बलात्कार के मामले में फिर फंसा एक भाजपा नेता

Written by Mahendra Narayan Singh Yadav | Published on: July 16, 2018
भाजपा शासित राज्यों में बलात्कार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और कई मामलों में खुद भाजपा के नेता ही बलात्कार के मामलों में शामिल हैं। गुजरात उन राज्यों में काफी आगे हैं जहां भाजपा के नेता बलात्कार और यौन शोषण के आरोपों में घिरे हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई कुछ नहीं हो रही है।



ताजा मामला गुजरात भाजपा के उपाध्यक्ष जयंती भानुशाली का है जिसे मामल के तूल पकड़ने के बाद उपाध्यक्ष पद से तो इस्तीफा देना पड़ गया है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है। पूर्व विधायक जयंती भानुशाली पर एक युवती ने आरोप लगाया है कि नामी फैशन डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला कराने का झांसा देकर भानुशाली ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया।

हालांकि इस मामले में युवती ने 10 जुलाई को पुलिस से शिकायत की थी लेकिन करीब सप्ताह भर बाद भी जयंती भानुशाली को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अब तक एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई है जिससे पुलिस की मंशा पर भी सवाल उठ रहे हैं।

सूरत के पुलिस कमिश्नर का कहना है कि अब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, लेकिन कपोदरा पुलिस थाने को शिकायत की कॉपी भेज दी गई है और मामले की जांच जारी है।
 
एनडीटीवी के मुताबिक, युवती का कहना है कि पिछले साल नवंबर से लेकर अब तक 53 साल का जयंती भानुशाली उसके साथ कई बार दुष्कर्म कर चुका है। पुलिस में की गई शिकायत के मुताबिक, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष के कर्मचारियों ने ब्लैकमेल करने के लिए युवती का वीडियो भी बना रखा है।
 
युवती ने अपनी शिकायत में कहा है कि वर्ष 2017 में फैशन डिजाइन के कोर्स में प्रवेश दिलाने के बहाने भानुशाली ने उसे गांधीनगर बुलाया था और उसे कार में बिठाकर एक सुनसान जगह ले जाकर चाकू की नोंक पर उसके साथ दुष्कर्म किया था। इसके बाद दुष्कर्म की वीडियो क्लिप बनाकर उसे सोशल मीडिया में फैलाने की धमकी देकर उसे गांधीनगर के एक होटल में बुलाकर भी उसके साथ दुष्कर्म किया। युवती ने अपने आवेदन के साथ एक पेन ड्राइव भी पुलिस को दी है।
 
दूसरी ओर, जयंती भानुशाली अपने को निर्दोष बता रहा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जीतू वघानी को भेजे अपने इस्तीफे में भी उसने बलात्कार के आरोप को उसकी छवि खराब करने की कोशिश बताया है, लेकिन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने उसका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
 
ऐसा ही मामला गुजरात के कच्छ जिले में पहले भी सामने आया था जिसमें चार भाजपा नेताओं ने 24 साल की महिला के साथ गैंगरेप किया था और फिर ब्लैकमेल करके उसे वैश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया था।

एक अन्य घटना में वडोदरा में पारुल विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष और भाजपा नेता जयेश पटेल पर भी 22 साल की नर्सिंग छात्रा ने जून 2016 में बलात्कार का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद जयेश पटेल को गिरफ्तार भी किया गया था।
 
इस मामले में एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें जयेश पीड़ित छात्रा के परिवार से पुलिस में शिकायत न करने के लिए गिड़गिड़ा रहा था। इस मामले में हॉस्टल की अधीक्षिका भावना चौहान भी गिरफ्तार हुई थी जिसने पूछताछ में स्वीकार किया था कि वह जयेश पटेल के दबाव में अपना मुंह बंद रखती थी और जयेश कॉलेज की सुंदर लड़कियों को गंदे इशारे किया करता था।

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