आर्मी कैंटीन में पतंजलि आंवला जूस की बिक्री पर खराब गुणवत्ता की वजह से लगी रोक

Published on: April 24, 2017
बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के एक प्रोडक्ट की बिक्री पर रोक लग गई है। सीएसडी ने अपनी जांच में प्रोडक्ट को बिक्री के लिए अनुकूल नहीं पाया। उन्होंने पतंजलि का आंवला जूस को आर्मी के सभी कैंटीन में बेचने पर रोक लगा दी है। सीएसडी ने एक सरकारी लैब में इस प्रोडक्ट की जांच करवाई है। उन्हें रिपोर्ट के बाद पता चला की इसकी क्वालिटी ठीक नहीं है।

बाबा रामदेव

अंग्रेजी अखबार द इकॉनोमिक्स टाइम्स की खबर के अनुसार सीएसडी ने सभी डिपो को लैटर लिखकर कहा है कि वे मौजूदा स्टॉक के लिए एक डेबिट नोट बनाएं ताकि उसे लौटाया जा सके। सीएसडी ने 3 अप्रैल 2017 को ये लेटर लिखा।बता दें कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने खाद्य उत्पाद बाजार में उतारे थे, उनमें आंवला जूस शामिल था।
 
इस मामले में सीएसडी के दो अधिकारियों ने बताया कि इस आवंला जूस की जांच कोलकाता की सेंट्रल फूड लैबरेटरी में की गई थी, जांच में उसे उपभोग के लिए ठीक नहीं पाया गया। पतंजलि ने आर्मी की सभी कैंटीनों से आंवला जूस को वापस ले लिया है।
 
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब पतंजलि आयुर्वेद अपने खाद्य प्रदार्थों के गुणवत्ता के दावों को लेकर रेग्युलेटर्स के साथ विवादों में घिरी है। इससे पहले बिना लाइसेंस के नूडल्स और पास्ता बेचने के लिए उसकी खिंचाई की गई थी। तब एफएसएसएआई ने सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी को निर्देश दिया था कि वह पतंजलि को उसके खाद्य तेल ब्रैंड के विज्ञापन को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी करे। सीएसडी की शुरुआत 1948 में की गई थी, इसके तहत 3901 कैंटीन और 34 डिपो हैं। इसका मैनेजमेंट रक्षा मंत्रालय करता है।

Courtesy: Janta Ka Reporter
 

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