मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश की सड़कों को अमेरिका की सड़कों से बेहतर बताते हैं, लेकिन उनके ही राज्य के ग्वालियर में खुदी पड़ी सड़क के पड़ी गिट्टी के कारण दस साल के बच्चे की जान चली गई।
सोमवार दोपहर सिंधिया स्टैच्यू के पास हुए इस हादसे में दुर्घटनाग्रस्त स्कूल ऑटो में 19 बच्चे सवार थे और मृतक बच्चा फ्रंट सीट पर बैठा था। ऑटो जैसे ही खुदी सड़क पर डली गिट्टी पर आया, मासूम छात्र छिटककर ऑटो से सड़क पर आ गिरा। उसके सीने और सिर में पत्थर घुसने से चोट लग गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई।
लापरवाही स्कूल प्रबंधन की भी रही जो छात्र को 2 घंटे तक एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल घुमाता रहा औ उसके परिजनों को सूचना तक नहीं दी। आखिरकार छात्र ने दम तोड़ दिया।
मृतक बच्चे के पिता अशोक सिंह नरवरिया है जो सब्जी का ठेला लगाते हैं। उनका बेटा डीडी नगर स्काईलार्क पब्लिक स्कूल में पढ़ता था जो स्कूल की तरफ से ही लगे ऑटो में घर से स्कूल आता-जाता था।
नईदुनिया के अनुसार, ऑटो चालक कमल देर हो जाने के कारण रफ्तार से जा रहा थास्कूल से निकलते ही कमल ऑटो को भगा रहा था। जब ऑटो डीडी नगर पुरानी लाइन के पास मुख्य सड़क से गिट्टी की सड़क पर पहुंचा तो गिट्टी पर पहिया पड़ते ही मासूम सूरज चलते ऑटो से छिटककर सड़क पर जा गिरा। उसके सीने और सिर में गिट्टी से गहरी चोट आई। घटना की सूचना ऑटो चालक ने स्कूल प्रबंधन को दी।
दो घंटे के अंदर सूरज को छह अस्पतालों में ले जाया गया लेकिन कोई भी उसका इलाज करने को तैयार नहीं हुआ और आखिरकार उसकी जान चली गई।
इस हादसे से शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सड़कों की हालत सुधारने का दर्दनाक खुलासा हो गया। खास बात ये भी है कि शिवराज सिंह चौहान अब भी चुनाव प्रचार के दौरान मध्यप्रदेश की सड़कों को अमेरिका की सड़कों से बेहतर बता रहे हैं।
सोमवार दोपहर सिंधिया स्टैच्यू के पास हुए इस हादसे में दुर्घटनाग्रस्त स्कूल ऑटो में 19 बच्चे सवार थे और मृतक बच्चा फ्रंट सीट पर बैठा था। ऑटो जैसे ही खुदी सड़क पर डली गिट्टी पर आया, मासूम छात्र छिटककर ऑटो से सड़क पर आ गिरा। उसके सीने और सिर में पत्थर घुसने से चोट लग गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई।
लापरवाही स्कूल प्रबंधन की भी रही जो छात्र को 2 घंटे तक एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल घुमाता रहा औ उसके परिजनों को सूचना तक नहीं दी। आखिरकार छात्र ने दम तोड़ दिया।
मृतक बच्चे के पिता अशोक सिंह नरवरिया है जो सब्जी का ठेला लगाते हैं। उनका बेटा डीडी नगर स्काईलार्क पब्लिक स्कूल में पढ़ता था जो स्कूल की तरफ से ही लगे ऑटो में घर से स्कूल आता-जाता था।
नईदुनिया के अनुसार, ऑटो चालक कमल देर हो जाने के कारण रफ्तार से जा रहा थास्कूल से निकलते ही कमल ऑटो को भगा रहा था। जब ऑटो डीडी नगर पुरानी लाइन के पास मुख्य सड़क से गिट्टी की सड़क पर पहुंचा तो गिट्टी पर पहिया पड़ते ही मासूम सूरज चलते ऑटो से छिटककर सड़क पर जा गिरा। उसके सीने और सिर में गिट्टी से गहरी चोट आई। घटना की सूचना ऑटो चालक ने स्कूल प्रबंधन को दी।
दो घंटे के अंदर सूरज को छह अस्पतालों में ले जाया गया लेकिन कोई भी उसका इलाज करने को तैयार नहीं हुआ और आखिरकार उसकी जान चली गई।
इस हादसे से शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सड़कों की हालत सुधारने का दर्दनाक खुलासा हो गया। खास बात ये भी है कि शिवराज सिंह चौहान अब भी चुनाव प्रचार के दौरान मध्यप्रदेश की सड़कों को अमेरिका की सड़कों से बेहतर बता रहे हैं।