करनाल में किसान महापंचायत से पहले इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू

Written by Sabrangindia Staff | Published on: September 7, 2021
28 अगस्त को करनाल में सीएम के दौरे का विरोध कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज हुआ था। लाठीचार्ज के बाद एक किसान सुशील काजल की मौत हो गई थी। उस लाठीचार्ज के विरोध में किसान आज करनाल में मिनी सचिवालय का घेराव करेंगे। इससे पहले ही करनाल को छावनी में बदल दिया गया है। जिले में धारा-144 लागू कर इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है।  



करनाल में आज किसानों की महापंचायत है। किसान संगठन सुबह दस बजे नई अनाज मंडी में महापंचायत व जिला सचिवालय के घेराव के लिए एकत्रित होंगे। तमाम आशंकाओं से भरी सोमवार की रात जहां किसान नेताओं ने तैयारियों में गुजारी, वहीं पुलिस भी मोर्चाबंदी की तैयारी में जुटी रही। देर रात होते-होते यहां इंटरनेट बंद कर दिया गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आधी रात तक नई अनाज मंडी से सटे सेक्टर-3 स्थित औद्योगिक क्षेत्र को कंटीले तार और बांसों से सील कर दिया गया ताकि अनाज मंडी से किसी भी तरफ से किसान निकल न पाएं। रात 12:30 बजे तक औद्योगिक क्षेत्र के सात गेट सील किए जा चुके थे।  
 
मध्य रात्रि करीब एक बजे पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया अपनी फोर्स के साथ जीटी रोड स्थित गुरु ब्रह्मानंद चौक पर इंतजामों का जायजा लेते दिखाई दिए। शहर से जिन रास्तों से जीटी रोड पर चढ़ा जा सकता है, उन सभी बिंदुओं पर बड़ी संख्या में बैरिकेड रख दिए गए थे, ताकि सुबह मोर्चा संभाला जा सके।  

महापंचायत के बाद किसानों का अगला लक्ष्य लघु सचिवालय पहुंचने का है। इस कारण यहां जीटी रोड के निर्मल कुटिया चौक से लघु सचिवालय गेट तक बैरिकेड के ढेर लगा दिए गए थे। पांच ट्रॉले भी खड़े दिखाई दिए। इनका प्रयोग पहले की तरह रास्ता रोकने के लिए किया जा सकता है। उधर, किसान नेता भी विभिन्न जगहों से किसानों को करनाल बुलाने में जुटे रहे।
 
सरकार ने करनाल के अलावा कुरुक्षेत्र, जींद, पानीपत और कैथल में भी सात सितंबर रात 11: 59 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया है। सीआईडी के एडीजीपी ने सरकार को बताया है कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान करनाल व आसपास के जिलों में स्थिति बिगड़ सकती है, इसलिए विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। बता दें कि इससे पहले किसान यूपी के मुजफ्फरनगर से महापंचायत की शुरूआत कर चुके हैं।  

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