसके देश-काल में बांधकर समझना है; गांधी को समझना है तो उन्हें भी उस समय की परिस्थितियों के साथ जोड़कर देखना होगा।
गांधी की एक मुश्किल यह है कि उन्हें समग्रता में ही समझा जा सकता है। टुकड़ों में देखने का एक झंझट उसके एकांगी हो जाने का है। ऐसा करने से हरेक अपनी पसंद या नापसंद के गांधी तो ढूंढ सकता है - मगर गांधी को...
October 1, 2019
गांधी जी की 150वीं वर्षगांठ पर इससे बड़ा क्रूर मजाक क्या होगा कि गांधी विचार की समाप्ति करने वाला व्यक्ति साबरमती आश्रम में जाएगा और उसको अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की बात करेगा। सुनने में आया है कि साबरमती आश्रम के ट्रस्टी भी इसे स्वीकार कर रहे हैं। अफसोस!
सरदार पटेल का भद्दा इस्तेमाल करने के बाद अब गांधी की 150वीं वर्षगांठ को भी अपने मकसद के लिए या कहिये अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए इस्तेमाल...