नई दिल्ली। सरकार की ओर से अभी हाल ही में 46 मेंबर वाले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) बोर्ड के नए सदस्यों का ऐलान किया गया है। इनमें से ज्यादातर नॉन-ऑफिशियल मेंबर भाजपा के बताए जा रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के अनुसार, उद्योग जगत के लिए बनने वाली नीतियों की समीक्षा करने वाले इस एमएसएमई बोर्ड में 26 आधिकारिक सदस्य हैं और 20 सदस्य उद्योग जगत का प्रतिनिधित्व करते हैं। बोर्ड के सदस्यों में उद्योग जगत का प्रतिनिधित्व करने वाले 20 नॉन-ऑफिशियल सदस्यों में ज्यादातर भाजपा पदाधिकारी, पार्टी के पूर्व विधायक और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से संबंद्ध लघु उद्योग भारती से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है।

इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी खबर में लिखा है कि एमएसएमई विकास अधिनियम अधिनियम की धारा 3 के अनुसार (जिसके तहत केंद्र द्वारा बोर्ड का गठन किया जाता है) ये 20 सदस्य एमएसएमई के संघों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनमें महिलाओं के उद्यमों के संघों का प्रतिनिधित्व करने वाले तीन से कम व्यक्ति शामिल नहीं हैं। केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए जाने वाले एमएसएमई के संघों का प्रतिनिधित्व करने वाले तीन से कम व्यक्ति नहीं होने चाहिए।
इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि बोर्ड के सदस्यों की सूची की जांच करने के बाद पता चलता है कि इसमें एक भाजपा विधायक, तीन पूर्व विधायक या विधानसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार, झारखंड में भाजपा की सहयोगी पार्टी आजसू के एक पूर्व विधायक, लगु उद्योग भारती के छह सदस्य, भाजपा के छह पदाधिकारी, फिक्की के दो पूर्व सदस्य और गुजरात से एक सदस्य शामिल हैं।
बोर्ड में पॉलिटिकल लिंक वाले ये मेंबर
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एमएसएमई बोर्ड में भाजपा से जुड़े जिन सदस्यों को नियुक्त किया गया है, उनमें बिहार के भाजपा विधायक कुंदन कुमार, आंध्र प्रदेश से भाजपा के पूर्व विधायक पी विष्णु कुमार राजू, 2014 में हरियाणा से लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी यशवीर डागर, 2009 में ओड़िशा के कटक से भाजपा उम्मीदरवार और दो कंपनियों के निदेशक प्रवीण केसरी मिश्रा, दिल्ली भाजपा इकाई की प्रवक्ता तीना शर्मा, भाजपा के पूर्वांचल मोर्चा की रश्मि मिश्रा, मणिपुर में भाजपा के कोषाध्यक्ष रॉबिन ब्लैकेई, पंजाब भाजपा के राज्य कार्यकारी राकेश गुप्ता, महाराष्ट्र भाजपा उद्योग अघाड़ी के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप पेशकार, वडोदरा स्थित पी-मेट हाई टेक के निदेशक हेमलबेन मेहता (जो भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष रहे हैं और गुजरात में भाजपा के राज्य सचिव अमित ठाकर की पत्नी हैं।), लघु उद्योग भारती के बलदेव भाई गोविंद भाई प्रजापति, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय समन्वयक और बीजेवाईएम के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य नरेश चंद पारिक और लघु उद्योग भारती के संपत तोषनीवाल शामिल हैं।

इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी खबर में लिखा है कि एमएसएमई विकास अधिनियम अधिनियम की धारा 3 के अनुसार (जिसके तहत केंद्र द्वारा बोर्ड का गठन किया जाता है) ये 20 सदस्य एमएसएमई के संघों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनमें महिलाओं के उद्यमों के संघों का प्रतिनिधित्व करने वाले तीन से कम व्यक्ति शामिल नहीं हैं। केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए जाने वाले एमएसएमई के संघों का प्रतिनिधित्व करने वाले तीन से कम व्यक्ति नहीं होने चाहिए।
इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि बोर्ड के सदस्यों की सूची की जांच करने के बाद पता चलता है कि इसमें एक भाजपा विधायक, तीन पूर्व विधायक या विधानसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार, झारखंड में भाजपा की सहयोगी पार्टी आजसू के एक पूर्व विधायक, लगु उद्योग भारती के छह सदस्य, भाजपा के छह पदाधिकारी, फिक्की के दो पूर्व सदस्य और गुजरात से एक सदस्य शामिल हैं।
बोर्ड में पॉलिटिकल लिंक वाले ये मेंबर
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एमएसएमई बोर्ड में भाजपा से जुड़े जिन सदस्यों को नियुक्त किया गया है, उनमें बिहार के भाजपा विधायक कुंदन कुमार, आंध्र प्रदेश से भाजपा के पूर्व विधायक पी विष्णु कुमार राजू, 2014 में हरियाणा से लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी यशवीर डागर, 2009 में ओड़िशा के कटक से भाजपा उम्मीदरवार और दो कंपनियों के निदेशक प्रवीण केसरी मिश्रा, दिल्ली भाजपा इकाई की प्रवक्ता तीना शर्मा, भाजपा के पूर्वांचल मोर्चा की रश्मि मिश्रा, मणिपुर में भाजपा के कोषाध्यक्ष रॉबिन ब्लैकेई, पंजाब भाजपा के राज्य कार्यकारी राकेश गुप्ता, महाराष्ट्र भाजपा उद्योग अघाड़ी के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप पेशकार, वडोदरा स्थित पी-मेट हाई टेक के निदेशक हेमलबेन मेहता (जो भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष रहे हैं और गुजरात में भाजपा के राज्य सचिव अमित ठाकर की पत्नी हैं।), लघु उद्योग भारती के बलदेव भाई गोविंद भाई प्रजापति, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय समन्वयक और बीजेवाईएम के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य नरेश चंद पारिक और लघु उद्योग भारती के संपत तोषनीवाल शामिल हैं।