बिहार के मुजफ्फरपुर में 'इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम' से अब तक 100 बच्चों की मौत की खबर है। रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बिहार दौरे के दौरान अस्पताल पहुंचकर हालात का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया था और इस दौरान एक ऐसी तस्वीर सामने आई थी, जिससे विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका मिल गया था।
दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे सोते हुए दिखे थे। अब अश्विनी चौबे इस पर सफाई देते नजर आ रहे हैं। 17वीं लोकसभा का सत्र शुरू होने पर संसद पहुंचे अश्विनी कुमार चौबे से जब इस बाबत सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि मैं मनन-चिंतन भी करता हूं, मैं सो नहीं रहा था। उनहोंने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वह 'चिंतन' कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने मेडिकल कॉलेज का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से कहा था, 'मैं इस क्षेत्र के लोगों, विशेष रूप से प्रभावित परिवारों को विश्वास दिलाता हूं कि समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार को सभी संभव आर्थिक और तकनीकी सहयोग देगी।'
उन्होंने इस रोग के कारण इस इलाके में पिछले कई वर्षों से हो रही बच्चों की मौत के मद्देनजर मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीमार बच्चों के लिए वर्तमान की व्यवस्था को अपर्याप्त मानते हुए कहा कि यहां कम से कम सौ बिस्तरों वाला बच्चों का अलग से गहन चिकित्सा कक्ष बनना चाहिए। हर्षवर्द्धन ने कहा कि उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को अगले साल तक युद्ध स्तर पर इसे तैयार कर लिए कहा गया है।
दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे सोते हुए दिखे थे। अब अश्विनी चौबे इस पर सफाई देते नजर आ रहे हैं। 17वीं लोकसभा का सत्र शुरू होने पर संसद पहुंचे अश्विनी कुमार चौबे से जब इस बाबत सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि मैं मनन-चिंतन भी करता हूं, मैं सो नहीं रहा था। उनहोंने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वह 'चिंतन' कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने मेडिकल कॉलेज का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से कहा था, 'मैं इस क्षेत्र के लोगों, विशेष रूप से प्रभावित परिवारों को विश्वास दिलाता हूं कि समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार को सभी संभव आर्थिक और तकनीकी सहयोग देगी।'
उन्होंने इस रोग के कारण इस इलाके में पिछले कई वर्षों से हो रही बच्चों की मौत के मद्देनजर मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीमार बच्चों के लिए वर्तमान की व्यवस्था को अपर्याप्त मानते हुए कहा कि यहां कम से कम सौ बिस्तरों वाला बच्चों का अलग से गहन चिकित्सा कक्ष बनना चाहिए। हर्षवर्द्धन ने कहा कि उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को अगले साल तक युद्ध स्तर पर इसे तैयार कर लिए कहा गया है।