शाहजहांपुर केस में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली लड़की को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। लड़की पर चिन्मयानंद से उगाही करने का आरोप था। एक वीडियो के आधार पर लड़की और उसके तीन साथियों पर पुलिस ने केस दर्ज किया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली लड़की को रंगदारी के मामले में स्थानीय कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले एसआईटी टीम ने आज सुबह लड़की को गिरफ्तार किया था। लड़की पर चिन्मयानंद से उगाही करने का आरोप है। इस संबंध में एक वीडियो भी सामने आया था, जिसके बाद लड़की और उसके तीन साथियों पर पुलिस ने केस दर्ज किया था।
स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के मामले में एसआईटी ने बुधवार को कोतवाली पुलिस के साथ आरोपी लड़की को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद छात्रा को चौक कोतवाली लाया गया। यहां से उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसका मेडिकल कराया गया।
गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने स्वामी चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा को उनसे पैसे मांगने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
अग्रिम जमानत पर सुनवाई कल
कोर्ट ने अग्रिम जमानत के लिए 26 सितंबर को एसआईटी से तथ्य पेश करने को कहा था, लेकिन एसआईटी ने आज उसे गिरफ्तार कर लिया। एसआईटी चीफ नवीन अरोड़ा रात में ही लौटे थे और उनके लौटते ही आज सुबह की कार्रवाई घर से लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया। लड़की की ओर से दाखिल अग्रिम जमानत पर 26 सितंबर यानी कल सुनवाई होनी है।
इससे पहले स्वामी चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में मंगलवार को SIT ने पीड़िता के दोस्त विक्रम और सचिन को रिमांड पर लिया था। अदालत से एसआईटी को 95 घंटे की रिमांड मिली है। दोस्तों के रिमांड पर लिए जाने के बाद पीड़िता की गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गई थी।
कोर्ट के आदेश पर SIT जांच
शिकायतकर्ता छात्रा ने भी अदालत में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई, लेकिन कोर्ट ने 26 सितंबर से पहले सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आरोप लगाने वाली छात्रा की गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसआईटी इस मामले की छानबीन कर रही है।
इस केस में एसआईटी को एक लापता मोबाइल फोन बरामद करना है। इसी बात को आधार बनाकर एसआईटी ने शिकायतकर्ता लड़की के दो दोस्तों विक्रम और सचिन को मंगलवार को रिमांड पर लिया था। इन दोनों को रंगदारी के मामले में गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पीड़िता का नाम भी शामिल है।
हालांकि एफआईआर में नाम आने के बाद शिकायतकर्ता लड़की के परिवार वाले भी कानूनी मदद की कोशिशों में जुटे हैं। शिकायतकर्ता लड़की ने अपने वकील के साथ जाकर खुद अग्रिम जमानत के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के सामने मंगलवार को याचिका दायर की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली लड़की को रंगदारी के मामले में स्थानीय कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले एसआईटी टीम ने आज सुबह लड़की को गिरफ्तार किया था। लड़की पर चिन्मयानंद से उगाही करने का आरोप है। इस संबंध में एक वीडियो भी सामने आया था, जिसके बाद लड़की और उसके तीन साथियों पर पुलिस ने केस दर्ज किया था।
स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के मामले में एसआईटी ने बुधवार को कोतवाली पुलिस के साथ आरोपी लड़की को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद छात्रा को चौक कोतवाली लाया गया। यहां से उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसका मेडिकल कराया गया।
गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने स्वामी चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा को उनसे पैसे मांगने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
अग्रिम जमानत पर सुनवाई कल
कोर्ट ने अग्रिम जमानत के लिए 26 सितंबर को एसआईटी से तथ्य पेश करने को कहा था, लेकिन एसआईटी ने आज उसे गिरफ्तार कर लिया। एसआईटी चीफ नवीन अरोड़ा रात में ही लौटे थे और उनके लौटते ही आज सुबह की कार्रवाई घर से लड़की को गिरफ्तार कर लिया गया। लड़की की ओर से दाखिल अग्रिम जमानत पर 26 सितंबर यानी कल सुनवाई होनी है।
इससे पहले स्वामी चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में मंगलवार को SIT ने पीड़िता के दोस्त विक्रम और सचिन को रिमांड पर लिया था। अदालत से एसआईटी को 95 घंटे की रिमांड मिली है। दोस्तों के रिमांड पर लिए जाने के बाद पीड़िता की गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गई थी।
कोर्ट के आदेश पर SIT जांच
शिकायतकर्ता छात्रा ने भी अदालत में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई, लेकिन कोर्ट ने 26 सितंबर से पहले सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आरोप लगाने वाली छात्रा की गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसआईटी इस मामले की छानबीन कर रही है।
इस केस में एसआईटी को एक लापता मोबाइल फोन बरामद करना है। इसी बात को आधार बनाकर एसआईटी ने शिकायतकर्ता लड़की के दो दोस्तों विक्रम और सचिन को मंगलवार को रिमांड पर लिया था। इन दोनों को रंगदारी के मामले में गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पीड़िता का नाम भी शामिल है।
हालांकि एफआईआर में नाम आने के बाद शिकायतकर्ता लड़की के परिवार वाले भी कानूनी मदद की कोशिशों में जुटे हैं। शिकायतकर्ता लड़की ने अपने वकील के साथ जाकर खुद अग्रिम जमानत के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के सामने मंगलवार को याचिका दायर की।