केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करनी वाली 39 वर्षीय महिला कनक दुर्गा को तिरुवनंतपुरम स्थित उनके ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया। इससे पहले कनक दुर्गा की सास पर उनसे मारपीट के आरोप लगे थे।
बता दें कि एक सप्ताह पहले ही जब कनक जब अपने घर लौटीं तब उनकी सांस ने कथित रूप से उनकी पिटाई की थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मंगलवार को दुर्गा ने पुलिस में ससुराल वालों के द्वारा घर से निकाले जाने की शिकायत दर्ज कराई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कनक दुर्गा को लेकर जब पुलिस उनके ससुराल पहुंची तब उनकी पति ने घर पर ताला लगाकर बच्चों और अपनी मां के साथ कहीं और चले गए। फिलहाल दुर्गा को पुलिस प्रोटेक्शन में एक सरकारी आश्रय गृह में रखा गया है। गौरतलब है कि कनक दुर्गा के साथ बिंदू अम्मिनी (40) ने सबरीमाला मंदिर में बतौर महिला पहली बार अयप्पा के दर्शन किए थे। मंदिर में प्रवेश के बाद हिंदू संगठनों में बढ़ते रोष को देखते हुए उन्हें कोचि के एक गुमनाम जगह पर रखा गया था।
इससे पहले 15 जनवरी को जब कनक दुर्गा घर लौंटी तब उनकी सास ने उन्हें बेत से पिटाई की थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट ने कनक दुर्गा और बिंदू को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश केरल पुलिस को दिया है।
बता दें कि एक सप्ताह पहले ही जब कनक जब अपने घर लौटीं तब उनकी सांस ने कथित रूप से उनकी पिटाई की थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मंगलवार को दुर्गा ने पुलिस में ससुराल वालों के द्वारा घर से निकाले जाने की शिकायत दर्ज कराई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कनक दुर्गा को लेकर जब पुलिस उनके ससुराल पहुंची तब उनकी पति ने घर पर ताला लगाकर बच्चों और अपनी मां के साथ कहीं और चले गए। फिलहाल दुर्गा को पुलिस प्रोटेक्शन में एक सरकारी आश्रय गृह में रखा गया है। गौरतलब है कि कनक दुर्गा के साथ बिंदू अम्मिनी (40) ने सबरीमाला मंदिर में बतौर महिला पहली बार अयप्पा के दर्शन किए थे। मंदिर में प्रवेश के बाद हिंदू संगठनों में बढ़ते रोष को देखते हुए उन्हें कोचि के एक गुमनाम जगह पर रखा गया था।
इससे पहले 15 जनवरी को जब कनक दुर्गा घर लौंटी तब उनकी सास ने उन्हें बेत से पिटाई की थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट ने कनक दुर्गा और बिंदू को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश केरल पुलिस को दिया है।