लखनऊ। उत्तर प्रदेश क्राइम के मामले में अव्वल दर्जे पर बना हुआ है। राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ का पुराना नाम लेने पर उनके भक्तों की भावनाएं आहत हो जाती हैं लेकिन रेप और मर्डर के मामले पर वे असंवेदनशील बने नजर आ रहे हैं। राज्य के उन्नाव जिले में एक गैंगरेप पीड़िता को गुरुवार (5 दिसंबर) सुबह जिंदा जलाने का मामला सामने आया है।
पीड़िता को गंभीर हालत में लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं, मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
लड़की उन्नाव की रहने वाली है, जिसके साथ रायबरेली में रेप हुआ था, वहीं पर केस चल रहा है। गुरुवार सुबह जब वह केस की सुनवाई के लिए रायबरेली के लिए घर से निकली तो आरोपी ने अपने साथियों के साथ उसके ऊपर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी। पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक पीड़िता 60-70 फीसदी तक जल गई है। पीड़िता ने पांच आरोपियों के नाम बताए हैं, इनमें से 3 को पकड़ लिया गया है। वहीं, 2 आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस फरार आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है।
23 साल की पीड़िता ने इसी साल मार्च में दो लोगों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवाया था। जिन तीन लोगों को पकड़ा गया है, उनमें एक वह शामिल है, जिसके खिलाफ पीड़िता ने रेप का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस के मुताबिक वह फरार था।
उन्नाव में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विक्रम वीर ने मीडिया को बताया, 'हमें सुबह सूचना मिली थी। उसने आरोपियों के नाम बता दिए हैं। इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम बनाई गई है। तीन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। हम बाकी के दो लोगों को तलाश कर रहे हैं।'
मार्च में महिला ने उसके गांव के रहने वाले दो लोगों के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज करवाई थी। महिला ने मामले दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया था कि उसके साथ रेप करके वीडियो बनाया गया है। स्थानीय कोर्ट की दखल के बाद मामला रायबरेली जिले में दर्ज किया गया था।
एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन वह जमानत पाने में कामयाब रहा। दूसरे आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया। पुलिस का दावा है कि उन्होंने उसकी प्रॉपर्टी को अटैच कर लिया था और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था।
बता दें कि यह मामला बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर से अलग वाला है। उस मामले में भी रेप पीड़िता की कार को ट्रक से रौंदकर उसे मारने का प्रयास किया गया था। वह पीड़िता काफी लंबे समय तक ट्रॉमा सेंटर में रही।
पीड़िता को गंभीर हालत में लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं, मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
लड़की उन्नाव की रहने वाली है, जिसके साथ रायबरेली में रेप हुआ था, वहीं पर केस चल रहा है। गुरुवार सुबह जब वह केस की सुनवाई के लिए रायबरेली के लिए घर से निकली तो आरोपी ने अपने साथियों के साथ उसके ऊपर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी। पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक पीड़िता 60-70 फीसदी तक जल गई है। पीड़िता ने पांच आरोपियों के नाम बताए हैं, इनमें से 3 को पकड़ लिया गया है। वहीं, 2 आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस फरार आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है।
23 साल की पीड़िता ने इसी साल मार्च में दो लोगों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवाया था। जिन तीन लोगों को पकड़ा गया है, उनमें एक वह शामिल है, जिसके खिलाफ पीड़िता ने रेप का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस के मुताबिक वह फरार था।
उन्नाव में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विक्रम वीर ने मीडिया को बताया, 'हमें सुबह सूचना मिली थी। उसने आरोपियों के नाम बता दिए हैं। इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम बनाई गई है। तीन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। हम बाकी के दो लोगों को तलाश कर रहे हैं।'
मार्च में महिला ने उसके गांव के रहने वाले दो लोगों के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज करवाई थी। महिला ने मामले दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया था कि उसके साथ रेप करके वीडियो बनाया गया है। स्थानीय कोर्ट की दखल के बाद मामला रायबरेली जिले में दर्ज किया गया था।
एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन वह जमानत पाने में कामयाब रहा। दूसरे आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया। पुलिस का दावा है कि उन्होंने उसकी प्रॉपर्टी को अटैच कर लिया था और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था।
बता दें कि यह मामला बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर से अलग वाला है। उस मामले में भी रेप पीड़िता की कार को ट्रक से रौंदकर उसे मारने का प्रयास किया गया था। वह पीड़िता काफी लंबे समय तक ट्रॉमा सेंटर में रही।