आई टी सेल के सरदार की नाइट क्लास और भूसे का गणित

Written by Ravish Kumar | Published on: September 11, 2018
आई टी सेल वालों की ट्रेनिंग चल रही है। कैसे 90 रुपया लीटर पेट्रोल को सस्ता बताना है। सरदार कहता है कि दाम हमारे हाथ में नहीं है। हम सबके हाथ में की-बोर्ड है। हम की-बोर्ड चलाते हैं। कार या बाइक नहीं। इस की-बोर्ड से हमने लोगों को मूर्ख बनाया है। डराया है। धमकाया है। लेकिन अब समझायेंगे। हम समझाएँगे कि पेट्रोल के दाम हमारे हाथ में नहीं है। तभी एक नादान सवाल करता है। तो हमारे हाथ में क्या है? 

सरदार चुप हो जाता है। कहता है सुनो तुम सब ध्यान से सुनो। तुम्हारे हाथ में की- बोर्ड है। तुम लिखो कि हम तो 200 रुपए लीटर पेट्रोल ख़रीदने के लिए राज़ी हैं। अभी तो 90 ही पहुँचा है। पेट्रोल 110 रुपया सस्ता है। हमारा बजट तो 200 रुपए लीटर का है। वाह मोदी जी वाह।

सरदार कहता है कि जिस तरह से हमने तुम्हारे दिमाग़ में भूसा भरा है तभी एक नादान कहता है कि सर आप राष्ट्रवाद को भूसा कैसे बोल सकते हैं। सरदार चुप हो जाता है। कहता है सुनो जब तुम भूसे को राष्ट्रवाद समझने लगो तब जान लो कि तुम देश के लिए क़ुर्बानी दोगे। तुम्हारी बुद्धि इसी काम के लिए ख़त्म की गई है ताकि तुम 90 रुपये लीटर को सस्ता बता सको। सभी हिन्दुओं को एक रहना है। 

सबको 90 रुपया वाला सस्ता पेट्रोल ख़रीदना है। ख़रीदो वर्ना शेर अकेला पड़ जाएगा। शेर को अकेले रहने की आदत नहीं है। उसे शिमला घूमने की बीमारी है जहाँ वो शिकागो समझ कर पहुँच जाता है। तभी एक नादान आई टी सेलर बोलता है। सर वो बाबा ठीक कहता था। रात की कक्षा में गणित ख़ूब समझ आता है। तेल के दाम वाक़ई नहीं बढ़े हैं। सरदार कहता है जाओ। व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी में अपना वाला भूसा ठेल दो।

लेकिन सरदार जनता फिर भी नहीं समझी तो? तो कहना कि ये मैथ्स है। गणित। सबको नहीं आता। तभी तो हम समझा रहे हैं।

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