मायावती ने साधा निशाना, पूछा - BJP के पास अगर मजबूत नेतृत्व तो गठबंधन के लिए दंडवत क्यों?

Written by Sabrangindia Staff | Published on: February 20, 2019
लोकसभा चुनाव से पहले सियासी जंग शुरु हो गईहै. बीजेपी ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ समझौता किया है वहीं तमिलनाडु में एआईडीएमके के साथ गठबंधन का ऐलान किया है. वहीं इस गठबंधन को लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कटाक्ष किया है. मायावती ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी आने वाले चुनाव में हार के डर से गठबंधन करने को मजबूर है. मायावती ने सवाल पूछा है कि अगर बीजेपी के पास मजबूत नेतृत्व है तो फिर गठबंधन की क्या जरूरत पड़ी.



मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, बीजेपी द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले बिहार फिर महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पूरी लाचारी में दंडवत होकर गठबंधन करना क्या इनके मजबूत नेतृत्व को दर्शाता है? वास्तव में बीएसपी-एसपी गठबंधन से बीजेपी इतनी ज्यादा भयभीत है कि इसे अब अपने गठबंधन के लिये दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है.

मायावती ने कहा, “बीजेपी अब चुनाव के समय में चाहे लाख हाथ-पांव मार ले, इनकी गरीब, मजदूर, किसान और जनविरोधी नीति और इनके अहंकारी रवैये से लगातार दुखी और त्रस्त हैं. देश की 130 करोड़ जनता इन्हें अब किसी भी कीमत पर माफ करने वाली नहीं है. जनता इनका घमंड चुनाव में तोड़ेगी और इनकी सरकार जाएगी.”

बता दें कि बिहार के बाद महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. लोकसभा चुनाव में शिवसेना 23 और बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं विधानसभा में दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा तमिलनडु में भी बीजेपी एआइएडीएमके और पट्टाली मक्कल कत्ची (पीएमके) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है. समझौते के तहत बीजेपी तमिलनडु में सिर्फ 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, तो वहीं पीएमके 7 सीटों पर.

बिहार में भी बीजेपी-जेडीयू और रामविलास पासवान की एलजेपी का गठबंधन हो चुका है. बीजेपी-जेडीयू 17-17 सीटों पर और एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

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