कलबुर्गी मामले में SC ने CBI से पूछा- पानसरे, दाभोलकर, गौरी लंकेश की हत्या के तार एक दूसरे से जुड़े हैं ?

Written by Sabrangindia Staff | Published on: December 11, 2018
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि यदि सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे, पत्रकार गौरी लंकेश और तर्कवादी एम एम कलबर्गि की हत्याओं के तार एक दूसरे से जुड़े हैं तो एक एजेंसी सभी चार मामलों की जांच कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई को जवाब देने के लिए कहा है। जस्टिस यू यू ललित और नविन सिन्हा की पीठ ने सीबीआई से कहा है कि वो जनवरी के पहले सप्ताह तक बताए कि यदि इन सभी हत्याओं के पहलू एक दूसरे से जुड़ते दिखाई देते हैं तो सभी चार मामलों की जांच एक साथ क्यों नहीं करनी चाहिए।

कर्नाटक पुलिस ने उच्चतम न्यायालय को सूचित किया कि पत्रकार गौरी लंकेश और तर्कवादी एमएम कलबुर्गी की हत्या के मामलों के बीच कुछ तो संबंध प्रतीत होता है। राज्य की पुलिस ने शीर्ष अदालत को यह भी बताया कि कलबुर्गी की हत्या मामले में वह तीन महीने के भीतर आरोप पत्र पेश करेगी।

महाराष्ट्र सरकार के वकील ने अदालत को सूचित किया कि बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से मामले की जांच एजेंसी को दिए जाने के बाद सीबीआई सामाजिक कार्यकर्ता और प्रोफेसर नरेंद्र दाभोलकर के हत्या के मामलों की जांच कर रही है। सुनवाई के दौरान पुलिस की रिपोर्ट देखने के बाद अदालत ने कहा कि पत्रकार गौरी लंकेश और कलबर्गी की हत्याओं के बीच लिंक प्रतीत होता है। कोर्ट ने पंसारे हत्या मामले में जांच की स्थिति के बारे में महाराष्ट्र सरकार के वकील से पूछा तो वकील ने कहा कि मामले की सुनवाई कोहलापुर अदालत के समक्ष लंबित था।

न्यायमूर्ति यूयू ललित और न्यायमूर्ति नवीन सिन्हा की पीठ वर्ष 2015 में धारवाड़ में हुई तर्कवादी एवं बुद्धिजीवी कलबुर्गी की हत्या से जुड़े मामले की सुनवाई कर रही है।    

इससे पहले 26 नवंबर को शीर्ष अदालत ने कर्नाटक सरकार की खिंचाई की थी और कहा था कि वह जांच में कुछ नहीं, बस, दिखावा कर रही है। साथ ही न्यायालय ने संकेत दिया था कि वह मामले को बंबई उच्च न्यायालय स्थानांतरित कर सकती है।

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