जिग्नेश मेवाणी ने राजस्थान चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। मेवाणी ने बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी विद्याधर चौधरी के समर्थन में फुलेरा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मेवाणी ने भारतीय जनता पार्टी के चाल, चरित्र और चेहरे को लेकर जमकर निशाना साधा।
गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने महिला सम्मान पर भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावों को लेकर कहा कि जब मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया जा रहा था तो ये लोग मौन थे, जब गुजरात की 19 साल की गर्भवती बिल्किस बानो के बलात्कारियों को रिहा किया गया तो इनके लोगों ने उनका स्वागत किया। जब देश की महिला पहलवान दिल्ली की सड़कों पर घसीटी जा रही थीं तब भी ये लोग मौन रहे। मोदीजी भी एक शब्द नहीं बोले।
उन्होंने कहा, मणिपुर और मिजोरम में भी चुनाव हैं तो वे वहां क्यों नहीं जा रहे, ये 56 इंच का सीना वहां क्यों नहीं जा रहा। वहां मोदी साहब को जाना चाहिए। लेकिन जब मणिपुर में महिलाओं की परेड कराई गई तब मोदी जी नहीं बोले, जब बिल्किस बानो के बलात्कारियों का स्वागत किया गया तब मोदी जी नहीं बोले, जब कुश्ती लड़ने वाली हमारी बहनों ने बलात्कार की शिकायत की तब मोदी जी नहीं बोले। ये किस मुंह से महिला सम्मान की बात करते हैं।
स्वतंत्रता संग्राम को लेकर आरएसएस, बीजेपी पर वार : आजादी की लड़ाई में आरएसएस और भाजपा की भूमिका पर बोलते हुए जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि जब देश में स्वतंत्रता संग्राम चल रहा था तब पेरियार, बाबा साहेब अंबेडकर, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्लाह खान, सुभाष चंद्र बोस, गांधीजी, सरदार पटेल आदि सभी धर्मों के लोग इसमें हिस्सा ले रहे थे और अपनी जान देने के लिए तैयार थे तब ये आरएसएस के लोग अंग्रेजों की चापलूसी कर रहे थे। उनकी मुखबिरी कर रहे थे, गांधीजी, सरदार पटेल, भगत सिंह के साथ गद्दारी कर रहे थे। उनकी खबर अंग्रेजों तक पहुंचा रहे थे। हमारे मुल्क के लोग, हमारी कांग्रेस के लोग छाती पर गोली खाने के लिए तैयार थे। जब हम गोली खाने को तैयार थे तब ये अंग्रेजों की पेंशन खा रहे थे और ये हमें बताएंगे राष्ट्रवाद क्या होता है।
भाजपा के मेनिफेस्टो पर मेवाणी का तंज : मेवाणी ने कहा- ''इसमें जुमला भी ठीक से फिट नहीं बैठा है। राजस्थान में दो लाख रोजगार मुहैया करवाने की बात कही गई है, जबकि पीएम मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार मुहैया करवाने का वादा किया था। ऐसे में 9 साल में 18 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था, लेकिन 18 करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात तो छोड़ दीजिए जिस गुजरात से पीएम मोदी आते हैं, उस राज्य में भी खाली पड़े सरकारी पदों पर भर्ती की कोई बात तक नहीं हो रही है।''
संविधान को खत्म करने की मंशा : जिग्नेश मेवाणी ने कहा- ''आरएसएस और भाजपा को बाबा साहेब अंबेडकर की ओर से लिखे गए भारतीय संविधान से कितनी भी नफरत हो, आरएसएस और भाजपा कितने भी बेताब हों कि संविधान को खत्म कर मनुस्मृति को लागू किया जाए। इन सबके बावजूद कांग्रेस हर कीमत पर भारत के संविधान को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत के संविधान में जो कल्याणकारी राज्य की कल्पना की गई है, उस कल्पना को बेहतरीन तरीके से राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में लागू किया है।
शिक्षा-रोजगार पर मोदी के पास कहने को कुछ नहीं : उन्होंने कहा- ''चुनाव का समय है तो पीएम नरेंद्र मोदी राजस्थान आएंगे और उनके पास रोजगार के सवाल पर कहने को कुछ नहीं होगा। शिक्षा और चिकित्सा के सवाल पर भी राजस्थान की जनता को ऑफर करने के लिए उनके पास कुछ नहीं होगा। वो केवल छह शब्द बोलेंगे। हिंदू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद और भारत-पाकिस्तान. मैं उनको चैलेंज करता हूं कि राजस्थान के लिए आप जो दावे और बातें कर रहे हैं, उसका दस फीसदी तो गुजरात में लागू करके दिखाइए।''
जिग्नेश मेवाणी की स्पीच नीचे देख सकते हैं:
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उन्होंने कहा, मणिपुर और मिजोरम में भी चुनाव हैं तो वे वहां क्यों नहीं जा रहे, ये 56 इंच का सीना वहां क्यों नहीं जा रहा। वहां मोदी साहब को जाना चाहिए। लेकिन जब मणिपुर में महिलाओं की परेड कराई गई तब मोदी जी नहीं बोले, जब बिल्किस बानो के बलात्कारियों का स्वागत किया गया तब मोदी जी नहीं बोले, जब कुश्ती लड़ने वाली हमारी बहनों ने बलात्कार की शिकायत की तब मोदी जी नहीं बोले। ये किस मुंह से महिला सम्मान की बात करते हैं।
स्वतंत्रता संग्राम को लेकर आरएसएस, बीजेपी पर वार : आजादी की लड़ाई में आरएसएस और भाजपा की भूमिका पर बोलते हुए जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि जब देश में स्वतंत्रता संग्राम चल रहा था तब पेरियार, बाबा साहेब अंबेडकर, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्लाह खान, सुभाष चंद्र बोस, गांधीजी, सरदार पटेल आदि सभी धर्मों के लोग इसमें हिस्सा ले रहे थे और अपनी जान देने के लिए तैयार थे तब ये आरएसएस के लोग अंग्रेजों की चापलूसी कर रहे थे। उनकी मुखबिरी कर रहे थे, गांधीजी, सरदार पटेल, भगत सिंह के साथ गद्दारी कर रहे थे। उनकी खबर अंग्रेजों तक पहुंचा रहे थे। हमारे मुल्क के लोग, हमारी कांग्रेस के लोग छाती पर गोली खाने के लिए तैयार थे। जब हम गोली खाने को तैयार थे तब ये अंग्रेजों की पेंशन खा रहे थे और ये हमें बताएंगे राष्ट्रवाद क्या होता है।
भाजपा के मेनिफेस्टो पर मेवाणी का तंज : मेवाणी ने कहा- ''इसमें जुमला भी ठीक से फिट नहीं बैठा है। राजस्थान में दो लाख रोजगार मुहैया करवाने की बात कही गई है, जबकि पीएम मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार मुहैया करवाने का वादा किया था। ऐसे में 9 साल में 18 करोड़ लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था, लेकिन 18 करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात तो छोड़ दीजिए जिस गुजरात से पीएम मोदी आते हैं, उस राज्य में भी खाली पड़े सरकारी पदों पर भर्ती की कोई बात तक नहीं हो रही है।''
संविधान को खत्म करने की मंशा : जिग्नेश मेवाणी ने कहा- ''आरएसएस और भाजपा को बाबा साहेब अंबेडकर की ओर से लिखे गए भारतीय संविधान से कितनी भी नफरत हो, आरएसएस और भाजपा कितने भी बेताब हों कि संविधान को खत्म कर मनुस्मृति को लागू किया जाए। इन सबके बावजूद कांग्रेस हर कीमत पर भारत के संविधान को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत के संविधान में जो कल्याणकारी राज्य की कल्पना की गई है, उस कल्पना को बेहतरीन तरीके से राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में लागू किया है।
शिक्षा-रोजगार पर मोदी के पास कहने को कुछ नहीं : उन्होंने कहा- ''चुनाव का समय है तो पीएम नरेंद्र मोदी राजस्थान आएंगे और उनके पास रोजगार के सवाल पर कहने को कुछ नहीं होगा। शिक्षा और चिकित्सा के सवाल पर भी राजस्थान की जनता को ऑफर करने के लिए उनके पास कुछ नहीं होगा। वो केवल छह शब्द बोलेंगे। हिंदू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद और भारत-पाकिस्तान. मैं उनको चैलेंज करता हूं कि राजस्थान के लिए आप जो दावे और बातें कर रहे हैं, उसका दस फीसदी तो गुजरात में लागू करके दिखाइए।''
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