बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कई नेता महिलाओं के खिलाफ लगातार अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन आयोग अभद्र टिप्पणी करने वाले नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है। इस पर आयोग को संज्ञान लेना चाहिए और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
इससे पहले भी मायावती ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा किया था। तब उन्होंने कहा था कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, वहां पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। खासकर मतदान के दिन तो हर सीमा लांघ दी जाती है फिर भी चुनाव आयोग इस पर शांत बना हुआ है। बसपा सुप्रीमो ने चुनाव आयोग द्वारा उन पर लगाए गए प्रतिबंध को भी गलत बताया था। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से चुनाव आयोग काम कर रहा है यह लोकतंत्र की हत्या जैसा है।
बसपा सुमो ने राजस्थान के अलवर के गैंगरेप मामले पर कहा कि दोषी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट को राज्य में कांग्रेस सरकार, पुलिस और प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। यह मामला सिर्फ दलितों से नहीं बल्कि सभी महिलाओं से जुड़ा है। मायावती आरोप लगाया कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए पीड़ित परिवार को धमका कर मामले को दबा रही है।
इससे पहले भी मायावती ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा किया था। तब उन्होंने कहा था कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, वहां पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। खासकर मतदान के दिन तो हर सीमा लांघ दी जाती है फिर भी चुनाव आयोग इस पर शांत बना हुआ है। बसपा सुप्रीमो ने चुनाव आयोग द्वारा उन पर लगाए गए प्रतिबंध को भी गलत बताया था। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से चुनाव आयोग काम कर रहा है यह लोकतंत्र की हत्या जैसा है।
बसपा सुमो ने राजस्थान के अलवर के गैंगरेप मामले पर कहा कि दोषी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट को राज्य में कांग्रेस सरकार, पुलिस और प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। यह मामला सिर्फ दलितों से नहीं बल्कि सभी महिलाओं से जुड़ा है। मायावती आरोप लगाया कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए पीड़ित परिवार को धमका कर मामले को दबा रही है।