नई दिल्ली। भारत के भगोड़े शराब कारोबारी और पूर्व सांसद विजय माल्या ने ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी और जांच एजेंसियों पर निशाना साधा है। लोन डिफॉल्ट के आरोपी माल्या पर देश के कई बैंकों का लगभग 9 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है।
प्रवर्तन निदेशालय भी विजय माल्या को भगोड़ा घोषित कर चुका है। इसी वजह से माल्या फिलहाल लंदन में रह रहे हैं।
इसी बीच विजय माल्या ने आज ट्विट्स कर पीएम मोदी के शासन में जांच एजेंसियों की निष्पक्षता और वैधता पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। माल्या ने अपने पहले ट्वीट में कहा कि, 2017 में मेरी सिर्फ यही उम्मीद होगी कि सही, कानूनी और निष्पक्ष जांच को लेकर पीएम मोदी जी के विजन पर उनकी सरकार सही तरह से अमल करेगी।
वहीं दूसरे ट्वीट में माल्या ने कहा कि करप्शन पर सख्त रवैया रखने वाले हमारे डायनमिक प्रधानमंत्री क्या अपनी क्रिमिनल एजेंसी की सही, निष्पक्ष और कानूनी तरीके से जांच की गारंटी देंगे?
अपने तीसरे ट्वीट में उन्होंने भारतीय मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि, यह अफसोस की बात है कि सही, निष्पक्ष और कानूनी तरीके से जांच की अपील पर मेरे ट्वीट्स को हेडलाइंस के भूखे मीडिया ने गलत ढंग से पेश किया। एजेंसियों के पास ज्यादा अधिकार होते हैं।
आपको बता दें कि, विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों का 9400 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया है। माल्या जांच एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने के डर से लंदन में रह रहे हैं। इसके अलावा लोन से जुड़े एक चीटिंग के केस में कोर्ट में पेश न होने की वजह से माल्या के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट भी जारी हो चुका है। वहीं विजय माल्या अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत करार दे चुके है। वे कई बार दावा कर चुके हैं कि लोन डिफॉल्ट केस में वे बैंकों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
Courtesy: National Dastak
प्रवर्तन निदेशालय भी विजय माल्या को भगोड़ा घोषित कर चुका है। इसी वजह से माल्या फिलहाल लंदन में रह रहे हैं।
इसी बीच विजय माल्या ने आज ट्विट्स कर पीएम मोदी के शासन में जांच एजेंसियों की निष्पक्षता और वैधता पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। माल्या ने अपने पहले ट्वीट में कहा कि, 2017 में मेरी सिर्फ यही उम्मीद होगी कि सही, कानूनी और निष्पक्ष जांच को लेकर पीएम मोदी जी के विजन पर उनकी सरकार सही तरह से अमल करेगी।
वहीं दूसरे ट्वीट में माल्या ने कहा कि करप्शन पर सख्त रवैया रखने वाले हमारे डायनमिक प्रधानमंत्री क्या अपनी क्रिमिनल एजेंसी की सही, निष्पक्ष और कानूनी तरीके से जांच की गारंटी देंगे?
अपने तीसरे ट्वीट में उन्होंने भारतीय मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि, यह अफसोस की बात है कि सही, निष्पक्ष और कानूनी तरीके से जांच की अपील पर मेरे ट्वीट्स को हेडलाइंस के भूखे मीडिया ने गलत ढंग से पेश किया। एजेंसियों के पास ज्यादा अधिकार होते हैं।
आपको बता दें कि, विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों का 9400 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया है। माल्या जांच एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने के डर से लंदन में रह रहे हैं। इसके अलावा लोन से जुड़े एक चीटिंग के केस में कोर्ट में पेश न होने की वजह से माल्या के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट भी जारी हो चुका है। वहीं विजय माल्या अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत करार दे चुके है। वे कई बार दावा कर चुके हैं कि लोन डिफॉल्ट केस में वे बैंकों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
Courtesy: National Dastak