डिब्रूगढ़। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर पूरे देश पर अपनी विचारधारा थोपने का आरोप लगाया है। शुक्रवार के असम पहुंचे राहुल गांधी ने यहां डिब्रूगढ़ के लाहौल में कॉलेज छात्रों के साथ बातचीत में कहा कि देश में लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। असम की संस्कृति पर भी हमला हो रहा है, आरएसएस और भाजपा के लोग अपनी सोच यहां के लोगों पर थोपना चाहते हैं, जो चलेगा नहीं।
राहुल ने छात्रों से बातचीत में कहा, अगर असम के लोग दिल्ली में आते हैं तो हम असम के लोगों से उनकी संस्कृति, भाषा को भूलने के लिए नहीं कह सकते, उनसे नहीं कह सकते कि हमारी तरह से रहो। नागपुर में बैठे लोग (आरएसएस) पूरे देश को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है। राहुल ने कहा कि लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है। लोकतंत्र का मलतब है कि असम की आवाज असम के लोग उठाएं और समझें ना कि कोई और नियंत्रित करे।
राहुल ने छात्रों से राजनीति में एक्टिव रहने की अपील करते हुए कहा कि अगर हम छात्रों को किसी फैसले में, राजनीति में शामिल नहीं करते हैं तो ये लोकतांत्रिक बात नहीं होगी। मेरा विचार है कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को राजनीति में आना चाहिए। सक्रिय रूप से राजनीति में योगदान देना चाहिए। जहां भी आपको लगता है कि असम से चोरी की जा रही है, आपको असम के लिए लड़ना चाहिए लेकिन लाठी का सहारा लेकर नहीं प्यार से लड़ना चाहिए।
राहुल ने यहां छात्रों से कहा कि असम में आपको बांटा जा रहा है। एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाकर। एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से लड़ाकर और उसके बाद जो आपका है चाहे एयरपोर्ट हो, टी गार्डन हो उन सबको बेचकर अपने मित्रों को दिया जा रहा है।
डिब्रूगढ़ में चाय एस्टेट कर्मचारियों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, हम गारंटी देते हैं कि सीएए को लागू नहीं होने देंगे। असम में 5 लाख लोगों को रोजगार देंगे। 200 यूनिट बिजली मुफ्त में देंगे। हम हर गृहणी को 2,000 रुपये देंगे। हमने अपना घोषणापत्र असम की जनता से बात करके बनाया है, बंद कमरों में नहीं बनाया है। राहुल ने कहा कि आज हिंदुस्तान में पढ़ रहे बच्चों को रोजगार नहीं मिल रहा। नरेंद्र मोदी ने मेड इन इंडिया की बात की। मगर आप मोबाइल फोन, शर्ट के पीछे देखिए आपको मेड इन इंडिया, मेड इन असम नहीं दिखेगा। आपको सिर्फ मेड इन चाइना दिखेगा। यहीं हम बदलना चाहते हैं ये काम भाजपा नहीं कर सकती।
राहुल ने छात्रों से बातचीत में कहा, अगर असम के लोग दिल्ली में आते हैं तो हम असम के लोगों से उनकी संस्कृति, भाषा को भूलने के लिए नहीं कह सकते, उनसे नहीं कह सकते कि हमारी तरह से रहो। नागपुर में बैठे लोग (आरएसएस) पूरे देश को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है। राहुल ने कहा कि लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है। लोकतंत्र का मलतब है कि असम की आवाज असम के लोग उठाएं और समझें ना कि कोई और नियंत्रित करे।
राहुल ने छात्रों से राजनीति में एक्टिव रहने की अपील करते हुए कहा कि अगर हम छात्रों को किसी फैसले में, राजनीति में शामिल नहीं करते हैं तो ये लोकतांत्रिक बात नहीं होगी। मेरा विचार है कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को राजनीति में आना चाहिए। सक्रिय रूप से राजनीति में योगदान देना चाहिए। जहां भी आपको लगता है कि असम से चोरी की जा रही है, आपको असम के लिए लड़ना चाहिए लेकिन लाठी का सहारा लेकर नहीं प्यार से लड़ना चाहिए।
राहुल ने यहां छात्रों से कहा कि असम में आपको बांटा जा रहा है। एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाकर। एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से लड़ाकर और उसके बाद जो आपका है चाहे एयरपोर्ट हो, टी गार्डन हो उन सबको बेचकर अपने मित्रों को दिया जा रहा है।
डिब्रूगढ़ में चाय एस्टेट कर्मचारियों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, हम गारंटी देते हैं कि सीएए को लागू नहीं होने देंगे। असम में 5 लाख लोगों को रोजगार देंगे। 200 यूनिट बिजली मुफ्त में देंगे। हम हर गृहणी को 2,000 रुपये देंगे। हमने अपना घोषणापत्र असम की जनता से बात करके बनाया है, बंद कमरों में नहीं बनाया है। राहुल ने कहा कि आज हिंदुस्तान में पढ़ रहे बच्चों को रोजगार नहीं मिल रहा। नरेंद्र मोदी ने मेड इन इंडिया की बात की। मगर आप मोबाइल फोन, शर्ट के पीछे देखिए आपको मेड इन इंडिया, मेड इन असम नहीं दिखेगा। आपको सिर्फ मेड इन चाइना दिखेगा। यहीं हम बदलना चाहते हैं ये काम भाजपा नहीं कर सकती।