मध्यप्रदेश की तरह रेप स्टेट बनते जा रहे छत्तीसगढ़ में डांडिया से लौट रही एक लड़की के साथ दो युवकों ने बलात्कार किया।
घटना बिलासपुर के सिरगिट्टी क्षेत्र की है जहां एक 17 वर्षीय छात्रा अपने एक दोस्त के साथ रविवार की रात डांडिया खेलने गई थी। रात में लौटने के बाद वह इन्द्रपुरी के पास घूम रही थी, तभी दो युवकों ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों ने लड़की के दोस्त को डरा-धमकाकर दूर भगा दिया और फिर लड़की के साथ बलात्कार किया।
बलात्कार के एक आरोपी का नाम मुकेश डाहिरे है और दूसरा उसका दोस्त है। लड़की के साथ बलात्कार करने के बाद वो उसे छोड़कर भाग निकले। इस बीच छात्रा के दोस्त ने उसके परिजनों के घर जाकर पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद परिजन उसे ढूंढ़ने निकले।
तब तक छात्रा किसी तरह घर पहुंची और परिजनों को उसने घटना की जानकारी दी। खबर मिलते ही परिजनों ने सिरगिट्टी थाने में वारदात की शिकायत की।
पुलिस ने किशोरी की रिपोर्ट पर धारा 376 डी, 4 - 6 पास्को एक्ट के तहत दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस कर्मी नाबालिग और आरोपी की मेडिकल जांच कराने के लिए ले गए तो वहां भी दिक्कत हुई। महिला डॉक्टर तो नाबालिग पीड़िता का मेडिकल करने के तैयार हो गई, लेकिन पुरुष डॉक्टर आरएमओ के शहर से बाहर होने के कारण उसके मेडिकल के लिए परेशान होना पड़ा। भारी मशक्कत के बाद डॉ खान ने युवक का मेडिकल टेस्ट किया।
इस घटना से एक बार फिर छत्तीसगढ़ की कानून और व्यवस्था की पोल खुल गई है। घटना के बाद से स्थानीय लोगों में गहरी नाराजगी है।
घटना बिलासपुर के सिरगिट्टी क्षेत्र की है जहां एक 17 वर्षीय छात्रा अपने एक दोस्त के साथ रविवार की रात डांडिया खेलने गई थी। रात में लौटने के बाद वह इन्द्रपुरी के पास घूम रही थी, तभी दो युवकों ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों ने लड़की के दोस्त को डरा-धमकाकर दूर भगा दिया और फिर लड़की के साथ बलात्कार किया।
बलात्कार के एक आरोपी का नाम मुकेश डाहिरे है और दूसरा उसका दोस्त है। लड़की के साथ बलात्कार करने के बाद वो उसे छोड़कर भाग निकले। इस बीच छात्रा के दोस्त ने उसके परिजनों के घर जाकर पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद परिजन उसे ढूंढ़ने निकले।
तब तक छात्रा किसी तरह घर पहुंची और परिजनों को उसने घटना की जानकारी दी। खबर मिलते ही परिजनों ने सिरगिट्टी थाने में वारदात की शिकायत की।
पुलिस ने किशोरी की रिपोर्ट पर धारा 376 डी, 4 - 6 पास्को एक्ट के तहत दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस कर्मी नाबालिग और आरोपी की मेडिकल जांच कराने के लिए ले गए तो वहां भी दिक्कत हुई। महिला डॉक्टर तो नाबालिग पीड़िता का मेडिकल करने के तैयार हो गई, लेकिन पुरुष डॉक्टर आरएमओ के शहर से बाहर होने के कारण उसके मेडिकल के लिए परेशान होना पड़ा। भारी मशक्कत के बाद डॉ खान ने युवक का मेडिकल टेस्ट किया।
इस घटना से एक बार फिर छत्तीसगढ़ की कानून और व्यवस्था की पोल खुल गई है। घटना के बाद से स्थानीय लोगों में गहरी नाराजगी है।