नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं, इसके चलते देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। किसानों के रेल रोको अभियान के मद्देनजर रेलवे ने पंजाब, हरियाणा, यूपी, पश्चिम बंगाल पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही रेलवे सुरक्षाबलों की 20 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की है।

बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की मांग को पिछले सप्ताह रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी। रेल रोको आंदोलन 12 से 4 बजे तक किया जाएगा।
एक अधिकारी ने कहा कि रेल रोको अभियान के मद्देनजर रेलगाड़ियों की आवाजाही पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। एक बार जब हमें विरोध की स्थिति की तस्वीर मिल जाती है तो संवेदनशील स्थानों की पहचान हो जाती है, तो हम कार्रवाई की योजना बनाएंगे।
हमारे पास लगभग 80 रेलगाड़ियां हैं जो संभावित संवेदनशील क्षेत्रों से गुजरती हैं और उनमें से ज्यादातर दोपहर 12 बजे से पहले ही गुजर जाती हैं। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा था कि किसान यूनियनें चुनावों को लेकर पश्चिम बंगाल में अपना मुद्दा उठाएंगी कि लोग उन्हें वोट न दें जो उनकी आजीविका छीन रहे हैं।
ये हैं संवेदनशील रूट
हापुड़ जंक्शन, गढ़मुक्तेश्वर, धौलाना और पिलखुवा रेलवे स्टेशन की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इन चार रेलवे स्टेशनों के लिए चार मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं।
दिल्ली-लखनऊ रुट
दिल्ली- रोहतक-जींद-जाखल-भटिंडा लाईन
दिल्ली- पानीपत-करनाल-अंबाला लाईन
दिल्ली-मुरादाबाद-सहारनपुर-मेरठ-अंबाला
दिल्ली-पलवल-मथुरा-कोटा लाईन
दिल्ली-पलवल-मथुरा- झांसी-लाईन
मुरादाबाद में सहारनपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों को रोके जाने की संभावना भी है। सुरक्षा के लिए RPF की अतिरिक्त तैनाती भी की गई है। राज्यों की पुलिस भी अलर्ट पर है। किसान संगठनों ने पिछले हफ्ते रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी। आज दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में कई जगहों पर रेल की पटरियां जाम की जाएंगी। भारतीय किसान यूनियन ने अपील की है कि किसी तरह की हिंसा या यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो।

बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की मांग को पिछले सप्ताह रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी। रेल रोको आंदोलन 12 से 4 बजे तक किया जाएगा।
एक अधिकारी ने कहा कि रेल रोको अभियान के मद्देनजर रेलगाड़ियों की आवाजाही पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। एक बार जब हमें विरोध की स्थिति की तस्वीर मिल जाती है तो संवेदनशील स्थानों की पहचान हो जाती है, तो हम कार्रवाई की योजना बनाएंगे।
हमारे पास लगभग 80 रेलगाड़ियां हैं जो संभावित संवेदनशील क्षेत्रों से गुजरती हैं और उनमें से ज्यादातर दोपहर 12 बजे से पहले ही गुजर जाती हैं। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा था कि किसान यूनियनें चुनावों को लेकर पश्चिम बंगाल में अपना मुद्दा उठाएंगी कि लोग उन्हें वोट न दें जो उनकी आजीविका छीन रहे हैं।
ये हैं संवेदनशील रूट
हापुड़ जंक्शन, गढ़मुक्तेश्वर, धौलाना और पिलखुवा रेलवे स्टेशन की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इन चार रेलवे स्टेशनों के लिए चार मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं।
दिल्ली-लखनऊ रुट
दिल्ली- रोहतक-जींद-जाखल-भटिंडा लाईन
दिल्ली- पानीपत-करनाल-अंबाला लाईन
दिल्ली-मुरादाबाद-सहारनपुर-मेरठ-अंबाला
दिल्ली-पलवल-मथुरा-कोटा लाईन
दिल्ली-पलवल-मथुरा- झांसी-लाईन
मुरादाबाद में सहारनपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों को रोके जाने की संभावना भी है। सुरक्षा के लिए RPF की अतिरिक्त तैनाती भी की गई है। राज्यों की पुलिस भी अलर्ट पर है। किसान संगठनों ने पिछले हफ्ते रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी। आज दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर में कई जगहों पर रेल की पटरियां जाम की जाएंगी। भारतीय किसान यूनियन ने अपील की है कि किसी तरह की हिंसा या यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो।