लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान गांधी और गोडसे लगातार सुर्खियों में रहे। भोपाल से बीजेपी ने बम धमाके की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से चुनाव में उतारकर साफ कर दिया कि वह हिंदुत्व के रास्ते पर है। टिकट मिलने के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे द्वारा गांधी की हत्या को जायज बताया। इसके बावजूद उन्हें चुनाव में जीत मिली जिससे साफ हो गया कि इस भाजपा साफ तौर पर हिंदुत्व के मुद्दे को बढ़ावा दे रही है। अब ताजा मामले में यूपी के अलीगढ़ में गांधी जयंती के मौके पर महात्मा गांधी के पुतले पर गोलियां चलाने वाली हिंदू महासभा की नेता पूजा शकुन पांडेय एक बार फिर सुर्खियों में है। वीर सावरकर की जयंती पर शकुन पांडेय ने नाबालिग बच्चों को हथियार बांटा है। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए ज़रूरी है।
खबरों के मुताबिक, पूजा शकुन पांडेय ने मंगलवार को वीर सावरकर की जयंती के मौके पर अपने नौरंगाबाद घर पर ही एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में उन बच्चों को बुलाया गया था, जिन्होंने अपने-अपने स्कूल की परीक्षाओं में टॉप किया है। इस कार्यक्रम टॉप किए गए बच्चों को उन्होंने गिफ्ट के तौर पर कलम, कॉपी की जगह चाकू-तलवार दिए। बताया जा रहा है कि इनमें से ज्यादातर क्लास 6 से 10 तक के छात्र हैं।
शकुन पांडेय ने नाबालिग बच्चों को कार्यक्रम के दौरान बच्चों को ये कहकर हथियार बांटे की धर्म खतरे में है और ऐसे में इसकी सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि, बच्चों को आत्मरक्षा के लिए चाकू, तलवार दिए गए। उन्हें संदेश दिया गया कि वो अपनी रक्षा खुद करें। इस दौरान बच्चों को राष्ट्रवाद विषय पर एक किताब भी दी गई। भगवा रंग की इस किताब पर खुद पूजा शकुन पांडेय और वीर सावरकर की फोटो भी है।
इससे पहले भी पूजा शकुन पांडेय विवादों में रह चुकी है और महात्मा गांधी का अपमान करने पर उन्हें जेल की हवा भी खा चुकी है। बता दें कि 30 जनवरी 2019 को महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारने का वीडियो वायरल हुआ था। ये गोलियां पूजा शकुल पांडेय ने ही मारी थीं जिनको कुछ दिनों बाद ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
खबरों के मुताबिक, पूजा शकुन पांडेय ने मंगलवार को वीर सावरकर की जयंती के मौके पर अपने नौरंगाबाद घर पर ही एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में उन बच्चों को बुलाया गया था, जिन्होंने अपने-अपने स्कूल की परीक्षाओं में टॉप किया है। इस कार्यक्रम टॉप किए गए बच्चों को उन्होंने गिफ्ट के तौर पर कलम, कॉपी की जगह चाकू-तलवार दिए। बताया जा रहा है कि इनमें से ज्यादातर क्लास 6 से 10 तक के छात्र हैं।
शकुन पांडेय ने नाबालिग बच्चों को कार्यक्रम के दौरान बच्चों को ये कहकर हथियार बांटे की धर्म खतरे में है और ऐसे में इसकी सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि, बच्चों को आत्मरक्षा के लिए चाकू, तलवार दिए गए। उन्हें संदेश दिया गया कि वो अपनी रक्षा खुद करें। इस दौरान बच्चों को राष्ट्रवाद विषय पर एक किताब भी दी गई। भगवा रंग की इस किताब पर खुद पूजा शकुन पांडेय और वीर सावरकर की फोटो भी है।
इससे पहले भी पूजा शकुन पांडेय विवादों में रह चुकी है और महात्मा गांधी का अपमान करने पर उन्हें जेल की हवा भी खा चुकी है। बता दें कि 30 जनवरी 2019 को महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारने का वीडियो वायरल हुआ था। ये गोलियां पूजा शकुल पांडेय ने ही मारी थीं जिनको कुछ दिनों बाद ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।