उत्तर प्रदेश। चुनावी दौर में सारी पार्टियां अपनी-अपनी रैलियां करने में व्यस्त है। लेकिन इन रैलियों के लिए वह किसी का नुकसान करें ये कोई नहीं कहता। लेकिन ऐसा हुआ है। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में ऐसा हुआ है। बता दें कि यहां पर 23 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के साथ जनसभा होनी थी। पीएम मोदी की रैली जहां पर होनी थी उसके लिए वह हैलीकॉपटर से आने वाले थे लेकिन हैलीकॉपटर को सही जगह उतारने के लिए पीएम के नेताओं ने गांव वालों की जबरन फसल कटवा दी।

जिस जगह पीएम मोदी का हैलीकॉपटर उतरा था उस स्थान पर गेंहू की हरी फसल खड़ी थी। बताया जा रहा है कि यह फसल बटाई पर फत्तेपुरवा मोहम्मदपुर गांव में रहने वाले राजरानी और उनके पति राजितराम ने बोई है। राजरानी का आरोप है कि भाजपा नेताओं ने उनकी फसल को जबरन कटवा दिया। पीड़िता का कहना है कि वह फसल तैयार होने पर इसे बेंचकर बेटी की शादी करने वाली थी लेकिन नेताओं ने इसे कटवा दिया।
अपनी आपबीती बताते हुए राजरानी कहती है कि... मोदी की रैली के लिए भाजपा के नेताओं ने जबरन फसल कटवा दी। पीड़िता ने बताया उसके ही सामने इतनी मेहनत से सेवा करके बड़ी की गई फसल को जरा देर में कटवा दिया गया। पीड़िता ने कहा लगता है कि अब बेटी की शादी के लिए उसे भीख मांगनी पड़ेगी।
पीड़ित महिला का आरोप यह भी है कि इस फसल का मुआवजा 25 हजार में जबरन तय करके भाजपाइयों ने महज उसे 8 हजार रूपये ही दिए। महिला ने आरोप लगाया है कि जब उसने हरी फसल काटने का विरोध किया तो रफी और अग्रवाल नाम के नेताओं ने उसे धमकी भी दी। यह मामला रामगांव थाना क्षेत्र का है।
वहीं इस संबंध में थाना प्रभारी रामगांव कपिल देव चौधरी ने बताया कि बिना सहमति के फसल काटना संभव नहीं है। पीड़ित खुद ही मुआवजा मिलने के बाद फसल काट रहे हैं। पार्टी और उनके बीच में क्या तय हुआ है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। पुलिस शांति व्यवस्था बनाये रखने और सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम करने में जुटी है।
Courtesy: National Dastak

जिस जगह पीएम मोदी का हैलीकॉपटर उतरा था उस स्थान पर गेंहू की हरी फसल खड़ी थी। बताया जा रहा है कि यह फसल बटाई पर फत्तेपुरवा मोहम्मदपुर गांव में रहने वाले राजरानी और उनके पति राजितराम ने बोई है। राजरानी का आरोप है कि भाजपा नेताओं ने उनकी फसल को जबरन कटवा दिया। पीड़िता का कहना है कि वह फसल तैयार होने पर इसे बेंचकर बेटी की शादी करने वाली थी लेकिन नेताओं ने इसे कटवा दिया।
अपनी आपबीती बताते हुए राजरानी कहती है कि... मोदी की रैली के लिए भाजपा के नेताओं ने जबरन फसल कटवा दी। पीड़िता ने बताया उसके ही सामने इतनी मेहनत से सेवा करके बड़ी की गई फसल को जरा देर में कटवा दिया गया। पीड़िता ने कहा लगता है कि अब बेटी की शादी के लिए उसे भीख मांगनी पड़ेगी।
पीड़ित महिला का आरोप यह भी है कि इस फसल का मुआवजा 25 हजार में जबरन तय करके भाजपाइयों ने महज उसे 8 हजार रूपये ही दिए। महिला ने आरोप लगाया है कि जब उसने हरी फसल काटने का विरोध किया तो रफी और अग्रवाल नाम के नेताओं ने उसे धमकी भी दी। यह मामला रामगांव थाना क्षेत्र का है।
वहीं इस संबंध में थाना प्रभारी रामगांव कपिल देव चौधरी ने बताया कि बिना सहमति के फसल काटना संभव नहीं है। पीड़ित खुद ही मुआवजा मिलने के बाद फसल काट रहे हैं। पार्टी और उनके बीच में क्या तय हुआ है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। पुलिस शांति व्यवस्था बनाये रखने और सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम करने में जुटी है।
Courtesy: National Dastak