नई दिल्ली। पिछले वर्ष अक्टूबर महीने में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जम्मू-कश्मीर के माछिल सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए 17 सिख रेजिमेंट के सिपाही मनदीप सिंह के परिवार को चार महीने बाद भी मुआवजे में हो रही देरी को लेकर दिल्ली की सड़कों पर चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।

बता दें कि शहीद मनदीप जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में तैनात थे, जहां गत वर्ष 28 अक्टूबर 2016 को आतंकियों से हुई मुठभेड़ के दौरान वो शहीद हो गए थे। पाकिस्तानी ने कायरतापूर्ण हरकत करते हुए उनके शव को क्षत-विक्षत कर कथित तौर पर सिर काट दिए थे।
इस घटना को लेकर सेना से लेकर आम लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उस वक्त सभी नेता की तरफ से शहीद के परिवार को यह भरोसा दिया गया था कि उनका ख्याल केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारें भी रखेंगी, लेकिन चार महीने बीत गए और मनदीप का परिवार अब दिल्ली के सड़कों पर है। ताकि पीएम मोदी से मिल सके और पूछ सके कि उनके वादों का क्या हुआ?
परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास मदद की गुहार लगाने के लिए शुक्रवार(24 फरवरी) को पीएमओ भी गया था, लेकिन पीएम से मुलाकात नहीं हो पाई। क्योंकि शिवरात्रि की वजह से छुट्टी का दिन था, अधिकारियों ने कहा कि आप कल आकर ज्ञापन दे दीजिए।
मीडिया से बात करते हुए मनदीप के रिश्तेदार ने बताया कि उसका परिवार केवल यह चाहता है कि सरकार अपने वादों को पूरा करे। गौरतलब है कि उस वक्त हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शहीद मनदीप सिंह के घर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मनदीप के परिवार के लिए 50 लाख रुपये की राहत राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था।
Courtesy: Janta Ka Reporter

बता दें कि शहीद मनदीप जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में तैनात थे, जहां गत वर्ष 28 अक्टूबर 2016 को आतंकियों से हुई मुठभेड़ के दौरान वो शहीद हो गए थे। पाकिस्तानी ने कायरतापूर्ण हरकत करते हुए उनके शव को क्षत-विक्षत कर कथित तौर पर सिर काट दिए थे।
परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास मदद की गुहार लगाने के लिए शुक्रवार(24 फरवरी) को पीएमओ भी गया था, लेकिन पीएम से मुलाकात नहीं हो पाई। क्योंकि शिवरात्रि की वजह से छुट्टी का दिन था, अधिकारियों ने कहा कि आप कल आकर ज्ञापन दे दीजिए।
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