ग्वालियर: हिंदू महासभा ने गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के नाम से खोली ज्ञानशाला

Written by Sabrangindia Staff | Published on: January 11, 2021
नई दिल्ली। महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे एक ऐसा नाम है जिन्हें आरएसएस व उससे जुड़े संगठन अपना आइडिल तो मानते हैं लेकिन खुले तौर पर स्वीकार नहीं कर पाते। हालांकि, 2014 में केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद नाथूराम को देशभक्त बताने की कोशिशें लगातार चल रही हैं।



ग्वालियर में हिन्दू महासभा ने स्टडी सेंटर खोला है। हिन्दू महासभा की भाषा में ये स्टडी सेंटर अथवा ज्ञानशाला है। इसे ग्वालियर में खोला गया है। इस स्टडी सेंटर में हिन्दू महासभा नाथूराम गोडसे की देशभक्ति के किस्से लोगों को बताएगी।
 
हिन्दू महासभा ने ग्वालियर के दौलतगंज स्थित हिंदू महासभा के कार्यालय में गोडसे कार्यशाला शुरू की है। यहां पहले दिन हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने गोडसे सहित वीर सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई और संघ से जुड़े अन्य पदाधिकारियों की तस्वीर की पूजा-अर्चना की और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। 

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, इस लाइब्रेरी में गांधी की हत्या के लिए गोडसे द्वारा रचे गए षड्यंत्र के अलावा गोडसे के लेख और उसके भाषण शामिल हैं।

हिन्दू महासभा यहां अभी भी हर साल गोडसे का बलिदान दिवस और जन्मदिवस मनाती है। हिंदू महासभा के डॉ जयवीर ने बताया कि युवा पीढ़ी को ये जानना चाहिए कि राष्ट्र को बचाने के लिये गोड़से के साथ-साथ सभी देशभक्तों ने किस प्रकार प्रतिकार किया है। इस ज्ञानशाला में हिन्दू महासभा गोडसे की जीवनी से जुड़े प्रसंग लोगों को बताएगी।

जयवीर भारद्वाज ने गोडसे को सही साबित करने के लिए नेहरू और जिन्ना पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश का विभाजन जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना की महत्त्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए हुआ था, क्योंकि दोनों ही देश पर राज करना चाहते थे। लेकिन गोडसे ने इसका विरोध किया।

महासभा ने इससे पहले गोडसे का मंदिर भी बनवाया था। कांग्रेस ने इसका विरोध किया था। उसके बाद मंदिर को हटाया गया था। और गोडसे के नाम पर लाइब्रेरी खोल दी गई है।

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