१६ दिसम्बर २०१८ को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी अलाहाबाद पहुंचे, इस से पहले छात्र नेता ऋचा सिंह और उनके साथियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. कहा गया की वे मोदी जी की सुरक्षा को खतरा पहुंचा सकते हैं. मगर हिरासत में लिए जाने का कोई भी दस्तावेजी सबूत नहीं है! सबरंग से ख़ास बात चीत में ऋचा हमें बताती हैं की पूरी कार्यवाही गैर कन्नोनी थी और उन्हें केवल पुलिस की गाड़ी में बिठा कर पांच घंटे तक घुमाया गया और ये हिदायत दी गयी की अगर उन्होंने अपने तौर तरीक नहीं बदले तो उनका भविष्य खराब हो सकता है. इसी बीच प्रधान मंत्री की रैली में जब एक युवती रमा ने कला झंडा लहराया तो भा ज पा के कार्यकर्ताओं ने उस युवती के साथ मार पीट की और झूठे इलज़ाम लगाके उसे जेल में क़ैद कर दिया! गौर तलब है कि जिस दिन एक युवती के साथ ऐसी हिंसा हुई, वह दिन १६ दिसम्बर निर्भया बलात्कार मामले की पांचवी बरसी थी.