मैं प्रधानमंत्री बनने के लिए नहीं, बल्कि वैचारिक लड़ाई लड़ रहा हूं- राहुल गांधी

Published on: August 26, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों विदेश दौरे पर हैं जहां वह लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर बने हुए हैं। लंदन दौरे पर भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और भारतीयता पर खतरा मंडरा रहा है और वह इसको बचाने के लिए वैचारिक लड़ाई लड़ रहे हैं।



लंदन में शनिवार को भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी किसी सवाल का जवाब नहीं देते। उन्होंने एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहा, “क्या प्रधानमंत्री मोदी ने कभी सामने आकर सवालों के जवाब दिए। मैं रिस्क लेता हूं और गलती कर सकता हूं, लेकिन मैं सीख सकता हूं क्योंकि मेरे लिए रिस्क की तुलना में बात करना बेहद अहम है।”

राहुल गांधी ने कहा, फिलहाल मैं इस बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं खुद को एक वैचारिक लड़ाई लड़ने वाले के रूप में देखता हूं। यह बदलाव मेरे अंदर 2014 के बाद आया। मुझे महसूस हुआ कि जिस तरीके से देश में घटनाएं हो रही हैं, उससे भारत और भारतीयता पर खतरा मंडराने लगा। मैं इसी के खिलाफ वैचारिक लड़ाई लड़ रहा हूं। मैं भारतीय संस्थाओं को बचाए रखने की वकालत करता हूं।”

राहुल गांधी ने डोकलाम पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, “चीनी सैनिक अभी भी डोकलम में मौजूद हैं और वहां बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का निर्माण कर चुके हैं। हमारे प्रधानमंत्री हाल ही में चीन गए, लेकिन वहां उन्होंने डोकलाम पर चर्चा नहीं की।”

उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, “कोई आपके यहां घुस आया है और आपके चेहरे पर थप्पड़ मारता है और आपके पास चर्चा के लिए कोई एजेंडा नहीं है। अगर उन्होंने इस पर सावधानी से नजर रखी होती तो वे इसे रोक सकते थे। मोदी सरकार भले ही यह दावा करे कि चीन ने डोकलाम से अपनी सेना हटा ली है, लेकिन सच्चाई इसे विपरित है।”

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