नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी पूरे देश में किसान अधिकार दिवस मना रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है। वहीं देश की राजधानी की कमान खुद राहुल-प्रियंका गांधी ने संभाल ली है। राहुल और प्रियंका गांधी ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन की ओर मार्च निकाला। राहुल गांधी ने कहा कि मुझे गर्व है जो भी हमारे किसान आज कर रहे हैं। मेरा उनको समर्थन है। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा।
केंद्र के कृषि कानूनों को "काला कानून" बताते हुए किसान पिछले 50 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कानूनों पर बने गतिरोध को खत्म करने के तरीकों को लेकर किसान संगठन और सरकार के बीच आज बातचीत हो रही है।
कांग्रेस का राष्ट्रीय राजधानी में राज निवास के बाहर प्रदर्शन उसकी "किसान अधिकार" अभियान का हिस्सा है। कांग्रेस आज किसान अधिकार दिवस मना रही है और राज्यों की कांग्रेस कमेटी को अपने-अपने राज्यों में राजभवन के आसपास घेराव करने को कहा गया है।
राज निवास के बाहर प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "बीजेपी सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा। जब तक ये कानून निरस्त नहीं होंगे, तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी। ये कानून किसानों की मदद के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं।"
गांधी ने आरोप लगाया, "नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले भी भूमि अधिग्रहण कानून लाकर किसानों की जमीन छीनने की कोशिश की थी और उस समय कांग्रेस पार्टी ने उन्हें रोका था। अब बीजेपी और उसके दो-तिहाई दोस्त एक बार फिर किसानों को निशाना बना रहे हैं और इन तीन कृषि कानूनों को लेकर आए हैं।"
राज निवास मार्च से पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के ख़िलाफ़ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज़ बुलंद कर रहा है।"
केंद्र के कृषि कानूनों को "काला कानून" बताते हुए किसान पिछले 50 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कानूनों पर बने गतिरोध को खत्म करने के तरीकों को लेकर किसान संगठन और सरकार के बीच आज बातचीत हो रही है।
कांग्रेस का राष्ट्रीय राजधानी में राज निवास के बाहर प्रदर्शन उसकी "किसान अधिकार" अभियान का हिस्सा है। कांग्रेस आज किसान अधिकार दिवस मना रही है और राज्यों की कांग्रेस कमेटी को अपने-अपने राज्यों में राजभवन के आसपास घेराव करने को कहा गया है।
राज निवास के बाहर प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "बीजेपी सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा। जब तक ये कानून निरस्त नहीं होंगे, तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी। ये कानून किसानों की मदद के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं।"
गांधी ने आरोप लगाया, "नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले भी भूमि अधिग्रहण कानून लाकर किसानों की जमीन छीनने की कोशिश की थी और उस समय कांग्रेस पार्टी ने उन्हें रोका था। अब बीजेपी और उसके दो-तिहाई दोस्त एक बार फिर किसानों को निशाना बना रहे हैं और इन तीन कृषि कानूनों को लेकर आए हैं।"
राज निवास मार्च से पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के ख़िलाफ़ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज़ बुलंद कर रहा है।"